पानी की एक-एक बूँद को सहेजें- मुख्यमंत्री,मध्यप्रदेश,शिवराज सिंह चौहान

गाँव की सूरत बदलने का करना है काम : मुख्यमंत्री श्री चौहान
हर घर पहुँचेगा नल से जल
कच्चे मकानों की जगह बनाये जायेंगे पक्के मकान

स्कूल और आँगनवाड़ियों में भी पहुँचाया जा रहा है नल से जल
युवाओं के लिये सरकार चला रही है स्व-रोजगार अभियान
पक्के मकान के साथ स्वच्छता, बिजली, राशन, शिक्षा और उपचार सरकार की प्राथमिकता
आवास प्लस योजना का सर्वे कर नये हितग्राही जोड़ेंगे
मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन से लाभान्वित 4 हजार ग्रामों के निवासियों को किया संबोधित
मिशन की जल एवं स्वच्छता समिति सदस्यों से किया संवाद
ग्रामीणों ने पेयजल की सहज उपलब्धता के लिये प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को लिखे धन्यवाद-पत्र
मुख्यमंत्री के साथ ग्रामीण महिलाओं ने साझा किये अपने सुखद अनुभव

 

एमपीपोस्ट, 04,फरवरी 2022 ,भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि केन्द्र और राज्य सरकार गाँव की सूरत बदलने का काम कर रही हैं। गाँव में पेयजल की सहज उपलब्धता के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जल जीवन मिशन की सौगात दी है, जो विशेषकर ग्रामीण महिलाओं के लिये वरदान साबित हो रही है। मिशन से प्रदेश के सभी ग्रामीण अंचलों में एकल और समूह पेयजल योजना बनाकर युद्ध-स्तर पर कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मिशन से अब तक 4 हजार से अधिक ग्रामों के सौ फीसदी घरों में नल से जल की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। इन्हें मिलाकर अब तक मिशन से प्रदेश के 46 लाख से अधिक परिवारों को नल से जल उपलब्ध हो गया है। साथ ही जल की शुद्धता पर भी विशेष ध्यान दिया गया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज जल जीवन मिशन से प्रदेश के लाभान्वित ग्रामों के रहवासियों से वर्चुअल संवाद कर रहे थे। कुशाभाऊ ठाकरे हॉल भोपाल में हुए इस संवाद में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव, अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री मलय श्रीवास्तव उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सांसद, विधायक, जन-प्रतिनिधि, ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्य और मिशन से लाभान्वित ग्रामीण महिलाएँ वर्चुअली शामिल हुए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था को सुधारने का कार्य तेज गति से किया जा रहा है। आवासहीन परिवारों को आवास सुविधा और अब गाँव-गाँव, घर-घर पेयजल की व्यवस्था जल जीवन मिशन से की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता में गाँव में बिजली, पानी, शिक्षा, राशन, उपचार, स्व-रोजगार के साथ स्वच्छता भी है। सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जाने वाली इन सुविधाओं को हम जन-भागीदारी से संचालित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीणों से पानी और बिजली के अपव्यय को रोकने की अपील भी की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं से संवाद में यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता हुई कि वे घर में नल से आ रहे जल का महत्व भली-भाँति जानती हैं। जल के महत्व को उनसे ज्यादा कोई नहीं समझ सकता, क्योंकि मिशन के पूर्व वे 2-2 किलोमीटर से अधिक पैदल चलकर पानी लाया करती थी। अब उनकी समस्या का निदान हो गया है। अपने घर में नल से जल आता देख सुखद आनंद की अनुभूति होती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्ष 2024 तक प्रदेश के सभी ग्रामों में नल से जल पहुँचाया जायेगा। शुद्ध पेयजल की उपलब्धता से लोगों को अनेक रोगों से भी मुक्ति मिलेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जल जीवन मिशन से हर गाँव पेयजल की सहज उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये 45 हजार करोड़ का प्रावधान रखा गया है। इसमें 50 प्रतिशत केन्द्रांश और 50 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा व्यय की जा रही है। अभी तक जिन 4 हजार से अधिक ग्रामों में मिशन की परियोजना लागू हुई है, उसके संचालन एवं संधारण का काम ग्राम स्तरीय जल एवं स्वच्छता समिति द्वारा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संवाद के दौरान सभी समिति सदस्यों को धन्यवाद दिया और उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की।

मुख्यमंत्री का संवाद

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल जिले के फंदा विकासखण्ड के बिलखिरिया ग्राम पंचायत की सुश्री अनीता मालवीय से गाँव में पहले की पेयजल व्यवस्था और मिशन में घर-घर लगे नल के संबंध में जानकारी ली। सुश्री मालवीय ने बताया कि पहले एक-दो किलोमीटर से पानी लाना पड़ता था। हमारे घर में जल से नल मिलेगा, ऐसा हमने सोचा भी नहीं था।

मुख्यमंत्री श्री चौहान से जल जीवन मिशन में लाभांवित सीहोर जिले के ग्राम सतपिपलिया के श्री मंगलेश, अनूपपुर जिले के ग्राम हर्राखेड़ा की श्रीमती ममता, अशोकनगर जिले के ग्राम सेहराई की श्रीमती रचना विश्वकर्मा, जबलपुर जिले के ग्राम नीमखेड़ा के श्री विपिन गर्ग, छिन्दवाड़ा जिले के ग्राम मऊ की सुश्री वैशाली डोगले, दमोह जिले के ग्राम सिमरी शुक्ला की श्रीमती किरण शुक्ला, देवास जिले के ग्राम बरखेड़ा कायम के श्री ज्ञानेश्वर, मण्डला जिले के ग्राम भंवरदा की सुश्री भगवती, सिवनी जिले के ग्राम भुनगापार के श्री शरीफ खान, रीवा जिले के ग्राम जुड़भनियां मुरली की सुश्री सविता, नीमच जिले के ग्राम उम्मेदपुरा के श्री दुर्गाशंकर और पन्ना जिले के ग्राम रामनगर के श्री राकेश सोनी ने अपने सुखद अनुभव साझा किये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मिशन में लाभान्वित ग्रामों की ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति, ग्रामीण और जन-प्रतिनिधियों से भी वर्चुअल संवाद किया। उन्होंने कहा कि बहनों के चेहरे की मुस्कुराहट मेरे मुख्यमंत्री बनने की सार्थकता है। हमारे गाँव की बहन-बेटियों का आधा जीवन तो जल की व्यवस्था में ही बीत जाता था। अब घर में नल कनेक्शन से मिल रहे पानी से उन्हें काफी राहत महसूस हो रही है और पानी की जद्दोजहद में निकलने वाला समय उनके और परिवार की आर्थिक उन्नति में काम आयेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि 45 हजार करोड़ से हो रहे कार्यों की देख-रेख अपने कार्य समझकर करें। इससे जल-प्रदाय योजनाओं का संचालन-संधारण बेहतर होगा और उसका लाभ भी लम्बे समय तक मिलता रहेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान को सेहराई की महिला समूह सदस्य ने बताया कि समूह की महिलाएँ सेंटिंग का कार्य करती हैं, तो उन्होंने कहा कि आवास योजना के कार्य इन्हीं समूहों को दिये जायेंगे। मऊ की वैशाली डोगले ने कहा कि वे पढ़कर भारतीय पुलिस सेवा में जाना चाहती हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रसन्न हुए जब जुड़मनियाँ मुरली की सुश्री सरिता ने बताया कि जल परीक्षण में कौन-कौन से मुख्य पहलू होते हैं।

मुख्यमंत्री ने बताईं ग्रामों की विशेषताएँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल से जल घोषित ग्रामों के लाभार्थियों से बातचीत के दौरान संबंधित ग्रामों की विशेषताओं का भी उल्लेख किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सीहोर जिले के ग्राम धामंदा के लाभार्थियों से बातचीत के दौरान शहीद जितेंद्र वर्मा का उल्लेख भी किया। शहीद के परिवार को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 1 करोड़ रुपए की राशि भी प्रदान करने की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाभार्थियों से बातचीत के क्रम में ग्राम सहराई के लाभार्थियों से बातचीत के दौरान कहा कि यह हर्ष की बात है कि इस ग्राम के श्री दीपेश जैन इसरो के लिए कार्य कर रहे वैज्ञानिक हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अन्य ग्रामों की विशेषताओं का उल्लेख भी बातचीत के दौरान किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नीमच के उम्मेदपुरा ग्राम के लाभार्थियों से बातचीत के दौरान वहां की विश्व प्रसिद्ध बंधेज साड़ी और नांदना का उल्लेख किया। नांदना अर्थात वस्त्र छपाई की पारम्परिक कला पूरे भारत में अनूठी है। इसी उम्मेदपुरा की ठप्पा छपाई(ब्लाक प्रिंटिंग)भी मशहूर है। मुख्यमंत्री द्वारा इन विशेषताओं की जानकारी बताए जाने पर ग्रामवासी भी आश्चर्य चकित हुए। इस कला और व्यवसाय के विकास के लिये उद्योग क्षेत्र निर्मित होने से व्यवसाय विकसित हो सकेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस दिशा में समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जल जीवन मिशन के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावी संचालन के लिये लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को बधाई दी। मुख्यमंत्री को ग्रामीण महिलाओं ने नल से जल मिलने पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम धन्यवाद-पत्र भी सौंपे। छिंदवाड़ा के महिला स्व-सहायता समूह द्वारा मुख्यमंत्री श्री चौहान का मोर मुकुट पहनाकर सम्मान किया गया और समूह द्वारा निर्मित कागज के संतरे भेंट किये गये। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव ने भी संबोधित किया। अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री मलय श्रीवास्तव ने आभार माना।

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