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सशक्त पुलिस, सुरक्षित मध्यप्रदेश,हाईटेक पुलिसिंग से मजबूत हो रहा मध्यप्रदेश का सुरक्षा चक्र

नागरिकों के लिए संवेदनशील, अपराधों पर सख्त मध्यप्रदेश पुलिस

Story Highlights
  • बहाल रही कानून व्यवस्था, गंभीर अपराधों पर रहा नियंत्रण मध्यप्रदेश में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों में विश्वास कायम करने में वर्ष 2022 में पुलिस ने अपने आदर्श वाक्य “देशभक्ति-जनसेवा” को सार्थक किया। नागरिकों के प्रति जहां पुलिस ने संवेदनशीलता का परिचय दिया, वहीं अपराधों पर अंकुश लगा। चाहे कॉम्बिंग गश्त में एक साथ पूरे प्रदेश में साढ़े 9 हजार से अधिक वारंटियों को गिरफ्तार करने की बात हो या अदम्य साहस दिखाते हुए नक्सलियों से मुठभेड़ में असाधारण सफलता प्राप्त करनी हो, सभी माेर्चों पर पुलिस ने अपनी कार्यकुशलता को प्रमाणित किया। मध्यप्रदेश पुलिस ने जमीनी स्तर पर अपनी क्षमताओं को मजबूत किया और तकनीकी तंत्र के माध्यम से जघन्य एवं गंभीर अपराधों के निराकरण में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। वर्ष 2023 में पुलिस की कार्यप्रणाली को औेर बेहतर बनाया जाएगा एवं पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों की दक्षता बढ़ाई जाएगी।

 

 

बहाल रही कानून व्यवस्था, गंभीर अपराधों पर रहा नियंत्रण

मध्यप्रदेश में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों में विश्वास कायम करने में वर्ष 2022 में पुलिस ने अपने आदर्श वाक्य “देशभक्ति-जनसेवा” को सार्थक किया। नागरिकों के प्रति जहां पुलिस ने संवेदनशीलता का परिचय दिया, वहीं अपराधों पर अंकुश लगा। चाहे कॉम्बिंग गश्त में एक साथ पूरे प्रदेश में साढ़े 9 हजार से अधिक वारंटियों को गिरफ्तार करने की बात हो या अदम्य साहस दिखाते हुए नक्सलियों से मुठभेड़ में असाधारण सफलता प्राप्त करनी हो, सभी माेर्चों पर पुलिस ने अपनी कार्यकुशलता को प्रमाणित किया। मध्यप्रदेश पुलिस ने जमीनी स्तर पर अपनी क्षमताओं को मजबूत किया और तकनीकी तंत्र के माध्यम से जघन्य एवं गंभीर अपराधों के निराकरण में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। वर्ष 2023 में पुलिस की कार्यप्रणाली को औेर बेहतर बनाया जाएगा एवं पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों की दक्षता बढ़ाई जाएगी।

 

प्रदेश में शांति एवं कानून व्यवस्था बरकरार :-

● पूरी दुनिया में कोविड काल में जब लोग घरों में कैद रहे तब भी मध्यप्रदेश पुलिस ने तत्परता से अपने कर्तव्य का निर्वहन किया और नागरिकों के जीवन को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पूरी तत्परता और सतर्कता के साथ अपने कर्तव्य का पालन किया। दो वर्ष बाद त्यौहारों को सौहार्द पूर्वक मनाने का जब अवसर आया तो पुलिस ने जनभावना का सम्मान रखते हुए कानून एवं शांति व्यवस्था को बरकरार रखा।

● कट्टरपंथ से प्रभावित एवं उग्र होने वाले युवाओं की पहचान करने के लिए संस्थागत तंत्र बनाने पर जोर दिया गया। यही कारण है कि मध्यप्रदेश में शांति व्यवस्था बहाल रही।

● वर्ष 2022 में नगरीय निकाय एवं त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव एक साथ हुए, जो शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए।

 

 

आंतरिक सुरक्षा पर नहीं आने दी आँच :-

● प्रदेश शांति का टापू है और इसकी आतंरिक सुरक्षा पर कोई आँच ना आए, इसके लिए मध्यप्रदेश में लगातार राष्ट्रविरोधी ताकतों के विरुद्ध कार्रवाई की गई। वर्ष 2022 में संचालित किये गये नक्सल विरोधी अभियानों के दौरान विगत 6 माह (जून से दिसम्बर) के दौरान 114 लाख रुपये के 6 इनामी नक्सलियों को धराशायी किया। 32 साल के नक्सल इतिहास में पहली बार नक्सल विरोधी अभियान में इतनी बड़ी सफलता मिली।

● अदम्य साहस का परिचय देते हुए सुरक्षा बलों ने प्रदेश के नक्सल इतिहास में प्रथम बार डिविजनल कमाण्डर स्तर के नक्सली को मार गिराया और प्रथम बार 2 एके 47 जब्त की। प्रदेश में ऐसे दुर्दान्त नक्सलियों को मार गिराने पर 117 जवानों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया।

● मध्यप्रदेश का अंतिम सक्रिय डकैत गुड्‌डा गुर्जर हुआ पुलिस शॉर्ट एनकाउंटर में गिरफ्तार।

● मध्यप्रदेश पुलिस ने प्रतिबंधित संगठनों जेएमबी औेर पीएफआई पर की प्रभावी कार्रवाई।

 

सामाजिक न्याय एवं समाज के सभी वर्गों की सुरक्षा रही प्राथमिकता:-

चिह्नित सनसनीखेज एवं जघन्य अपराध

(1.01.2022 से 30.11.2022 तक)

● कुल 949 प्रकरणों का माननीय न्यायालय ने किया निराकरण

● 668 प्रकरणों में दोषसिद्धि

● कुल 415 प्रकरणों में 698 अपराधियों को आजीवन कारावास, 3 प्रकरणों में 3 आरोपियों को मृत्युदण्ड

● दोषसिद्धि का प्रतिशत 70

महिला एवं बाल अपराध पर अंकुश

● पुलिस ने महिला एवं बाल अपराध पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए हैं। जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत प्रदेश के सभी जिलों में महिला थाने संचालित हैं। इस वर्ष अतिरिक्त 250 पुलिस थानों में महिला ऊर्जा डेस्क का शुभारंभ किया गया, अब 950 महिला ऊर्जा डेस्क कार्यरत हैं। चेतना अभियान, असली हीरो, सम्मान अभियान के माध्यम से व्यापक जनजागृति के प्रयास किए।

● ऑपरेशन मुस्कान एवं अन्य विशेष प्रयासों से वर्ष 2022 (नवंबर तक) में 9413 बालिकाओं एवं 2205 बालकों को दस्तयाब किया।

मिल रहा सामाजिक न्याय

● वंचित वर्गों के विरुद्ध होने वाले अत्याचारों को रोकने और सामाजिक समरसता का माहौल कायम करने में “साक्षी संरक्षण योजना” के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।

● प्रभावी पुलिसिंग के चलते 906 हॉट स्पॉट क्षेत्रों में घटित होने वाले अपराधों की संख्या में 50 प्रतिशत की कमी आई।

● वर्ष 2022 में संचालित की जाने वाली योजनाओं के फलस्वरूप अजा/जजा वर्ग के प्रति अपराधाें पर रहा नियंत्रण।

 

जघन्य-सनसनीखेज अपराधों में त्वरित पतारसी और कार्रवाई :-

सम्पूर्ण म.प्र. में इस वर्ष कारित लगभग सभी सनसनीखेज घटनाओं का पर्दाफाश

कुछ प्रमुख घटनाएं :

सागर : सागर तथा भोपाल में (5 सोते हुए चौकीदारों की हत्या-अंधे कत्ल करने वाले) आरोपी को गिरफ्तार किया एवं थाना नरयावली में सराफा व्यापारी का अपहरण कर लूट एवं हत्या करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर एक करोड़ से अधिक का मशरूका बरामद किया।

इंदौर : इंदौर में हुए अग्निकाण्ड में 7 लोगों की हत्या करने वाले अज्ञात आरोपी को 12 घण्टे की अवधि में गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।

ग्वालियर : दिनदहाड़े 1.20 करोड़ की लूट का पुलिस ने 6 घंटे में खुलासा किया और आरोपियों को गिरफ्तार किया और लूट की रकम बरामद की।

जबलपुर: जबलपुर में महाराष्ट्र बैंक ए.टी.एम. में कैश लोड करने गये बैंक के गार्ड की गोली मारकर हत्या एवं 2 कैशियर को गोली मारकर घायल कर कैश पेटी लूटने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लूटे गये रुपये लगभग 33 लाख बरामद करने में सफलता प्राप्त हुई।

 

 

विशेष अभियानों ने तोड़ी माफिया की कमर :-

एंटी माफिया अभियान (वर्ष 2022 में की गई कार्रवाई )

पुलिस ने प्रदेशभर में एंटी माफिया अभियान चलाया। इसमें भूमाफिया, शराब माफिया, खनन माफिया, चिटफंड माफिया, राशन माफिया, मिलावट माफिया के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई हुई।

भू–मफिया

● कुल 3612 प्रकरण दर्ज, 294 अपराध पंजीबद्ध

● 5426 एकड़ से अधिक शासकीय भूमि अवैध कब्जे से कराई मुक्त, 44 व्यक्तियों के विरुद्ध एनएसए एवं 97 व्यक्तियों के विरुद्ध जिला बदर की कार्यवाही हुई।

रेत माफिया

● 2331 अपराध पंजीबद्ध, 1676 आरोपी गिरफ्तार, 2633 चार पहिया वाहन जब्त।

राशन माफिया

● 391 अपराध पंजीबद्ध, 343 आरोपी गिरफ्तार, 12 व्यक्तियों के विरुद्ध रासुका की कार्रवाई, 34.98 करोड़ रुपये मूल्य का खाद्य पदार्थ जब्त ।

चिटफंड माफिया

● 133 अपराध पंजीबद्ध, 39 आरोपी गिरफ्तार, 12018 निवेशकों को 26.64 करोड़ रुपये वापस दिलाए

● भारतीय रिजर्व बैंक /संस्थागत वित्त द्वारा प्रेषित कुल 117 एवं ईमेल के माध्यम से (डिजीटल लोन एप) 298 शिकायतें प्राप्त हुई, जिस पर कार्यवाही कर निवेशकों के पैसे वापस लौटाने एवं संपत्ति कुर्की की कार्यवाही हुई।

मिलावट माफिया

● 165 अपराध पंजीबद्ध, 81 आरोपी गिरफ्तार, 10 व्यक्तियों के विरुद्ध रासुका, 3.85 करोड़ रुपये मूल्य के मिलावटी खाद्य पदार्थ जब्त

शराब माफिया

● अवैध शराब के कारोबारियों पर दबिश देकर 1, 27, 454 प्रकरणों में 1,28,698 आरोपी गिरफ्तार किए गए। आरोपियों से देशी शराब 3,53,718 लीटर, विदेशी 2,80,727 लीटर, अवैध कच्ची हाथ भट्‌टी 5,79,711 लीटर, स्प्रीट/टिंचर 96,257 लीटर एवं कुल 1682 वाहन जब्त किए गए।

(वर्ष 2022 में मादक पदार्थों और शराब का अवैध कारोबार करने वालों पर प्रभावी कार्रवाई कर विगत वर्ष की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक प्रकरण पंजीबद्ध किए गए)

 

यातायात व्यवस्था दुरुस्त, नागरिकों को किया जागरूक :-

● आम नागरिकों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से वर्ष 2022 से प्रत्येक माह में एक दिवस “यातायात जागरुकता दिवस” के रूप में मनाया जा रहा है, इस एक दिवसीय यातायात जागरुकता दिवस में पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सक्रिय भूमिका से आमजन को यातायात नियमों एवं सड़क सुरक्षा के बारे में जानकारी दी जा रही है। इस वर्ष 9,100 जागरुकता अभियान आयोजित किए।

 

 

बेसिक पुलिसिंग हुई और भी मजबूत :-

● माइक्रो बीट सिस्टम

— आमजन से पुलिस के जीवंत संपर्क के लिए नवाचार किया गया। प्रदेश भर में पुलिस आरक्षक स्तर के कर्मियों को बीट प्रभारी बनाकर जवाबदेही तय की गई। पुलिस की निगरानी व्यापक हुई और आमजन में भी पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा।

● कॉम्बिंग गश्त

— 10 दिसंबर 2022 की रात पुलिस महानिदेशक की अगुवाई में प्रदेशभर में कॉम्बिंग गश्त की गई। इसमें 17 हजार से अधिक पुलिसकर्मी सड़कों पर उतरे और एक ही रात में साढ़े 9 हजार से अधिक अपराधियों और वारंटियों को पकड़ा। अप्रैल 2022 से शुरू हुए ऑपरेशन के तहत दिसंबर तक कुल 13 हजार 364 गिरफ्तारी वारंटी तथा 7143 स्थाई वारंटी पकड़े गए।

● पैदल गश्त

— 30 जुलाई को प्रदेशभर में पुलिस ने पैदल भ्रमण अभियान चलाया। सभी वरिष्ठ अधिकारियों और लगभग एक हजार थाना प्रभारियों के साथ ही 550 चौकी प्रभारियों ने गश्त की।

● औचक निरीक्षण

— प्रदेश के 124 थानों में रात 12 से 5 बजे तक वरिष्ठ अधिकारियों ने थानों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाई गई कमियों को तत्काल सुधार के निर्देश दिए।

(वर्ष 2022 में कानून व्यवस्था को बरकरार रखने एवं अपराधों की रोकथाम हेतु प्रभावी रूप से की गई प्रतिबंधात्मक कार्रवाइयों में विगत वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई)

 

नागरिकों के लिए संजीवनी बनी डायल 100 :-

● अब तक डायल 100 से एक करोड़ 44 लाख लोग लाभान्वित हुए। इसमें 13 लाख 75 हजार महिलाओं को मदद पहुंचाई। सड़क दुर्घटना में 8 लाख 91 हजार घायलों को अस्पताल पहुंचाया। 20,632 गुम बच्चों को परिजनों से मिलवाया। 1 लाख 92 हजार महिला एवं पुरुषों को आत्महत्या से रोका एवं 1 लाख 42 हजार वरिष्ठ नागरिकों को सहायता पहुंचाई।

● एफआरवी वाहन द्वारा प्रतिमाह लगभग 30 लाख किलोमीटर गश्त की जा रही है।

 

 

भोपाल एवं इंदौर में पुलिस आयुक्त प्रणाली से शांति एवं कानून व्यवस्था हुई और सुदृढ़ :-

● भोपाल में प्रतिबंधात्मक कार्रवाइयों में लगभग 9500 व्यक्तियों को बाउंड ओवर किया। नये गुंडों के पनपने पर भी रोक लगी, जहां वर्ष 2021 में लगभग 600 नये गुंडे सामने आये थे, वहीं वर्ष 2022 में यह संख्या आधे से भी कम (289) रह गई। विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष लूट के प्रयास के मामलों में 83 प्रतिशत कमी, नकबजनी में 11 प्रतिशत की कमी और अन्य भादवि अपराधों में 35 प्रतिशत की कमी। प्रति लाख की जनसंख्या पर अपराधों में 21 प्रतिशत की कमी। विगत वर्ष की तुलना में वर्ष 2022 में कुल अपराधों में 19 प्रतिशत की कमी।

● वहीं इंदौर में आदतन अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी बाउन्ड ओवर किया। जिसमें 107/116 सीआरपीसी में 23384 अपराधियों का बाउन्ड ओवर किया तथा 6248 आदतन अपराधियों का बाउन्ड ओवर किया। 226 आदतन अपराधियों का जिला निष्कासन किया। पुलिस आयुक्त प्रणाली के प्रभावी क्रियान्वयन का ही परिणाम है कि इंदौर में वर्ष 2022 में डकैती की एक भी घटना घटित नहीं हुई। विगत वर्ष की तुलना में वर्ष 2022 में चोरी एवं लूट के प्रकरणों में लगभग 15 प्रतिशत की कमी आई।

 

फएसएल ने संगीन अपराधों की सुलझाई गुत्थी :-

● एफएसएल द्वारा इस वर्ष 30 नवंबर 2022 तक कुल 30,019 प्रकरणों का निराकरण।

● इस वर्ष अभी तक एफएसएल द्वारा डीएनए के 5550 प्रकरणों का निराकरण।

● डीएनए के प्रकरणों के शीघ्र निराकरण हेतु परीक्षण क्षमता प्रतिमाह 250 से बढ़कर 600 से अधिक हुई।

● वर्ष 2022 में आरएफएल इंदौर में डीएनए परीक्षण सुविधा प्रारंभ, वर्तमान में जिला रीवा, रतलाम एवं जबलपुर लैब के नवीन भवन निर्माण व एफएसएल लैब का कार्य प्रगति पर है।

 

राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश पुलिस का बढ़ा मान:-

● इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY)द्वारा नई दिल्ली में 7 जनवरी 2023 को आयोजित होने वाले डिजिटल इंडिया अवॉर्ड 2022 समारोह में मध्यप्रदेश पुलिस को माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा ई-विवेचना एप के उल्लेखनीय उपयोग के लिए डिजिटल “इनिशिएटिव एट ग्रासरूट लेवल कैटेगरी” में प्रथम पुरस्कार (प्लेटिनम) से सम्मानित किया जाएगा।

● राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो, नई दिल्ली द्वारा 31 अगस्त 2022 को द्वितीय नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ स्टेट सायबर नोडल ऑफिसर्स में सायबर पुलिस मुख्यालय भोपाल को देश में द्वितीय स्थान।

● सेंट्रल फिंगर प्रिंट ब्यूरो, नई दिल्ली में 20 और 21 सितंबर 2022 को आयोजित ऑल इंडिया डायरेक्टर्स की 23वीं कॉन्फ्रेंस में स्मार्ट यूसेज ऑफ फिंगर प्रिंट कैटेगरी में मध्यप्रदेश के सिवनी के थाना कुरई के प्रकरण को देश में द्वितीय स्थान।

● एनसीआरबी, मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स द्वारा 16 दिसंबर 2022 को नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में सीसीटीएनएस के जरिये अपराधों की रोकथाम में प्रदेश को मिला द्वितीय स्थान।

● 22 दिसंबर 2022 को आयोजित एनुअल इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी समिट में मध्यप्रदेश सायबर पुलिस को ‘सायबर क्षेत्र में पुलिस की क्षमता निर्माण’ में प्रथम पुरस्कार और ‘सायबर कॉप ऑफ द ईयर’ का द्वितीय पुरस्कार।

 

मध्यप्रदेश पुलिस ने किए जनहित में तकनीकी नवाचार :-

● राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो, पुलिस मुख्यालय भोपाल में सीसीटीएनएस कमांड एवं कंट्रोल रूम स्थापित कर प्रदेश के 1110 थानों एवं 638 वरिष्ठ कार्यालयों में स्थापित कंप्यूटर नेटवर्क एवं अधोसरंचना तथा सीसीटीएनएस डाटा सेंटर की एकीकृत मॉनीटरिंग की जाती है। जिससे अपराध एवं अपराधियों की जानकारी थाना स्तर पर सुलभ हुई।

● अपराधियों को पकड़ने में नेशनल ऑटोमेटेड फिंगर प्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (NAFIS) महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मध्यप्रदेश इस प्रणाली से अज्ञात मृतक की पहचान करने वाला पहला राज्य एवं सर्वाधिक अनसुलझे प्रकरण की पतारसी करने वाला पहला राज्य बना।

● मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा पांच बैंकों के साथ एमओयू हस्ताक्षर कर पीओएस मशीन के माध्यम से समस्त जिलों में चालानी कार्रवाई की जा रही है।

● citizen.mppolice.gov.in पर ई-एफआईआर, चरित्र सत्यापन, एकल महिला पंजीयन, वरिष्ठ नागरिक पंजीयन, ई-गुम इंसान, चोरी हुए वाहनों जैसी पुलिस संबंधी सुविधाएं प्रदान की जा रही। अब तक कुल 4300 से अधिक ई-एफआईआर प्राप्त हुई।

● आमजन तक पुलिस की पहुंच के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए। जिसमें डायल 100, महिला हेल्पलाइन नंबर 1090, चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 आदि शामिल हैं।

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