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जनजातीय वर्ग की तरक्की के बिना विकास अधूरा है- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

जनजातीय विकास के फैसले लागू होंगे
जनजातीय गौरव दिवस सिर्फ समारोह नहीं जनजातीय वर्ग की जिन्दगी बदलाने का अभियान
गोंड समाज के प्रतिनिधियों ने किया मुख्यमंत्री श्री चौहान का अभिनंदन
मुख्यमंत्री निवास में गूंजे नारे-रानी कमलापति अमर रहे

आज गोंड समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री निवास आकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का अभिनंदन किया। गोंड समाज द्वारा रानी कमलापति की स्मृति को स्थाई बनाने के प्रयासों के लिए विशाल पुष्पहार पहनाकर मुख्यमंत्री श्री चौहान का स्वागत और अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री निवास में रानी कमलापति अमर रहे और रानी तेरा यह बलिदान याद रखेगा हिन्दुस्तान, बिरसा भगवान की जय के नारे भी समवेत स्वर में गूंजे।

अपने अभिनंदन के उत्तर में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि भोपाल और आसपास के क्षेत्र में रानी कमलापति की शहादत को आज भी याद किया जाता है। कहते हैं कि रानी कमलापति जैसी कोई रानी नहीं हुई। यह निश्चित ही आनंद का विषय है कि रानी कमलापति की स्मृति को स्थाई बनाने की ठोस पहल हुई है। एक समय था जब रानी कमलापति का साम्राज्य दोस्त मोहम्मद द्वारा छल और कपट से हड़प लिया गया था। गिन्नौरगढ़ का किला और भोपाल का रानी कमलापति महल रानी की विरासत का प्रतीक है। रानी का नाम सदैव अमर रहेगा। मध्य प्रदेश सरकार गोंड समुदाय की रानी कमलापति सहित सभी जनजातीय नायकों की स्मृति को स्थाई बनाएगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भोपाल में इसी क्रम में जनजातीय गौरव दिवस सोमवार 15 नवंबर को होने जा रहा है जिसमें प्रधानमंत्री श्री मोदी शामिल हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने पूरे देश में जनजातीय गौरव दिवस मनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हबीबगंज के नाम से प्रचलित रेल स्टेशन के नाम को रानी कमलापति स्टेशन का नाम देने की पहल हुई है। यह वास्तव में बहुत आनंद और संतोष का विषय है। यह वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन निर्मित हुआ है जो रानी कमलापति के नाम से रहेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रानी कमलापति के कार्य स्मरणीय हैं। उन्होंने जल प्रबंधन के क्षेत्र में कार्य किया। अनेक मंदिर भी बनवाये। उनके योगदान को लोग भूल गए हैं। रानी कमलापति की स्मृति को चिर-स्थाई बनाने के लिए भोपाल स्थित रानी कमलापति महल का संरक्षण और विकास भी किया जाएगा। यही रानी कमलापति को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में जनजातीय परंपराओं को सुदृढ़ बनाया जाएगा। रानी कमलापति के नाम पर रेलवे स्टेशन के नामकरण की पहल के पहले भोपाल में उनकी भव्य प्रतिमा भी छोटी झील पर आर्क ब्रिज के पास स्थापित की गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यहाँ स्थित रानी कमलापति महल का भी संरक्षण किया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी पूरे देश में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का आह्वान कर चुके हैं। मुख्य कार्यक्रम भोपाल में ही हो रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रेलवे स्टेशन के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री जी को रानी कमलापति की लघु प्रतिमा भेंट की जाएगी । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गिन्नोरगढ़ का किला रानी कमलापति की विरासत का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रानी कमलापति ने छोटी झील में जल समाधि लेकर अपने सम्मान की रक्षा की थी। बाहरी आक्रामकों द्वारा उनके बेटे नवल शाह की हत्या कर दी गई थी। नवल शाह की स्मृति में लालघाटी क्षेत्र के एक विद्यालय का नामकरण भी किया गया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जबलपुर में जनजाति नायक रघुनाथ शाह और शंकर शाह की स्मृति में हुए कार्यक्रम में जनजातीय विकास की 14 महत्वपूर्ण घोषणाएँ की गई थी। उन्हें निर्णय के रूप में 15 नवंबर से लागू करने का कार्य किया जाएगा। यह जनजातीय गौरव दिवस समारोह सिर्फ एक समारोह नहीं बल्कि जनजाति वर्ग की जिंदगी बदलने का अभियान है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनजाति नायकों के योगदान को स्थाई बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

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