मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj, गैर उप चुनाव वाले जिलों के किसानों के खातों में “मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना” की प्रथम किश्त की ₹100 करोड़ की राशि अंतरित कर रहे हैं। #CMMadhyaPradesh https://t.co/x5pWxUHYSF
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) November 2, 2020
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज चुनाव प्रचार से फ्री होकर टवीट करने का कीर्तिमान बनाया है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आज अपने ऑफिसियल अकाउंट @CMMadhyaPradesh पर लगातार 21 टवीट किये गए हैं। इसके साथ ही @ChouhanShivraj और @OfficeofSSC पर भी 06 -06 टवीट नुमाया हुए हैं। जो सिर्फ किसान से जुड़े टवीट हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के साथ-साथ मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की शुरुआत की। इस योजना के अन्तर्गत दो किस्तों में ₹4000 की राशि प्रति वर्ष किसानों के खातों में डाली जा रही है:
मुख्यमंत्री श्री गैर उप चुनाव वाले जिलों के किसानों के खातों में “मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना” की प्रथम किश्त की ₹100 करोड़ की राशि अंतरित कर रहे हैं।
ने “मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना” के तहत उपचुनाव वाले 19 जिलों को छोड़कर शेष सभी जिलों के किसानों के खातों में प्रथम किश्त की 100 करोड़ रुपए की राशि अंतरित की।
लॉकडाउन में जब सारी गतिविधियां बंद हो गई थीं, तब केवल किसान था, जिसने अर्थव्यवस्था को गतिमान बनाए रखा। किसान हमारे लिए भगवान जैसा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य है कि किसान की आमदनी दोगुनी करें। हमने ठोस प्रयास भी प्रारंभ किए हैं।
किसान के घर अगर अच्छी फसल आती है तो पूरे प्रदेश में समृद्धि आती है। अर्थव्यवस्था का पहिया घूमता है
मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत प्रथम किस्त का भुगतान 1 सितम्बर से 31 मार्च के बीच करेंगे। दूसरी किस्त का भुगतान 1 अप्रैल से 31 अगस्त के बीच करेंगे। यह प्रदेश के किसानों की जिंदगी में जबरदस्त बदलाव लाने का एक प्रयास है।
हमने फिर से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अन्तर्गत पीएम किसान पोर्टल को अपडेट किया। अब तक 80 लाख किसान पंजीकृत हो चुके हैं। इन किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की पहली किस्त ₹1782 करोड़ उनके खाते में भेजी जा चुकी है।
हमने प्रयास किया कि प्रधानमंत्री सम्मान निधि के हितग्राहियों को केसीसी दिया जाए। लगभग 63000 किसानों को केसीसी वितरित किए। लगभग ₹335 करोड़ की साख सीमा स्वीकृत की गई। 36 हजार से अधिक किसानों को ₹122 करोड़ का ऋण वितरण सहकारी समितियों द्वारा किया।
वर्ष 2019 के रबी और खरीफ की फसल बीमा योजना का प्रीमियम विधिवत जमा किया और 4688 करोड़ रुपये की राशि किसानों के खातों में डाल दी।
हमने फैसला किया कि किसानों के सिर से ब्याज की गठरी हम उतारेंगे। 29 मार्च को फसल बीमा योजना की लगभग 3100 करोड़ रुपये की राशि किसानों के खातों में डाली गई।
कोरोना काल में गेहूं की खरीदी करके लगभग 27 हजार करोड़ की राशि का भुगतान किसानों को किया गया। हम धान भी खरीद रहे हैं। बाजरा भी खरीदेंगे और मक्के के लिए भी प्रोत्साहन राशि किसानों के खाते में पहुंचाएंगे।
मैं आश्वस्त करता हूं कि इस साल किसानों की जितनी फसल खराब हुई है, राहत की राशि की एक-एक पाई उनके खातों में डाली जाएगी।
किसान भाइयों हमने यह फैसला किया है कि ग्रामीणों को मकानों पर उनका स्वामित्व देंगे ताकि उस मकान व जमीन के आधार पर वे लोन व अन्य सुविधाएं प्राप्त कर सकें।
किसान बहनों-भाइयों आपकी ऊर्जा,आपका परिश्रम,आपका पसीना, आपकी मिट्टी,आपकी फसल,आपका गांव,आपका संकल्प देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था की धुरी है। आप मजबूत रहें, सशक्त रहें। हम आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश गढ़ने जा रहे हैं। यह किसानों की स्थिति सुधारे बिना संभव नहीं है।
आज गैर उपचुनाव वाले जिलों में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत 5 लाख किसानों के खातों में ₹100 करोड़ की राशि ट्रांसफर की जा रही है। बाकी किसानों।
उन्होंने टवीट के जरिये बताया की उनके मन में यह विचार चल रहा है कि अलग-अलग सब्सिडी के स्थान पर एकमुश्त राशि किसान के खाते में जमा करने की योजना बना दी जाये। इस तरह की योजना से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।