मुख्यमंत्री,मध्यप्रदेश,शिवराज सिंह चौहान का 13 मार्च को सिरमौर में किये गये संवाद का मूल पाठ:-
इस बार मुख्यमंत्री बने तो कोविड से मुकाबला हो गया
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज 13 मार्च 2022 को मध्यप्रदेश के रीवा जिले के सिरमौर में कहा…. आज बहुत दिनों के बाद सिरमौर आया हूं। इस बार मुख्यमंत्री बने तो कोविड से मुकाबला हो गया, कोरोना की एक लहर फिर दूसरी आई, उसके बाद तीसरी रही, अब ये कोविड की लड़ाई, जनता को बचाने के लिए लड़ने के कारण बीच में आपसे मिलने नहीं आ पाया। लेकिन जनता से मिले बिना वह नेता ही क्या जो जनता से मिले नहीं, नेता तो वह है जो जनता के दिलों से गुजर जाए, जो जनता के बीच में रहे, लेकिन कई दिनों तक हम लोग नहीं आ पाए, क्योंकि मुख्य लक्ष्य कोविड-19 से जनता को बचाना।
आज इस बात का संतोष है मेरे बहनों और भाइयों प्रशासन ने, मेरे जन-प्रतिनिधि साथियों ने यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दिन और रात आपकी सेवा की कोरोना में। मैं आज फिर से धन्यवाद कहना चाहूंगा हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को, जिन्होंने कोरोना की वैक्सीन अपने वैज्ञानिकों से बनवा ली, और वह वैक्सीन लगी, तीसरी लहर में इतना नुकसान नहीं हुआ। वैक्सीन के बारे में बाकी पार्टियों ने बड़े भ्रम फैलाएं, वैक्सीन मत लगवा लेना, यह तो मोदी वैक्सीन है लगवाओगे तो मर जाओगे, भ्रम फैलाने की कोशिश करते रहे, लेकिन खुद अकेले में जाकर मोदी वैक्सीन लगवा कर आ गए, अगर आज वह भाषण देने के लायक बचे हैं तो नरेंद्र मोदी जी, भारतीय जनता पार्टी की सरकार के कारण बचे हैं।
लेकिन अब मैं कह रहा हूं कोरोना में पूरा नियंत्रण है। सिरमौर और आसपास से आने वाले बहनों और भाइयों रीवा जिले की जनता और मध्य प्रदेश की जनता से कह रहा हूं इस बार खुलकर होली मनाना, पूरे उत्साह से रंग खेलो।
आपको पता नहीं है पहले जब मैं आया मुख्यमंत्री बन कर तो कमलनाथ दादा ने खजाने में कुछ छोड़ा ही नहीं, कुछ था ही नहीं, दवाई की व्यवस्था, रेमडीसिविर की व्यवस्था, दिन और रात हमें इस काम में जुटे रहना पड़ा, लेकिन अब कोरोना से अर्थव्यवस्था बाहर निकल रही है। चिंता मत करो सिरमौर के विकास के लिए भी पैसा दिया जाएगा, वैसे भी कोरोना में हमने विकास के काम नहीं रुकने दिए, कितना भयानक दौर था दूसरा, किसानों का गेहूं खरीदना क्या कोई हिम्मत कर सकता था, लेकिन हमारे कर्मचारियों ने जान हथेली पर रखकर गेहूं खरीदी में योगदान दिया, कई तो ऐसे थे जो गेहूं खरीदते-खरीदते शहीद हो गए, लेकिन हमने 1 करोड़ 29 लाख टन गेहूं खरीद पंजाब का रिकॉर्ड तोड़ दिया। आज मैं कह रहा हूं गर्व से, यह बाणसागर का पानी है, जिसके कारण अपने रीवा जिले में गेहूं की खेती नहीं होती थी कांग्रेस के शासनकाल में, लेकिन आज रीवा का गेहूं पूरे प्रदेश में और अब पूरे देश में भी मंगाया जा रहा है।
यहां आया तो मुझे बताया कि पुरवा में तो पानी है लेकिन अगल-बगल के खेतों में पानी नहीं है। मैंने यहीं से फोन किया सिंचाई विभाग के ACS को और मैंने निर्देश दिए कि तत्काल सर्वे करके हम ऐसी व्यवस्था करें, जिससे यहां सिरमोर के आसपास… अब मैं इसका पूरा सर्वे करवाउंगा और सर्वे करवाकर और तकनीकी दृष्टि से संभव हुआ तो पानी लिफ्ट करके भी सिरमौर इलाके के गांव में हम सिंचाई का पानी देने का काम करेंगे। गरीबों की जिंदगी बदलने का हमने अभियान चलाया है।
भगवान ने यह धरती सबके लिए बनाई, लेकिन समृद्धि और विकास की दौड़ में हमारा गरीब पिछड़ गया है, इसलिए हमने तय किया कि जिसके पास संसाधन है जो उससे धन कमाते हैं उससे सरकार टैक्स लेगी और जो गरीब है उनको फ्री में सस्ता बांट देगी , यही सामाजिक न्याय है। गरीब की जरूरत में बार बार कहता हूं मैं आज फिर कहूंगा हमारे लिए पूरी करना सबसे पहले हैं, गरीब की जरूरत रोटी, मकान, इलाज, पढ़ाई, रोजगार का इंतजाम, हम विकास भी करेंगे और मेरी बहनों, गरीब की जिंदगी बदलेंगे।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गरीब कल्याण योजना बनाई और तय किया अभी मार्च तक के लिए के 5 किलो गेहूं, एक व्यक्ति को हर महीने फ्री में दिया जाएगा, और एक मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना जिसमें 1 रु किलो गेहूं दिया जाएगा, एक रुपए में 10 किलो गेहूं, हम किसान से खरीदते हैं 19 -20 रु किलो, खरीदी में पैसा लगता है वेयरहाउस में लगता है तो पड़ता है 25 रुपए किलो, 25 रु किलो खरीदते हैं और गरीब को 1 रुपए किलो देते हैं। यह काम अगर किया है तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया है।
आज मैं बात करने आया हूं। मेरी बहनों से भी मैं पूछना चाहता हूं और भाइयों से भी पूछना चाहता हूं बताओ कांग्रेस ने कभी दिया था फ्री में गेहूं, आज मैं फिर कह रहा हूं मैंने कलेक्टर से पूछा था कि कोई रह तो नहीं गया, अगर कोई छूट गया हो तो बहनों और भाइयों चिंता मत करना यह मोदी जी की शिवराज सिंह चौहान की, भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, खाने के लिए अन्न की कमी नहीं होने देंगे। सरकार केवल सत्ता में रहने के लिए नहीं होती सरकार गरीब की जिंदगी बदलने के लिए होती है |
दूसरी चीज मकान…आज मैं आपको बताना चाहता हूं रीवा जिले में भी अब तक लगभग 84 हजार मकान बनाए जा चुके हैं गरीबों के प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत। इसमें 60% पैसा केंद्र सरकार देती है और 40 परसेंट पैसा राज्य सरकार का लगता है। अब वह मकान जो बन गए वह तो बन गए, लेकिन इसके अलावा हमने फिर एक सर्वे करवाया क्योंकि मैं जब भी यहां आता था तो आवेदन सबसे ज्यादा मिलते थे मकान के, हमारे पास मकान नहीं है, मकान दे दो, मकान की मांग सबसे प्रमुख मांग होती थी। इसीलिए हमने फिर से सर्वे करवाया कि कौन से गरीब ऐसे हैं जिनके अभी तक मकान नहीं बने हैं, उस सर्वे में रीवा जिले में 86 हजार गरीब रीवा जिले में जिनका सर्वे करके कच्चे मकान निकले हैं उन सब को पक्का मकान बनाने के लिए पैसा दिया जाएगा। कोई गरीब झोपड़ी में नहीं रहेगा, मकान बनाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने इसी साल कितना पैसा रखे हैं, बहनों और भाइयों 10 हज़ार करोड़ रूपया गरीबों के मकान बनाने के लिए हमने रखे हैं, आज तक इतिहास में मकान बनाने के लिए 10 हज़ार करोड़ रुपए नहीं रखे गए। इस साल हम लोग 10 लाख मकान बनवाएंगे, अगले साल फिर 10 लाख मकान बनवाएंगे, और अगले साल पर 10 लाख मकान बनवाएंगे, 3 साल में 30 लाख मकान बनवा कर रीवा के 84000 गरीबों को फिर मकान बनवा कर देंगे, कोई झोपड़ी में नहीं रहेगा सबके घर का सपना पूरा होगा। सुन लो हमने तय किया है मुख्यमंत्री भू आवासीय अधिकार योजना, यदि गरीबों के पास अगर रहने की जगह नहीं है एक छोटे घर में कई परिवार रह रहे हैं, आज मैं सिरमोर की धरती पर कह रहा हूं ऐसे सारे गरीब भाइयों को मकान बनाने के लिए फ्री में जमीन दी जाएगी, और अगर कहीं नहीं मिली तो खरीद कर भी मामा देगा चिंता मत करना। गरीब को इज़्ज़त से जीना है, मकान मिल जाए, मकान में शौचालय भी हो, रसोई गैस का कनेक्शन भी हो।
मेरी बहनों, पीने का पानी होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए बताओ, इसलिए जल जीवन मिशन के अंतर्गत अब हर गांव में पेयजल की योजना बनाई जाएगी। मेरी बहनों, हैंडपंप नहीं, हेडपंप का जमाना चला गया, आप सुनो मेरी बहनों आपका यह कष्ट दूर होगा हर गांव में पाइप लाइन बिछाकर टोटी वाला नल लगा कर पीने का पानी दिया जाएगा, टोटी खोलोगी तो झर-झर पानी आएगा।
3 हजार करोड़ रुपए की बाणसागर का पानी केवल सिंचाई के लिए नहीं होगा, बाणसागर के पानी से पेयजल योजना के लिए, आपके लिए पानी खींच कर लाएंगे, गांव में पाइप लाइन बिछाएंगे, और घर-घर में नल लगाएंगे उसका प्रारंभ भी हो गया।
इसके बाद मेरी बहनों और भाइयों जरूरत और भी है। एक जरूरत है बच्चों की पढ़ाई लिखाई, बड़े-बड़े लोगों के बच्चे तो प्राइवेट स्कूल में पढ़ जाते हैं, अब इस बार एक नया स्कूल जिसका नाम क्या है सीएम राइज स्कूल वो स्कूल सरकार खोल रही है। सिरमौर में भी खोल रही है, 24 करोड़ रुपए में बनेगा, स्कूल में लाइब्रेरी भी होगी, स्कूल में प्रयोगशाला होगी, स्कूल में खेल मैदान होगा, स्कूल में स्मार्ट क्लास होगी, प्राइवेट स्कूल से बहुत बेहतर होगा यह। प्रतिभा की कमी गरीब के बेटा-बेटी में नहीं है केवल सुविधा मिल जाए तो यह बच्चे भी चमत्कार कर सकते हैं, प्राइवेट स्कूल के बजाय सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भी चमत्कार कर सकते है़।
अब मध्य प्रदेश पहला राज्य होगा जहां मेडिकल की पढ़ाई भी हिंदी में की जाएगी, ताकि अंग्रेजी नहीं समझ पाने वाले बच्चे जिनमें टेलेंट है वह भी पढ़ाई कर सकें। हम बदलाव के लिए भी काम कर रहे हैं, ताकि व्यवस्था भी परिवर्तित हो जाए और गरीब के, किसान के, आम इंसान के बेटा-बेटी भी आगे जा सके।
अब गरीब और सामान्य, मध्यम वर्गीय, किसान भी, उनके इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना, आयुष्मान कार्ड बन रहे हैं। आयुष्मान कार्ड अगर अपने पास हैं तो सरकारी अस्पताल में तो इलाज होगा ही, लेकिन जरूरत पड़ने पर प्राइवेट अस्पताल में 5 लाख रुपए तक का परिवार का इलाज फ्री में करा कर दिया जाएगा, ताकि इलाज के लिए दर-दर की ठोकर न खाना पड़े।
संबल योजना हमने फिर से चालू कर दी है। यह मेरी बहनें बैठी है बड़ी संख्या में, बेटा और बेटी को पहले जन्म देंगी तो दो बच्चों तक जन्म के पहले 4000, जन्म के बाद 12000 दिए जाएंगे, ताकि बेटा और बेटी के जन्म के बाद थोड़ा बहुत आराम मिल सके, और बहन को पोषण आहार मिल सके।
रोजगार के लिए चौतरफा प्रयास हम कर रहे हैं। रोजगार एक जिसको सरकारी नौकरी समझा जाता है, सरकारी नौकरियों में अभी कॉन्स्टेबल की भर्ती चल रही है, शिक्षकों की भर्ती चल रही है, अलग-अलग विभागों की भर्तियां चल रही है। दूसरे सब को सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती। सरकारी नौकरी के अलावा भी रोजगार की व्यवस्था करनी पड़ेगी और इसलिए हर महीना 1 दिन रोजगार दिवस के रूप में मनाते हैं,29 मार्च को फिर रोजगार दिवस होगा, 12 जनवरी को 5 लाख से ज्यादा लोगों को स्व-रोजगार के लोन देकर उनका काम शुरू करवाया था, इसके बाद फिर फरवरी में 5 लाख से ज्यादा लोगों को स्वरोजगार लोन करवाया था, हम फिर करेंगे। सुन लो नौजवान बेटे-बेटियों मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में एक लाख से लेकर 50 लाख रुपए तक का लोन दिया जाएगा दोबारा काम धंधा शुरू करने के लिए, बैंक लोन देंगे, लेकिन बैंक को लोन देने की गारंटी मामा शिवराज सिंह चौहान लेगा, भारतीय जनता पार्टी की सरकार लेगी।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना और मेरी आजीविका मिशन की बहनें बैठी हैं, स्व-सहायता मिशन की सब बहनों को मैं कह रहा हूं। देखो मेरी बहनों तुम्हारी आम दानी कम से कम 10 हज़ार रुपया हर हालत में करना है, स्कूल की जितनी ड्रेस है वो ठेकेदार कोई नहीं सीएगा, स्व सहायता समूह की बहने सिएंगी, गेहूं की खरीदी में लगना पड़ा तो वह भी तुम करो, यह पानी की योजनाएं हम ला रहे हैं, इनका संचालन अपने हाथ में संभालो।
रीवा में एक प्लांट बनाया, यह हमने इसलिए बनाया था पोषण आहार का प्लांट बच्चों को जो डेली खाना मिलता है आंगनवाड़ी में उसका प्लांट, यह इसलिए बनाया था कि बहने प्लांट चलाएं। बीच में कमलनाथ भैया आ गए उन्होंने फिर से ठेकेदार को दे दिया,मैंने ठेकेदारों से वापस लेकर फिर मेरी बहनों को ही प्लांट दे दिया। आजीविका मिशन की बहनों, अब तुम कारखाना भी चलाओ, धीरे-धीरे आगे बढ़ते जाना है गरीब नहीं रहना है, मेहनत करेंगे।
मैं 2-3 चीजें और कहना चाहता हूं मेरी बहनों और भाइयों, सिरमोर विधानसभा के भी और इसके बाहर भी सुन रहे हो तो उनसे भी कहना चाहता हूं देखो भाई अपना गांव है, अपना शहर है, अपनी जनता है, अपने बच्चे हैं, तो कुछ काम हमको खुद ही करना चाहिए सरकार के सहयोग से। अगर सब यह कहेंगे कि मामा ही कर ले तो यह नहीं हो सकता, कुछ काम अपने हाथ में हमको लेना पड़ेगा जैसे स्वच्छता सर्वेक्षण चल रहा है तो मैं कह रहा हूं अपने-अपने गांव को स्वच्छ बनाने में सहयोग करो। मैंने एक दिन जो सफाई का काम करते हैं हमारे सफाई कर्मी, सफाई मित्र, मैंने उनके पांव धोए। बिना स्वच्छता के हम स्वस्थ नहीं रह सकते, इसलिए अपना गांव सब साफ रखेंगे।
मैं रोज एक पेड़ लगाता हूं, आजकल दो लगाता हूं, मैं आप से अपील करता हूं आप रोज न लगाएं, लेकिन अपनी अपनी पंचायत में एक जगह तय कर ले अगर कोई का जन्मदिन हो तो पेड़ लगा लो, साल भर में एक पेड़ लगा लो, तो यह पेड़ इतने हो जाएंगे तो हम पर्यावरण बचाने में मदद कर पाएंगे, तो कम से कम साल में एक पेड़ हम लगाएं, यह मेरा निवेदन है।
41 लाख लाड़ली लक्ष्मी बेटी हो गई मध्यप्रदेश में और सुनो मेरी लाड़ली लक्ष्मी बेटियां अब 2 मई को लाडली लक्ष्मी दिवस मनाया जाएगा मध्यप्रदेश में। लाडली लक्ष्मी बेटियों की कॉलेज की पढ़ाई भी फ्री में करवाई जाएगी, उनका कैरियर और भविष्य कैसे बने, इसका इंतजाम करवाया जाएगा।
किसान तय कर ले के आधा कुंटल मैं आंगनवाड़ी में दूंगा, के जितनी फसल पक कर आएगी आधा कुंटल आगनवाड़ी में दे दूंगा, तो जितना पोषण आहार चाहिए सरकार भी देगी, और गांव की आंगनवाड़ी भी चलेगी। एक बात मैं साफ कह रहा हूं, 86 हजार मकान स्वीकृत हुए हैं, यह पैसा हितग्राहियों के खाते में आएगा, यह मकान जिनके बन गए हैं पंचायतों में सूची लगा दो कि तुम्हारे मकान मंजूर होने वाले हैं।
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