शिवराज सिंह चौहान शराब नीति का विरोध कर शराब माफियाओं के संरक्षक बन रहे हैं-नरेंद्र सलूजा

आबकारी नीति में परिवर्तन शराब माफियाओं के खिलाफ लेकिन शिवराज सिंह चौहान उसका विरोध कर शराब माफियाओं के संरक्षक बन कर , उसके पक्ष में खड़े हो रहे हैं।
शिवराज जी चाहते हैं शराब माफिया ख़ूब पनपे -नरेंद्र सलूजा

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि आबकारी नीति में जारी नई अधिसूचना सिर्फ अवैध शराब की तस्करी व बिक्री को रोकने के लिए लाई गई है।अवैध शराब की बिक्री से होने वाली जनहानि , विवाद को रोकने के लिए यह प्रावधान किए गए हैं।इस अधिसूचना में स्पष्ट रूप से उल्लेखित है कि जहां अवैध शराब की तस्करी की रिपोर्ट आएगी ,वहीं उप दुकान को खोलने की अनुमति दी जाएगी।
कल मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने भी पत्र के द्वारा शिवराज सिंह जी को पूरे तथ्यों के साथ स्पष्ट कर दिया कि नई शराब की दुकान खोलने का कोई प्रावधान इस अधिसूचना में नहीं किया गया है।शिवराज सिंह जी जनता को झूठ परोसकर गुमराह ना करे।प्रदेश सरकार नागरिकों के स्वास्थ्य और भविष्य के प्रति चिंतित है।मुख्यमंत्री जी ने पत्र में पूरे तथ्यों और आंकड़ों से स्पष्ट किया कि जो शिवराज जी शराब का विरोध कर रहे हैं ,किस प्रकार उनके कार्यकाल में शराब की दुकान में जमकर बढ़ोतरी हुई ,उनका झूठ उन्होंने प्रदेश की जनता के सामने लाया।
उसके बावजूद शिवराज सिंह जी का आज भी शराब को लेकर झूठ परोसना यह स्पष्ट कर रहा है कि शिवराज जी शराब माफियाओं के पक्ष में , उनके संरक्षक बनकर उनकी पैरोकारी कर रहे है।वे नहीं चाहते कि अवैध शराब की बिक्री बंद हो ,शराब की तस्करी पर अंकुश लगे इसलिए वो शराब माफियाओं के पक्ष में खड़े होकर इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं।पूरा प्रदेश जानता है कि शराब माफियाओं को पूरे 13 वर्ष शिवराज सिंह चौहान ने खुलकर संरक्षण दिया और अभी भी विपक्ष में रहकर वे शराब माफियाओं के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं।उन्हें प्रदेश की जनता की चिंता नहीं उन्हें तो शराब माफियाओं की चिंता है। प्रदेश यह भी जानता है कि उनकी सरकार में शराब की दुकानो से गन्ने का रस , गाय का दूध नहीं बिकता था , शराब ही बिकती थी और शराबबंदी की बात कर उनकी सरकार साफ़ मुकर चुकी थी।
सलूजा ने कहा कि पूरा प्रदेश जानता है कि अपने 13 वर्ष के कार्यकाल में शिवराज सिंह चौहान शराब माफिया ,रेत माफिया ,परिवहन माफिया से लेकर सभी तरह के माफ़ियाओ के खुलकर संरक्षक बने रहे ,सभी तरह के माफियाओं को उन्होंने खुलकर संरक्षण दिया ,उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की और आज जब कमलनाथ सरकार ऐसे माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है तो शिवराज सिंह आगे आकर उसका विरोध कर रहे हैं।
उन्हें प्रदेश की जनता की नहीं , माफ़ियाओ की चिंता है।

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