मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 16 सितम्बर को करेंगे स्व-सहायता समूहों से मुख्यमंत्री निवास में सीधा संवाद
विभिन्न जिलों से आयेंगी 500 समूह सदस्य महिलायें
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्व-सहायता समूहों के सदस्यों से सीधा संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री निवास पर 16 सितम्बर को प्रात: 10.30 बजे आयोजित होने वाले संवाद कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगभग 500 महिला समूह सदस्य शामिल होंगी। साथ ही प्रदेश के सभी जिलों में ग्राम पंचायत स्तर पर समूह सदस्य कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान स्व-सहायता समूह सदस्यों से अनुभव साझा करने के साथ उत्पाद क्रेताओं से भी चर्चा करेंगे।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधीन म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत निर्धन परिवारों की महिला सदस्यों को स्व-सहायता समूहों से जोड़कर सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण किया जा रहा है। मिशन द्वारा प्रदेश के लगभग 44 हजार ग्रामों में 3 लाख 33 हजार समूहों का गठन किया गया है। इन समूहों से लगभग 37 लाख 94 हजार परिवारों को जोड़ा जा चुका है। इनमें से लगभग 13 लाख परिवारों को कृषि आधारित गतिविधियों और लगभग 4 लाख 90 हजार परिवारों को गैर कृषि आधारित आजीविका गतिविधियों से जोड़ा गया है।
आमतौर पर देखने में आता है कि ग्रामीण क्षेत्र में लोग बैंकिंग सेवाओं की प्रक्रियाओं में दस्तावेजीकरण एवं अन्य औपचारिकताओं की कठिनाई के कारण पात्र होने के बावजूद विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं। राज्य सरकार द्वारा इस प्रक्रिया को और सरल करने के उद्देश्य से बैंकों के साथ भी व्यापक स्तर पर समन्वय स्थापित कर स्व-सहायता समूहों के लिये पर्याप्त बैंक ऋण आसानी से उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
राज्य सरकार द्वारा समूहों को और सशक्त करते हुये अधिक से अधिक आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। कोरोना काल में भी वर्चुअल माध्यमों से मुख्यमंत्री श्री चौहान समूह सदस्यों से रू-ब-रू होते रहे हैं। मिशन द्वारा आजीविका उत्पादों को वृहद बाजार से जोड़ने तथा आसानी से क्रय-विक्रय के लिये आजीविका मार्ट पोर्टल बनाया गया है, जिसके माध्यम से क्रय-विक्रय किया जा रहा है। पोर्टल पर विभिन्न जिलों के समूहों के लगभग 4 हजार उत्पाद अपलोड किये जाकर लगभग 86 करोड़ रुपये का व्यवसाय किया जा चुका है। कार्यक्रम में कुछ क्रेता-विक्रेता प्रत्यक्ष एवं वर्चुअल माध्यम से चर्चा करेंगे। कुछ जिलों में समूहों द्वारा नये उत्पादों का निर्माण शुरू किया गया है, जिन्हें मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा लॉंच किया जायेगा। यह उत्पाद पोर्टल पर विक्रय हेतु उपलब्ध रहेंगे।
कोरोना के समय समूह सदस्यों द्वारा मास्क, सेनेटाइजर, हैण्डवॉश, साबुन, पीपीई किट बनाकर उपलब्ध कराई गई। लॉकडाउन, जनता कर्फ्यू के दौरान आवश्यक वस्तुयें जनता तक पहुँचाने में सहायता करने के साथ आपदा कोष बनाकर जरूरत का सामान आम जन तक पहुँचाया गया था। बैंक सखियों द्वारा संकट काल में बैंकिंग सेवा, बीमा, आयुष्मान कार्ड बनवाने में सहायता करते हुये, ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण पर नियंत्रण में सहयोग किया गया था। कोरोना से बचाव, उपचार सहायता, टीकाकरण कराने के लिये समझाइश, किल कोरोना अभियान में सहयोग, दवा वितरण, एम्बुलेंस, उपचार संस्थाओं तक पहुँचाने में लोगों का सहयोग एवं मार्ग दर्शन करने जैसा अतुलनीय कार्य किया गया है। कोरोना वॉरियर्स के रूप में किये इन सभी कार्यों के संबंध में लगाई जा रही प्रदर्शनी का भी मुख्यमंत्री श्री चौहान अवलोकन करेंगे।
वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान बचाव सामग्री बनाकर आपदा को अवसर में बदलते हुये समूहों ने अच्छा काम किया गया है। लॉकडाउन से लेकर अब-तक लगभग 2 करोड मास्क, डेढ़ लाख पीपीई किट, 1.60 लाख लीटर सेनेटाइजर, 33 हजार लीटर हैण्डवॉश एवं लगभग 8 लाख से अधिक साबुन निर्माण कर सप्लाई किया जा चुका है। इस कार्य से बीमारी की रोकथाम में सहायता मिली साथ ही समूहों से जुड़ी सदस्यों को अतिरिक्त आय भी प्राप्त हुई। समूहों के माध्यम से महिलाओं का सामाजिक और आर्थिक सशक्तीकरण किया जाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा स्व-सहायता समूह के सदस्यों से संवाद कार्यक्रम का दूरदर्शन के साथ सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर प्रसारण होगा।