नशामुक्त भारत अभियान की एमपी के जिलों में मुहिम तेज
देश में आरंभ होगा नशामुक्त भारत अभियान-2.0
- मध्यप्रदेश शासन ने 'नशामुक्त भारत अभियान' में शामिल प्रदेश के 15 जिलों में गतिविधियाँ तेज कर राष्ट्रीय एप NMBA में प्रविष्टि करने के निर्देश दिये हैं, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर इनका सतत् मूल्यांकन हो सके। मध्यप्रदेश अभियान में अग्रणी राज्यों में शामिल है। केन्द्र शासन द्वारा अगस्त माह में 'आजादी के अमृत महोत्सव' में 'नशामुक्त भारत अभियान' में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 3 राज्य और जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा।
मध्यप्रदेश शासन ने ‘नशामुक्त भारत अभियान’ में शामिल प्रदेश के 15 जिलों में गतिविधियाँ तेज कर राष्ट्रीय एप NMBA में प्रविष्टि करने के निर्देश दिये हैं, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर इनका सतत् मूल्यांकन हो सके। मध्यप्रदेश अभियान में अग्रणी राज्यों में शामिल है। केन्द्र शासन द्वारा अगस्त माह में ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ में ‘नशामुक्त भारत अभियान’ में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 3 राज्य और जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा।
अभियान की सफलता को देखते हुए केन्द्र शासन ने ‘नशामुक्त भारत अभियान-2.0’ भी शुरू करने का निर्णय लिया है। वर्तमान में अभियान में देश के नशे के विरूद्ध जन-जागरूकता की आवश्यकता वाले 272 जिले शामिल हैं। दूसरे चरण में 100 अन्य जिलों को शामिल किया जाएगा। मध्यप्रदेश से अभियान में 15 जिले शामिल हैं और दूसरे चरण के लिये जिलों का नाम माँगा गया है।
सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग द्वारा गत माह 14 से 30 जून तक हुए पखवाड़े में जबलपुर जिले में 23 हजार 321 और दतिया में 20 हजार 765 गतिविधियों की प्रविष्टि को काफी सराहना मिली। अभियान में शामिल प्रदेश के 15 जिलों- सागर, इंदौर, नर्मदापुरम, मंदसौर, सतना, ग्वालियर, भोपाल, उज्जैन, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, नीमच, रतलाम, जबलपुर, रीवा और दतिया के कलेक्टर से कहा गया है कि शेष जुलाई माह में सभी विभागों के सहयोग से नशा विरोधी जन-जागरूकता गतिविधियाँ करें। ‘नशामुक्त भारत अभियान’ (NMBA) मोबाइल एप पर रियल टाइम पर जिले तथा मास्टर वॉलेंटियर्स द्वारा गतिविधियों की प्रविष्टियाँ की जाएँ।
‘आजादी के अमृत महोत्सव’ में जिले के 75 महत्वपूर्ण स्थलों पर एक साथ ‘नशामुक्त भारत अभियान’ की अति-महत्वपूर्ण विविध गतिविधियों को विभागों और जन-प्रतिनिधियों की सहभागिता से सम्पन्न कर एप पर प्रविष्टियाँ दर्ज कराएँ। जुलाई माह के अति-महत्वपूर्ण ‘ऐतिहासिक दिवस’ – ‘तिरंगा दिवस’, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चन्द्रशेखर आजा़द की जयंती, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की पुण्य-तिथि आदि पर सामूहिक कार्यक्रम किए जाएँ।