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किसान दोहरी भूमिका में आए, उत्पादन के साथ खाद्य प्रसंस्करण को अपनाएं – उद्यानिकी स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री श्री कुशवाह

भोपाल । उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण स्वतंत्र प्रभार एवम नर्मदा विकास  राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि  किसान भाई दोहरी भूमिका में  आगे आए। उद्यानिकी फसलों के उत्पादन के साथ-साथ उनका  प्रसंस्करण पर भी  करें। उन्होंने कहा कि फसलों के उत्पादन के साथ-साथ सुरक्षा की गारंटी सरकार की है। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि  किसानों के आत्मनिर्भर बनने पर ही प्रदेश व देश आत्मनिर्भर बनेगा। किसानों की आय दोगुनी करने व खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार कृतसंकल्पित है। राज्य मंत्री श्री कुशवाहा आज  होशंगाबाद में आयोजित कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम को  संबोधित कर रहे थे।

राज्यमंत्री श्री कुशवाहा ने कहा कि उद्यानिकी फसलों के उत्पादन एवं खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में मॉडल विकासखंड बनाने के लिए प्रदेश के होशंगाबाद सहित 20 विकासखंडों का चयन किया गया है। 

राज्यमंत्री श्री कुशवाहा ने कहा कि किसान अपनी उत्पादित फसलों के प्रसंस्करण को  छोटी-छोटी इकाईयां स्थापित करें। इकाईयों की स्थापना के लिए सरकार द्वारा 35 प्रतिशत अनुदान की सुविधा दी जाएगी। खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के माध्यम से  बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी फसलों के भंडारण के लिए  शहरों के साथ-साथ तहसील एवं किसानों के खेतों पर  कोल्ड स्टोरेज स्थापित करने की व्यवस्था की योजना है। फसलों की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री फसल सुरक्षा योजना लागू की जाएगी।

राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि मध्यप्रदेश उद्यानिकी

फसलों के उत्पादन में अग्रणी राज्य है। संतरा, लहसुन, धनिया के उत्पादन में प्रदेश देश में प्रथम एवं अमरूद, टमाटर और प्याज के उत्पादन में द्वितीय स्थान पर है। उन्होंने कहा कि हमारे मेहनती किसानों के परिश्रम का ही नतीजा है कि प्रदेश को 5 बार कृषि कर्मण अवार्ड प्राप्त हुआ है। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि ‘एक जिला एक उत्पाद’ के तहत होशंगाबाद जिले में अमरूद का चयन किया गया है। जिले में अमरूद की खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों की स्थापना के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अमरूद की  ब्रांडिंग के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।

   विधायक श्री सीतासरन शर्मा ने कहा कि किसानों को अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए परंपरागत खेती अलावा उद्यानिकी फसलों के उत्पादन एवं खाद्य प्रसंस्करण की दिशा में बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में होशंगाबाद जिला देश में छाया हुआ है। गेहूं के उत्पादन में आज प्रदेश पंजाब को पीछे छोड़कर अग्रणी राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी फसलों के उत्पादन से दोहरे लाभ है। एक और जहाँ उद्यानिकी फसल पर्यावरण की सुरक्षा की दृष्टि से लाभकारी है, वही किसान गुणवततायुक्त उद्यानिकी फसलों से  अधिक मुनाफा भी कमा सकता है।

कार्यक्रम  में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री कुशल पटेल, विधायक होशंगाबाद श्री सीतासरन शर्मा, जनपद अध्यक्ष श्रीमती संगीता सोलंकी, श्री पीयूष शर्मा, उपसंचालक उद्यानिकी विजय अग्रवाल सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।

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