रोज योग करें-स्वस्थ और प्रसन्न रहें ,
योग दिवस पर प्रतिदिन योग करने का संकल्प लें
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर किया प्रदेश-वासियों को संबोधित
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ‘शरीरम् माध्यम् खलुधर्म् साधनम्’ शरीर सब धर्मों का पालन करने का माध्यम है। पहला सुख निरोगी काया है। शरीर का स्वस्थ रहना, निरोग रहना, हर लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अगर कोई रामबाण है तो वह है योग। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर वैलनेस और स्पीरिचुअल टूरिज्म विषय पर प्रदेशवासियों के नाम जारी संदेश में यह बात कही।
हजारों साल पुरानी विधा है योग
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अगर हम योग और प्राणायाम लगातार करते हैं तो शरीर निरोगी बनता है, बुद्धि प्रखर होती है और हम क्षमतावान होते चले जाते हैं। योग हजारों साल पुरानी विधा है। यम,नियम,आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, ध्यान, धारणा, समाधि इसके अंग हैं। हम आष्टांग योग की बात न भी करें तो कम से कम रोज योगासन और प्राणायाम अवश्य करें।
प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहल से दुनिया उठा रही है योग का लाभ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की पहल के कारण अब दुनिया योग का लाभ उठा रही है। 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। योग दिवस पर तो योग करना ही है, साथ ही संकल्प लेना है कि हम प्रतिदिन योग करेंगे।
मुझे कोरोना हुआ पर छूकर निकल गया क्योंकि मैं प्राणायाम और योग करता था
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं रोज योग, प्राणायाम, योगासन और सूर्य-नमस्कार करता हूँ। इसलिए 24 में से 18-18 घंटे काम कर लेता हूँ। मुझे कोरोना हुआ पर छूकर निकल गया। क्योंकि मैं प्राणायाम और योग करता था। योग, प्राणायाम से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। अत: गंभीर संक्रमण नहीं हुआ। क्या आप योग के माध्यम से अपने शरीर को निरोगी नहीं करना चाहेंगे?
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश-वासियों से की प्रतिदिन योग करने की अपील
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश-वासियों से अपील की कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर तो योग करें हीं, साथ ही प्रतिदिन अपने जीवन में योग को सम्मिलित करके शरीर को स्वस्थ, निरोगी और प्रसन्न बनायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा यह शरीर अनन्त शक्तियों का भण्डार है। इन शक्तियों को सहेजने और सही दिशा में ले जाने की जरूरत है। योग इसका सबसे प्रभावी माध्यम है। रोज योग कीजिये,निरोगी रहिये, स्वस्थ और प्रसन्न रहिये।