केंद्रीय गृहमंत्री, अमित शाह ने भोपाल में प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों के सवालों की बौछार के खुलकर जवाब दिए पेश हैं सवाल -जवाब

मंच पर CM शिवराज सिंह चौहान, BJP प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, MP के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा उपस्थित थे पत्रकार वार्ता का संचालन मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने किया

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भोपाल में आज 20 अगस्त 2023 को प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों के सवालों के बौछार के खुलकर जवाब दिए। 2023 का चुनाव जीतने पर शिवराज सिंह ही मुख्यमंत्री होंगे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शिवराज जी अभी भी मुख्यमंत्री हैं। आप क्यों पार्टी का काम कर रहे हैं।

गृहमंत्री अमित शाह ने मीडिया के सवालों के भी जवाब दिए। 2023 का चुनाव जीतने पर शिवराज सिंह ही मुख्यमंत्री होंगे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शिवराज जी अभी भी मुख्यमंत्री हैं। आप क्यों पार्टी का काम कर रहे हैं।
मीडिया के सवाल और शाह के जवाब…

सवाल: AI – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में भारत और मध्यप्रदेश के संदर्भ में भारत सरकार और आपका दृष्टिकोण क्या है?

जवाब: देखिए, मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा का प्रचार- प्रसार मोदी जी और शिवराज जी के समय में हुआ है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जो क्षेत्र है, वो उच्च शिक्षा के बिना संभव नहीं है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में जो भी विकास देशभर में होगा, उच्च शिक्षा के बिना संभव नहीं है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में इसका रॉ मटेरियल, बच्चे तैयार करने, युवाओं को तैयार करने के काम यहां बहुत अच्छे तरीके से हुए हैं। मुझे मध्य प्रदेश के युवाओं की क्षमता पर विश्वास है, जरूर इस क्षेत्र में भी अपना दम दिखाएंगे और देश में अच्छा स्थान हासिल करेंगे।

सवाल: आपने आज सिर्फ विकास पर बात की, ये मानें कि 2023 और 2024 के चुनाव में आप इसी मुद्दे पर आएंगे?

जवाब: हम चाहते हैं कि चुनाव विकास के मुद्दे पर हों। कांग्रेस की परंपरा जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण के आधार पर चुनाव को घसीटकर ले जाना। मोदी जी ने पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस की नई परंपरा शुरू की है। हमने हमारे सारे एजेंडे को भी समाप्त किया है। धारा 370 को भी समाप्त किया है। राम मंदिर का निर्माण भी तेजी से हो रहा है। यहां महाकाल लोक भी बना है। हम जरूर चाहेंगे कि चुनाव डेवलपमेंट और गरीब कल्याण के मुद्दे पर हो।

सवाल: 15 महीने की कमलनाथ सरकार का जिक्र किया? क्या इनका काम भाजपा के लिए चुनौती है? BJP आरोप पत्र लाएगी?
जवाब: मैंने आज आरोप लगा ही दिए हैं। जवाब देना चाहिए उनको। इन्हें मध्य प्रदेश की जनता के सामने आना चाहिए। हिम्मत हैं तो जवाब दें।

सवाल: BJP में परिवारवाद पर क्या कहना है?

जवाब: परिवारवाद की जब हम बात करते हैं तो पार्टी की मिल्कियत की बात करते हैं। आप क्या कह सकते हैं कि BJP मध्यप्रदेश की मिल्कियत कोई परिवार की है। आप मुझे बताइए, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव गुट) … मैं नेताओं के नाम नहीं लेना चाहता। परिवारवाद का मतलब है सरकार और शासन में एक ही परिवार के व्यक्ति आएंगे। कहीं इक्का-दुक्का किसी के परिवार को योग्यता के आधार पर टिकट दिया, ये परिवारवाद का मुद्दा डाइल्यूट करना है। परिवारवाद मतलब- पार्टी की मिल्कियत, सत्ता की मिल्कितय एक परिवार के हाथ में रहना।

सवाल: कर्नाटक और हिमाचल में आप अपने मुद्दे लेकर गए थे, वहां सरकार नहीं बनी, ऐसा क्या है कि एमपी की जनता इन मुद्दों को मानकर यहां भाजपा की सरकार बनाएगी?

जवाब: हम मणिपुर में, आसाम, उत्तर प्रदेश में दो बार जीते। पंचायत से पार्लियामेंट तक जीत का सबसे ज्यादा अच्छा रिकॉर्ड भाजपा का है। दो बार पूर्ण बहुमत की सरकार हमने बनाई।

सवाल: आपने कई मुफ्त की घोषणाएं कीं, इन्हें कैसे लागू करेंगे, बजट का क्या प्रावधान है, ऐसा क्या करेंगे कि प्रदेश की जनता पर प्रभाव नहीं पड़े?
जवाब: हमने ये घोषणाएं चुनाव के समय नहीं कीं। हर घर में शौचायल 2015 में आई, 2020 में हर घर नल आई, हमारी योजनाएं और चुनाव का संबंध नहीं है। रही बात गरीब को रेवड़ी बांटने वाली बात की तो गरीब को भी समझ है कि मोदी जी ने एक लाख का घर दिया और कोई 200 रुपए का बिल माफ करेगा तो वह एक लाख का घर भूलकर 200 रुपए बिल माफी पर वोट नहीं करेगा। हमारा विश्वास गरीब को गरीबी से बाहर निकालना और उसकी आय बढ़ाना है।

सवाल: कांग्रेस का कहना है कि मध्यप्रदेश सरकार पर आज कई गुना कर्ज है?

जवाब: बजट के अनुपात में हमारा कर्ज कम है। बजट बढ़ता है तो कर्जा लेने की क्षमता बढ़ती है, यह अर्थतंत्र का सिद्धांत है।

सवाल: आपने कहा कि शिवराज जी के शासनकाल में विकास की गंगा बह गई। इस आधार पर कितने वोट मिलेंगे आपको?
शाह का जवाब: इसका जवाब तो कोई ज्योतिष ही दे सकता है।

सवाल: 2018 के चुनाव में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ा, लेकिन सीट घटी, उस समय क्या कमी रही, जो 2023 में पूरी हो गई है?
जवाब: 2015 से कांग्रेस ने सोची-समझी रणनीति के तहत गुजरात, एमपी, राजस्थान और कई राज्यों में जाति के आंदोलन खड़े किए। जातिवाद का जहर जनता में घोलने का प्रयास किया। 2018 का चुनाव जातिवाद के घोले हुए जहर की परछाई में हुआ, फिर भी हमें कांग्रेस से 1 लाख वोट ज्यादा मिले। इस बार उनके 15 महीने का शासन भी देख लिया है। हम बहुत बढ़े बहुमत के साथ हम सरकार बनाने जा रहे हैं।

सवाल: दिग्विजय का आरोप है कि एमपी में नूंह की तरह BJP दंगों की प्लानिंग कर रही है?

जवाब: दिग्विजय सिंह का ऐसा ही स्वभाव है। जो आदमी के मन में होता है, ऐसी ही बात मुंह से निकलती है। एक महीने बाद दिग्विजय को पूछ लेना कि दंगा क्यों नहीं हुआ।

गृहमंत्री अमित शाह ने 2023 का चुनाव जीतने पर शिवराज सिंह ही मुख्यमंत्री होंगे? इस सवाल के जवाब में कहा कि शिवराज जी अभी भी मुख्यमंत्री हैं। आप क्यों पार्टी का काम कर रहे हैं।

 

CM बोले, मोदी PM बने, तब MP के विकास को नई गति मिली

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘डबल इंजन की सरकार ने विकास के नए प्रतिमान गढ़े। जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, मध्यप्रदेश की प्रगति और विकास को नई गति मिली।’ BJP के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, ‘हमारा संकल्प मध्यप्रदेश को स्वर्णिम प्रदेश बनाने का है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से निकाला।’

MP BJP की ओर से 4 VIDEO रिलीज किए गए हैं। पहले में BJP सरकार की योजनाओं को गिनाया गया। दूसरे में मोदी सरकार की ओर से मध्यप्रदेश को दिए गए लाभ दर्शाए हैं। तीसरे VIDEO में दिग्विजय सिंह के शासनकाल को ब्लैक और शिवराज सिंह के शासनकाल को वाइट में दिखाया गया है। गरीब कल्याण महा अभियान थीम सॉन्ग ‘हम गरीब कल्याण के हित में मेहनत करने वाले हैं’ का VIDEO भी जारी हुआ।

मंच पर CM शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री अमित शाह, BJP प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, MP के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा उपस्थित थे।

पत्रकार वार्ता का संचालन मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने किया।

क्या है गरीब कल्याण महा अभियान

गरीब कल्याण महा अभियान के तहत MP के उन 1.36 करोड़ लोगों को ब्रांड की तरह पेश किया जाएगा, जो 2015-16 के मुकाबले 2019-21 के बीच आई नीति आयोग की रिपोर्ट में गरीबी रेखा से बाहर आए। गरीब कल्याण महा अभियान के जरिए केंद्र और राज्य की गरीबी रेखा से नीचे वालों के लिए जो भी योजनाएं चलाई जा रही हैं, उन्हें घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। ये संदेश दिया जाएगा कि 2003 से प्रदेश की भाजपा सरकार और 2014 से केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार के कारण ही 1.36 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं।

 

 

 

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