इंदौर को देश का स्टार्टअप केपिटल बनाया जायेगा –

पी.नरहरि,सचिव सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग मध्यप्रदेश शासन ने कहा

 

स्टार्ट-अप पॉलिसी आत्म-निर्भर म.प्र. की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी
स्टार्टअप संचालकों और निवेशकों का हुआ सम्मेलन-

 

मध्यप्रदेश के सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि आगामी 13 मई को इंदौर में स्टार्टअप की नई पॉलिसी लांच की जायेगी। यह पॉलिसी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअल लांच करेंगे। इंदौर में होने वाले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान विशेष रूप से मौजूद रहेंगे। श्री सखलेचा ने कहा कि स्टार्टअप की नई पॉलिसी आत्म-निर्भर भारत तथा आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की दिशा में बड़ा कदम साबित होगी। इस पॉलिसी में स्टार्टअप को आगे बढ़ाने के लिये अनेक प्रावधान किये गये हैं। यह पॉलिसी स्टार्टअप के प्रतिनिधियों के सुझावों के आधार पर तैयार की गई है।

मंत्री श्री सखलेचा सोमवार को इंदौर के ब्रिलियंट कॅन्वेशन सेंटर में स्टार्टअप के कर्टन रेजर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में स्टार्टअप के संचालक और निवेशकों के मध्य आपसी समन्वय स्थापित कराया गया। सांसद श्री शंकर लालवानी, सचिव सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम श्री पी. नरहरि, कलेक्टर श्री मनीष सिंह विशेष रूप से मौजूद थे।

मंत्री श्री सखलेचा ने कहा कि स्टार्टअप को आगे बढ़ाने के लिये अनुकूल वातावरण उपलब्ध करवाया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आहवान पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का सपना है कि हम स्टार्टअप में भी देश में अव्वल रहे। इंदौर में बड़ी संख्या में निवेशक हैं। यहाँ स्टार्टअप और इसमें निवेश की अपार संभावनाएँ हैं। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप को आगे बढ़ाने के लिये सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध है। यहाँ सभी तरह की क्षमता एवं संसाधन है। जोखिम लेने की ताकत भी है। जरूरत बस इन्हें अवसर देने एवं शुरूआत करने की है। स्टार्टअप पॉलिसी एक नई शुरुआत है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिये लक्ष्य आधारित प्रयास किये जाये। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार अनुकूल वातावरण, सुविधाएँ और संसाधन देने में कोई कोर कसर नहीं रखेगी।

सांसद श्री शंकर लालवानी ने कहा कि स्टार्टअप के क्षेत्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को साकार रूप देने के लिये इंदौर में पुरजोर प्रयास किये जा रहे है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की विशेष उपस्थिति में गत 26 जनवरी को स्टार्टअप कार्यक्रम कर संकल्पों को साकार करने की शुरुआत की थी। अल्प समय में ही स्टार्टअप के सुझावों को आधार बनाकर नई स्टार्टअप पॉलिसी तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि इंदौर को स्टार्टअप हब बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

 

 

 

 

 

 

सचिव सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम श्री पी.नरहरि ने कहा है कि गत 26 जनवरी को स्टार्टअप से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने संवाद किया था। इसके पश्चात स्टार्टअप को स्थापित करने के लिये तेजी से काम शुरू किये गये। इको सिस्टम डेहवलप किया जा रहा है। नई स्टार्टअप पॉलिसी बनाई गई है। इंदौर को देश का स्टार्टअप केपिटल बनाया जायेगा। इंदौर में विकास एवं प्रगति की अपार संभावनाएँ हैं। यहाँ सकारात्मक वातावरण है। इको सिस्टम बेहतर है। हर क्षेत्र में चहुँमुखी उन्नति हो रही है। संबंधित पक्षों से विचार-विमर्श कर उनके सुझाव के आधार पर स्टार्टअप पॉलिसी तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि इंदौर में स्टार्टअप का कार्यालय स्थापित किया जायेगा और इंदौर ने जिस तरह से स्वच्छता के क्षेत्र में देश में अपनी पहचान बनाई, इसी तरह स्टार्टअप में भी इंदौर की नई विशेष पहचान बनायेंगे। उन्होंने बताया कि स्टार्टअप को अनुदान, वेंचर केपिटल फण्ड सहित अन्य वित्तीय और तकनीकी मदद भी दी जायेगी।

कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने कहा नयी पॉलिसी से स्टार्टअप को बड़ी मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि 13 मई को होने वाला कार्यक्रम स्टार्टअप के लिये बड़ा अवसर है। स्टार्टअप के लिये इंदौर में बेहतर इको सिस्टम है। आईटी कंपनियाँ इंदौर की ओर आकर्षित हो रही है। आईटी सेक्टर बढ़ने से स्टार्टअप को भी मदद मिलेगी। इंदौर में औद्योगिक निवेश का बेहतर वातावरण निर्मित हुआ है। डॉ. निशांत खरे ने भी संबोधित किया ।

सम्मेलन में स्टार्टअप के संचालकों तथा निवेशकों के मध्य समन्वय स्थापित कराया गया। स्टार्टअप से चर्चा के दौरान निवेशकों ने निवेश करने की रूचि प्रदर्शित की। कार्यक्रम में मुख्य रूप से 9 स्टार्टअप कंपनियों में निवेश के लिये 28 निवेशकों ने अपनी रूचि जाहिर की। कार्यक्रम में 9 स्टार्टअप के प्रतिनिधियों ने अपने इनोवेशन और इनोवेटिव की जानकारी दी।

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