28 मई को कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय सभागार में होगा कार्यक्रम
भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद “एक देश-एक स्वास्थ्य वर्तमान समय की आवश्यकता” विषय पर 28 मई को कुशाभाऊ अंतर्राष्ट्रीय समागम केन्द्र, भोपाल में प्रातः 11 बजे से आरोग्य मंथन कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और आयुष मंत्री श्री रामकिशोर कावरे उपस्थित रहेंगे।
आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉक्टर अशोक कुमार वार्ष्णेय ने बताया कि कोरोना कालखंड में समाज ने अनुभव किया कि प्रत्येक रोग की सटीक औषधि उपलब्ध होना ही आवश्यक नहीं है। स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए छोटे-छोटे उपक्रम भी अत्यंत प्रभावी होते हैं। प्रत्येक व्यक्ति अगर स्वयं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो जाए तो वह बिना औषधि के स्वस्थ रह सकता है। यह कार्य सभी प्रकार के चिकित्सक एवं स्वास्थ्य में रूचि रखने वाले व्यक्ति भी कर सकते हैं। उपचार की दृष्टि से केवल एलोपेथिक चिकित्सा ही नहीं एलोपेथी के साथ आयुर्वेद एवं होम्योपेथी अथवा पृथक-पृथक आयुर्वेद और होम्योपेथी भी इस विषम दौर में कारगर होती दिखाई दी। इन निष्कर्षों के आधार पर अगर स्वास्थ्य के संपूर्णता में रोग निदान एवं रोकथाम में देखा जाए तो सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा पहुँचाई जा सकती है। साथ ही चिकित्सा एवं जनसंख्या अनुपात को भी ठीक किया जा सकता है। इसके दृष्टिगत “एक देश-एक स्वास्थ्य तंत्र” की आवश्यकता महसूस की गई।
राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख आरोग्य भारती श्री मिहिर कुमार झा ने बताया कि आरोग्य भारती विगत 20 वर्षों से संपूर्ण देश में सेवा भाव से इस प्रकार के कार्य कर रही है। इस विषय से संबंधित आरोग्य मंथन में विषय-विशेषज्ञों के वक्तव्य होंगे। इसी कड़ी में आरोग्य भारती के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. राघवेंद्र कुलकर्णी मुख्य वक्तव्य देंगे। साथ ही डॉ. संजय गुप्ता “चिकित्सा शिक्षा एवं शोध कार्य “विषय पर प्रकाश डालेंगे। डॉ. इंद्रनील बसु “क्लीनिकल प्रेक्टिस एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य” पर अपने विचार रखेंगे। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में आरोग्य भारती के राष्ट्रीय पदाधिकारी, चिकित्सा पद्धति से जुड़े विद्यार्थी, चिकित्सक, शिक्षक एवं शोधार्थी शामिल होंगे।