एमपी में जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति में हों पेयजल योजनाओं का शुभारंभ
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री,शिवराज सिंह चौहान
- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पेयजल प्रदाय योजनाओं के लिए गुणवत्तापूर्ण निर्माण हो। जहाँ पेयजल योजनाओं के कार्य पूरे हो गये हैं, वहाँ जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति में ही शुभारंभ कार्यक्रम रखा जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा कर रहे थे। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव श्री मलय श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री मनोज गोयल सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने की लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पेयजल प्रदाय योजनाओं के लिए गुणवत्तापूर्ण निर्माण हो। जहाँ पेयजल योजनाओं के कार्य पूरे हो गये हैं, वहाँ जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति में ही शुभारंभ कार्यक्रम रखा जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा कर रहे थे। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव श्री मलय श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री मनोज गोयल सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हर घर जल प्रदाय को प्राथमिकता से पूरा करें। जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति में जल प्रदाय योजनाओं की शुरूआत हो। उन्होंने कहा कि किसी भी ग्राम में पानी पहुँचाने के कार्य का शुभारंभ कार्यक्रम रखा जाये, जिससे योजना का प्रचार-प्रसार भी हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रणनीति बनाकर पेयजल पहुँचाने का कार्य करें। हर घर जल प्रदाय करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पीएचई विभाग चुनौती के रूप में पेयजल योजनाओं को गुणवत्तापूर्ण ढंग से समय पर पूरा करे। विभागीय अधिकारी क्षेत्र में जाकर मॉनिटरिंग करें। जल जीवन मिशन में बेहतर कार्य हो। प्रदेश में लगभग 8 हजार टंकियाँ बनाने का कार्य चल रहा है। गाँव में जल प्रभार वसूली का कार्य स्व-सहायता समूह की महिलाओं से कराया जाए। योजनाओं को अच्छे ढंग से चला कर पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निर्माणाधीन परियोजनाओं की मानिटरिंग के लिए कार्य-योजना बनाये। मिशन में बुरहानपुर जैसा मॉडल अन्य जिले भी प्रस्तुत करें। मिशन का बेहतर ढंग से प्रचार-प्रसार हो।