मध्यप्रदेश में भरपूर बिजली उत्पादन के साथ निर्बाध आपूर्ति सर्वोच्च प्राथमिकता – प्रमुख सचिव ऊर्जा विभाग मध्यप्रदेश शासन एवं बिजली कंपनियों के अध्यक्ष वरिष्ठ आईएएस संजय दुबे
प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री दुबे ने की रबी सीजन के लिए विद्युत कंपनियों की तैयारियों की समीक्षा
प्रमुख सचिव ऊर्जा विभाग मध्यप्रदेश शासन एवं बिजली कंपनियों के अध्यक्ष वरिष्ठ आईएएस अधिकारी श्री संजय दुबे ने जबलपुर में रबी सीजन के लिए विद्युत कंपनियों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने दो सत्रों में पावर मैनेजमेंट कंपनी, पावर जनरेटिंग कंपनी, पावर ट्रांसमिशन कंपनी और पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यों की समीक्षा की। श्री संजय दुबे ने कहा कि प्रदेश के घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 24 घंटे और कृषि उपभोक्ताओं को 10 घंटे सतत गुणवत्तापूर्ण बिजली प्रदाय करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप एवं जल विद्युत गृह अपनी क्षमता का भरपूर उपयोग करते हुए बिजली उत्पादन करें और पावर ट्रांसमिशन कंपनी गुणवत्तापूर्ण वोल्टेज से निर्बाध बिजली आपूर्ति की गति को बरकरार रखे।
बैठक में पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री वी. किरण गोपाल, पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक श्री मनजीत सिंह, पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक श्री सुनील तिवारी, पावर मैनेजमेंट कंपनी के डायरेक्टर कॉमर्शियल श्री राजीव केसकर, पावर ट्रांसमिशन कंपनी के डायरेक्टर अविनाश वाजपेयी, पावर जनरेटिंग कंपनी के डायरेक्टर प्रतीश कुमार दुबे, ऊर्जा विभाग के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री नीरज अग्रवाल, ऊर्जा विभाग के उपसचिव श्री जाहिद अजीज खान सहित अन्य वरिष्ठ अभियंता उपस्थित थे।
रबी सीजन में हो पर्याप्त विद्युत की उपलब्धता
श्री संजय दुबे ने पावर मैनेजमेंट कंपनी के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि रबी सीजन में बिजली की मांग लगभग 16 हजार 900 मेगावाट तक पहुँचने की संभावना है। बिजली की इस मांग की आपूर्ति करने के लिए पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप एवं जल विद्युत गृहों के अलावा इंदिरा सागर जल विद्युत गृह, ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना, प्रदेश में स्थापित स्वतंत्र ताप विद्युत गृहों और नव एवं नवकरणीय विद्युत संयंत्रों से उत्पादित बिजली की पर्याप्त उपलब्धता को सुनिश्चित करें। श्री दुबे ने पूर्व क्षेत्र कंपनी को रबी सीजन में मैदानी क्षेत्र में ट्रांसफार्मरों के रख-रखाव और स्टोर में पर्याप्त ट्रांसफार्मरों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
ताप विद्युत गृहों से हो भरपूर बिजली उत्पादन
प्रमुख सचिव ऊर्जा ने कहा कि पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युत गृहों का वार्षिक मेंटेनेंस निर्धारित समय पर आवश्यक रूप से हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रबी सीजन में ताप विद्युत इकाईयों का पूर्ण क्षमता से बिजली उत्पादन सर्वोच्च प्राथमिकता है। पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक श्री मनजीत सिंह ने पावर पाइंट प्रजेन्टेंशन के माध्यम से ताप एवं जल विद्युत गृहों के उत्पादन तथा अन्य पहलुओं पर प्रस्तुतिकरण दिया।
ट्रांस्को सब-स्टेशन एवं लाइनों को सर्वोच्च प्राथमिकता दें
श्री संजय दुबे ने पावर ट्रांसमिशन कंपनी को निर्देश दिए कि वे पूरे प्रदेश में निर्माणाधीन सब स्टेशनों और अति उच्चदाब लाइनों के कार्य को पूर्ण करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। चालू वित्तीय वर्ष में निर्धारित सब-स्टेशनों के निर्माण कार्य की प्रगति, ओवरलोड सब स्टेशनों, अति उच्चदाब लाइनों, पावर ट्रांसफार्मर की समीक्षा की। प्रदेश में बनने वाली मेट्रो परियोजना के लिए पावर ट्रांसमिशन कंपनी लाइनों को समय पर तैयार करने के निर्देश दिए गए। इलेक्ट्रिकल व्हीकल की चार्जिंग के कारण बढ़ने वाले लोड का आंकलन कर पूर्व तैयारियाँ करें।
पूर्व क्षेत्र कंपनी के अभियंता हानि व चोरी पर अंकुश लगाएं
प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री दुबे ने बैठक में कहा कि पूर्व क्षेत्र के मैदानी अभियंता प्रभावी राजस्व वसूली के साथ बिजली चोरी नियंत्रण रोकने में मुख्य रूप से ध्यान दें। उन्होंने कहा कि लाइन लॉस रोकना सर्वोच्च प्राथमिकता हो। श्री दुबे ने कहा कि जो भी अभियंता प्रभावी राजस्व वसूली एवं बिजली चोरी रोकने में असफल होंगे, उन्हें स्थानांतरण एवं विभागीय कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। लाइनमेन एवं मीटर रीडर द्वारा अनियमितता करने पर उन्हें भी नहीं बख्शा जाएगा। जबलपुर शहर एवं ग्रामीण के संचारण व संधारण कार्यों की समीक्षा करते हुए प्रमुख सचिव ऊर्जा ने 60 प्रतिशत से अधिक हानि वाले ट्रांसफार्मर की जिम्मेदारी सहायक अभियंताओं को देने के निर्देश दिए। ऐसे सहायक अभियंताओं को कम से कम 20 प्रतिशत हानि कम करने का लक्ष्य दिया गया है। बैठक में उपस्थित पूर्व क्षेत्र कंपनी के अभियंताओं ने भरोसा दिलाया कि वे दिए गए निर्देशों का पालन कर लक्ष्यों को हासिल करेंगे।