मध्यप्रदेश के विधानसभा उपाध्यक्ष का पद ढाई साल से रिक्त, एमपी विधानसभा का सत्र 13 सितंबर से

बीजेपी अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिला को मौका देना चाहती,कांग्रेस भी उम्मीदवार उतार सकती है

 

 

एमपीपोस्ट, 12 सितम्बर, 2022 ,भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष का पद पिछले ढाई साल से रिक्त पढ़ा है। एमपीपोस्ट को मिली जानकारी के अनुसार जबकि भारत के संविधान के अनुच्छेद 178 के अंतर्गत और मध्यप्रदेश विधानसभा प्रक्रिया तथा कार्य संचानल संबंधी नियम के नियम 8 ( 1 ) के तहत उपाध्यक्ष का निर्वाचन उस तिथि को होगा जो अध्यक्ष निश्चित करे और प्रमुख सचिव प्रत्येक सदस्य को उस तिथि की सूचना भेजेगा। लेकिन मध्यप्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष के पद का निर्वाचन पिछले ढाई साल से न हो पाने के कारण यह पद रिक्त पढ़ा है।

विधानसभा के उपाध्यक्ष को मध्यप्रदेश में कैबिनेट मंत्री का दर्जा और वेतन भत्ते जो विधान सभा नियत करे प्राप्त होते हैं।

मध्यप्रदेश विधानसभा का गठन के बाद से अबतक 18 उपाध्यक्ष रह चुके हैं। सुश्री हिना लिखीराम कावरे 24 मार्च 2020 तक अंतिम उपाध्यक्ष रहीं। इसके बाद से ही उपाध्यक्ष का पद लगभग ढाई साल से रिक्त है।

मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी इसबार उपाध्यक्ष पद पर अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिला को मौका देना चाहती। तो निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान मध्यप्रदेश विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल इंडियन नेशनल काँग्रेस पार्टी भी अपना उम्मीदवार उतार सकती है।

मध्य प्रदेश की पंचदश विधानसभा का मानसून सत्र 13 से आरंभ होकर 17 सितंबर 2022 तक चलना नियत है । इस पांच दिवसीय सत्र में सदन की पांच बैठकें होंगी ।
मानसून सत्र की अधिसूचना जारी होने से अब तक विधानसभा सचिवालय में तारांकित प्रश्न 765 एवं तारांकित प्रश्न 751कुल 1516 प्रश्नों की सूचना प्राप्त हुई है, जबकि ध्यानाकर्षण की 216, स्थगन प्रस्ताव की 18, अशासकीय संकल्प की 08 तथा शून्यकाल की 66 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं। विधेयक भी 07 विधानसभा सचिवालय को प्राप्त हुए हैं। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश की पंचदश विधानसभा का यह द्वादश सत्र होगा।

मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 13 सितंबर 2022 से शुरू हो रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 17 सितम्बर 2022 को मध्यप्रदेश दौरे के चलते सत्र की कार्यवाही नियत समय से पहले अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो सकती है।

 

 

 

 

 

 

Exit mobile version