“बोलेंगे तो बदलेगा” के स्लोगन के साथ मोबाइल वाणी की का दो दिवसीय कार्यशाला शुरू
मध्यप्रदेश मोबाइल वाणी के 08800438555 नंबर पर मिस कॉल करके जाने क्या है खास
मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के कई जिलों से प्रतिभागी ले रहे हैं भाग।
मोबाइल वाणी द्वारा भोपल के \ हमीदिया रोड पर स्थित होटल सोनाली रेजिडेंसी में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला आरंभ हुई । जिसमें दिल्ली से आए ग्राम वाणी संस्था के डायरेक्टर श्री सुल्तान अहमद ने विस्तार पूर्वक अपनी संस्था और उसके अंतर्गत चलने वाली मोबाइल वाणी के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी देते हुए बताया कि मोबाइल वाणी का उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा सामुदायिक रिपोर्टर तैयार किए जाएं ताकि वह आसानी से अपनी समस्याओं और सफलताओं को लोगों के सामने रख सकें।
उन्हों ने मध्य प्रदेश मोबाइल वाणी का नंबर 08800438555 जारी करते हुए मध्य प्रदेश वासियों से कहा कि इस पर केवल एक मिस कॉल करें और जानें कि मध्य प्रदेश मोबाइल वाणी पर क्या खास चल रहा है। उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि लोगों को अपने अधिकारों को पहचानना होगा और इन्हीं सारी जानकारियों को देने के लिए मोबाइल वाणी का एक प्लेटफार्म बनाया गया है ताकि लोग अपनी बात न केवल मोबाइल वाणी के प्लेटफार्म के द्वारा दूसरों तक पहुंचा सके बल्कि वह सरकार की योजनाओं की जानकारी भी ले सकें और उससे लाभान्वित होकर अपने जीवन शैली को कुछ बेहतर कर सकें।
ग्राम वाणी के डायरेक्टर श्री सुल्तान अहमद ने कहा कि हम में से अधिकतर लोग सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में नहीं जानते या बहुत कम जानते हैं। इसके लिए हमें जागरूक होना होगा और अपने पास पड़ोस के लोगों को भी जागरूक करना होगा। ताकि अधिक से अधिक सरकारी योजनाओं का लाभ लिया जा सके। हम में से अधिकतर लोग अभी भी मनरेगा, सूचना का अधिकार इत्यादि स्कीमों के बारे में जानकारी नहीं रखते हैं। यही कारण है कि कुछ लोग उसका नाजायज फायदा उठाकर लोगों को उनके अधिकारों से वंचित रखते हैं।
मध्य प्रदेश के कई जिलों जैसे शिवपुरी, राजगढ़, छिंदवाड़ा, गुना, दतिया, खंडवा, बड़वानी, इंदौर, देवास, बैतूल समेत महाराष्ट्र के नागपुर से आए लगभग 30 प्रतिभागियों ने अपना-अपना परिचय देते हुए अपनी समस्याओं को भी एक्सपर्ट के सामने रखा।
प्रतिभागियों ने कहा कि जब हम लोगों को उनके अधिकार के बारे में बताने जाते हैं तो वह कहते हैं कि इससे आपको क्या मिलेगा? हम आपके सामने अपनी समस्या क्यों रखें?
छिंदवाड़ा से आए एक प्रतिभागी दिनकर ने प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि हम लोगों से भी पहले इस प्रकार के प्रश्न किए जाते थे लेकिन जब लोगों को हमसे लाभ मिलने लगे तो वही लोग अब सरकारी स्कीमों का फायदा दूसरों तक भी पहुंचा रहे हैं।
दिनकर ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई एक स्कीम का लाभ हमने अपनी थोड़ी सी कोशिश से गांव के किसी वंचित और बेसहारा परिवार को 2 लाख की राशि दिलवाकर उसके चेहरे पर मुस्कान लाई। अब वह परिवार न केवल हमारी बात मानता है बल्कि पूरे गांव में लोगों को जागरूक करने में हमारा सहयोग भी करता है।
दिन के आखिर में लगभग 15 जिलों से आए प्रतिभागियों ने समूह में अपने- अपने जिले के नाम से एक-एक क्लब बनाया और हर क्लब का वर्क प्लान एक चार्ट पेपर पर बनाकर प्रेजेंटेशन द्वारा यह बताया कि उनके क्लब का उद्देश्य क्या है? और वह अपने क्लब से लोगों को कैसे और किस समय सीमा में मोबाइल वाणी के प्लेटफार्म को प्रयोग में लाते हुए लाभ दिला सकेंगे।