प्रदेश में बुधवार को कुल 3,890 यूनिट रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति की गई है। वहीं विभिन्न अस्पतालों में 275 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की उपलब्धता है।
नियंत्रक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन श्री पी.नरहरि ने बताया कि प्राप्त रेमडेसिविर इंजेक्शन में से एक हजार एमजीएम शासकीय मेडिकल कॉलेज इंदौर को तथा शेष 2890 निजी चिकित्सालयों को दिए जा रहे हैं। इंजेक्शन के निर्माताओं को मध्यप्रदेश में इनकी सप्लाई बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही इंजेक्शन के अवैध विक्रय, एम.आर.पी से अधिक मूल्य पर विक्रय तथा कालाबाजारी न हो इसके लिए औषधि निरीक्षकों द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है।
श्री नरहरि ने बताया कि ऑक्सीजन की निर्बाध सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए इसके निर्माताओं और डिस्ट्रीब्यूटर्स से निरंतर संपर्क किया जा रहा है। ऑक्सीजन के औद्योगिक उपयोग को सीमित करके सबसे पहले अस्पतालों को उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही अस्पतालों में ऑक्सीजन का अपव्यय रोकने के लिए भारत शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों से सर्व संबंधितों को अवगत कराया गया है। ऑक्सीजन के परिवहन को त्वरित बनाने के लिए अनुमति प्राप्त ऑक्सीजन वाहनों को एम्बूलेंस का दर्जा भी दिया गया है।