Yes Bank संकट पर बोले चिदंबरम- वित्तीय संस्थानों को नियंत्रित करने में सरकार फेल
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने येस बैंक के मामले को लेकर शुक्रवार को सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि यह वित्तीय संस्थानों को नियंत्रित एवं विनियमित करने की सरकार की क्षमता को दिखाता है।
चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, “भाजपा 6 साल से सत्ता में है, वित्तीय संस्थानों को नियंत्रित और विनियमित करने की उनकी क्षमता उजागर होती जा रही है। पहले पीएमसी बैंक, अब यस बैंक। क्या सरकार बिल्कुल भी चिंतित है? क्या वो अपनी जिम्मेदारी से बच सकता है? क्या लाइन में कोई तीसरा बैंक है?”
उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा, “क्या सरकार इस बात की पुष्टि करेगी कि यस बैंक की ऋण पुस्तिका भाजपा की निगरानी में ऐसे बढ़ी है: FY2014: 55,000 करोड़, FY2015: 75,000, FY2016: 98,000 , FY2017: 1,32,000 , FY2018: 2,03,000 , FY2019: 2,41,000 ” उन्होंने कहा कि जब उपरोक्त अवधि के दौरान समग्र बैंक ऋण में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई, तो येस बैंक की ऋण पुस्तिका में लगभग 35 प्रतिशत की वृद्धि कैसे हुई?”
बता दें कि रिजर्व बैंक ने गुरुवार को सरकार से विचार-विमर्श करने के बाद येस बैंक पर रोक लगायी और उसके निदेशक मंडल को भी भंग कर दिया है। वहीं बैंक के ग्राहकों पर भी 50,000 रुपये मासिक तक निकासी करने की रोक लगायी है। येस बैंक किसी भी तरह के नये ऋण का वितरण या निवेश भी नहीं कर सकेगा।