मध्यप्रदेश सरकार राज्य के साढ़े 8 करोड़ नागरिकों के सहयोग से,समृद्ध, विकसित और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए कृतसंकल्पित – राज्‍यपाल मध्यप्रदेश श्री मंगुभाई पटेल ने अभिभाषण के जरिये सदन को बताया

 

 

राज्‍यपाल ने 91 बिंदुओं पर केंद्रित अभिभाषण 28 मिनट तक सदन में पढ़ा

एमपीपोस्ट, 07 मार्च 2022 ,भोपाल। मध्यप्रदेश की 15वीं विधानसभा का चौथा बजट सत्र आज 7 मार्च से शुरू हो गया है। सदन में पहले दिन सोमवार को राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण से कार्यवाही प्रारंभ हुई। यह सत्र 25 मार्च तक चलेगा। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली शिवराज सरकार वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट 9 मार्च को पेश करेगी।

मध्यप्रदेश विधान सभा,सोमवार, दिनांक 7 मार्च, 2022,विधान सभा पूर्वाह्न 11.00बजे जैसे जी समवेत हुई,अध्यक्ष,मध्यप्रदेश विधान सभा श्री गिरीश गौतम पीठासीन हुए, स्पीकर एमपी विधानसभा ने सदन की कार्यवाही प्रारंभ करते हुए कहा अब, राष्‍ट्रगीत ”वन्‍दे मातरम्” होगा.सदस्‍यों से अनुरोध है कि वे कृपया अपने स्‍थान पर खड़े हो जाएं. इसके बाद सदन में राष्‍ट्रगीत ”वन्‍दे मातरम्” का समूह गान किया गया।

इसके पश्चात सदन ने राज्‍यपाल मध्यप्रदेश श्री मंगुभाई पटेल के आगमन की प्रतीक्षा की गई।

11 बजकर 11 मिनट बजे राज्यपाल मध्यप्रदेश का सदन में चल समारोह के साथ आगमन हुआ। राज्‍यपाल मध्यप्रदेश श्री मंगुभाई पटेल ने 11 बजकर 12 मिनट पर अपना अभिभाषण शुरू किया। 15वीं विधानसभा के चौथे बजट सत्र को राज्यपाल ने संबोधित किया।

राज्यपाल मध्यप्रदेश श्री मंगुभाई पटेल के अभिभाषण की प्रमुख बिंदु

राज्‍यपाल मध्यप्रदेश श्री मंगुभाई पटेल ने ने सदन को सम्बोधित करते हुए बताया की 21 वीं सदी के आत्मनिर्भर भारत का उदय हो रहा है। सबका साथ, सबका विकास,सबका प्रयास और सबका विश्वास ही भारत मंत्र बन गया है। सरकार राज्य के साढ़े 8 करोड़ नागरिकों के सहयोग से,समृद्ध, विकसित और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए कृतसंकल्पित होकर कार्य कर रही है।

राज्‍यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा की मध्यप्रदेश तेजी से आत्मविश्वासी,आत्मनिर्भर और अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है। प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र को पश्चिमी क्षेत्र से जोड़ने बाले 906 किलो मीटर लम्बाई के प्रथम स्थान पर है तथा सड़कों की लंबाई में देश के प्रथम 7 राज्यों में सम्मिलित है।

राज्‍यपाल मध्यप्रदेश श्री मंगुभाई पटेल ने कहा की ‘ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न।

संत शिरोमणि रविदास जी की पंक्तियों को चरितार्थ करते हुए सरकार जनकल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।

राज्यपाल ने बताया की सुशासन हमारा साधन है, स्वराज्य साध्य। अगर इरादों में नेकी और ईमानदारी हो। अगर कामों में जनता की भागीदारी हो तो रामराज्य की परिकल्पना धरती पर उतरते देर नहीं लगी। सरकार इसी पर काम कर रही है।

राज्‍यपाल मध्यप्रदेश श्री मंगुभाई पटेल ने यह प्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदलने का समय है। सरकार प्रदेश के विकास और उन्नति के लिए निरंतर कार्य कर रही है। गौरवशाली और वैभवशाली भारत के निर्माण में मध्यप्रदेश अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देगा, वह दिन दूर नहीं। जब मध्यप्रदेश को देश और दुनिया के सबसे विकसित एवं आत्मनिर्भर राज्य बनाने का सपना साकार होगा।

राज्‍यपाल मध्यप्रदेश श्री मंगुभाई पटेल ने 91 बिंदुओं पर केंद्रित अभिभाषण 28 मिनट तक सदन में पढ़ा।

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