एमपी में वेट, जीएसटी,आबकारी, स्टाम्प पंजीयन, खनिज, परिवहन, ऊर्जा, वन, लोक सम्पत्ति प्रबंधन, राजस्व, जल-संसाधन एवं नर्मदा घाटी विकास विभाग द्वारा करों का संग्रहण
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विभागों से कर संग्रहण की जानकारी प्राप्त की
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वित्त वर्ष का आखिरी माह विभिन्न करों के संग्रहण की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। विभागों ने बीते वर्ष से अधिक कर संग्रहण किया है। वित्त वर्ष के पूर्ण होने पर बेहतर उपलब्धि प्राप्त हो, इसके लिए इस माह प्रयासों को बढ़ाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज समत्व भवन के संकल्प कक्ष में राजस्व संग्रहण करने वाले विभागों के कार्य और लक्ष्य प्राप्ति प्रयासों की समीक्षा की। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस सहित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा वर्चुअल शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य में वेट, जीएसटी सहित आबकारी, स्टाम्प पंजीयन, खनिज, परिवहन, ऊर्जा, वन, लोक सम्पत्ति प्रबंधन, राजस्व, जल-संसाधन एवं नर्मदा घाटी विकास विभाग द्वारा करों के संग्रहण के लिए अब तक किए गए कार्य की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि जिन करों की अपेक्षित प्राप्ति में कमी हो, वे विभाग आवश्यकतानुसार अभियान संचालित कर निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करें। बताया गया कि करों के संग्रहण में मध्यप्रदेश, देश के अग्रणी राज्यों में है। प्रदेश में व्यापार उद्योग जगत और आमजन में करों के नियमित भुगतान करने की प्रवृत्ति विकसित हुई है। करों से प्राप्त राशि का बड़ा हिस्सा जन-कल्याण में खर्च होता है।