सोनिया गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति से मिलकर गृह मंत्री अमित शाह को उनके पद से तत्काल हटाने की मांग की है। सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में उचित कदम उठाए जाएंगे।
दिल्ली हिंसा मामले में राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपकर सोनिया ने गृह मंत्री शाह के इस्तीफे की मांग की
दिल्ली हिंसा मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह समेत पार्टी के दिग्गज नेता राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राष्ट्रपति से मुलाकात की। मुलाकात के बाद सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह ने प्रेस से बात की। सोनिया ने कहा कि हिंसा में लोगों की जानें गई हैं। बड़ी संख्या में संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। सोनिया गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति से मिलकर गृह मंत्री अमित शाह को उनके पद से तत्काल हटाने की मांग की है। सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में उचित कदम उठाए जाएंगे।
राष्ट्रपति को सौंपा गया ज्ञाप पढ़ते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार इस हिंसा के मूक दर्शक बने रहे जिससे जानमाल का काफी नुकसान हुआ। हम आपसे (राष्ट्रपति) नागरिकों के जीवन, स्वतंत्रता और संपत्ति का संरक्षण करने का आग्रह करते हैं।”
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी प्रेस से बात की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो हिंसा हुई है, उसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बुरी तरह से इस मामले में फेल हुई है। मनमोहन सिंह ने कहा कि हमने राष्ट्रपति से कहा कि वह राजधर्म का पालन करें।
दिल्ली हिंसा के पीछे मोदी सरकार का हाथ: गुलाम नबी आजाद
दिल्ली हिंसा पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, “जिस तरह से केंद्र सरकार नफरत का माहौल बना रही थी और नफरत का अंजाम आखिर में दंगे होता है तो आखिरकार दंगे हुए। इसके पीछे सत्तारूढ़ पार्टी है। जब चुनाव था तो बीजेपी के 70 मंत्री दिल्ली में कैंपेन कर रहे थे, आज जब दंगे हैं तो वो सब नेता कहां हैं।”