सर्वे में कोई भी बाढ़ प्रभावित व्यक्ति नही छूटे

मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी

स्वास्थ्य एवं सीहोर जिला प्रभारी मंत्री ने बाढ़ से हुए नुकसान की समीक्षा की

 

पिछले दिनों सीहोर में आई बाढ़ के सर्वे में कोई भी बाढ़ प्रभावित व्यक्ति नहीं छूटे। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और सीहोर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने यह निर्देश आज सीहोर में गत दिनों बाढ़ से हुए नुकसान तथा राहत कार्यों की समीक्षा में दिए। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर बाढ़ से हुए नुकसान, फसल क्षति, मकान क्षति और पशु हानि का सर्वें कर प्रभावितों को शीघ्र राहत पहुँचाना सुनिश्चित करें।

मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि जिले में अतिवृष्टि तथा बाढ़ के कारण हुई क्षति के सर्वे के बाद प्रभावितों को नियमानुसार राहत राशि वितरण की जाए। मंत्री डॉ. चौधरी ने जिले में क्षतिग्रस्त सड़कों, पुल-पुलियों की मरम्मत के जिले संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।

कलेक्टर सीहोर श्री चन्द्रमोहन ठाकुर ने बताया कि आष्टा में 6260 हेक्टेयर में बोई गई सोयाबीन फसल को 15 से 20 प्रतिशत क्षति हुई है। बुधनी में धान की फसल 15 से 20 प्रतिशत, रेहटी में सोयाबीन की 10 से 15 प्रतिशत, धान की 10 से 15 प्रतिशत, मक्का 10 से 15 प्रतिशत तथा उड़द 10 से 15 प्रतिशत और नसरूल्लागंज में धान की फसल में 15 से 25 प्रतिशत की क्षति हुई है। श्यामपुर तहसील में 470, सीहोर तहसील में 289 और नसरूल्लागंज तहसील में 201 कच्चे मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए है। प्रभारी मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि 17 सितम्बर से 31 अक्टूबर तक ग्राम और वार्ड स्तर पर लगने वाले शिविरों में कोई भी पात्र हितग्राही उसे मिलने वाली योजना के लाभ से वंचित नहीं रहे। उन्होंने कहा कि शिविरों की जानकारी जिले के प्रत्येक नागरिक तक पहुँचे। इसके लिए पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जाए। विधायक सीहोर श्री सुदेश राय, विधायक आष्टा श्री रघुनाथ मालवीय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री गोपाल सिंह इंजीनियर सहित अनेक जन-प्रतिनिधि ने बाढ़ से हुए नुकसान के बारे में जानकारी दी।

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