एमपी में बिजली की सर्वाधिक माँग का तीन दिन में ही दो बार बना नया रिकार्ड
प्रदेश में सर्वाधिक 15,860 मेगावाट बिजली की मांग का नया रिकार्ड दर्ज
- मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जानकारी दी है कि मध्यप्रदेश के इतिहास में पुनः सर्वाधिक बिजली की माँग का नया रिकार्ड तीन दिन में गत दिवस 30 नवम्बर को बना। इस दिन अब तक सर्वाधिक 15 हजार 860 मेगावाट बिजली की माँग रही। इससे पहले प्रदेश में 27 नवम्बर को बिजली की सर्वाधिक माँग 15 हजार 748 मेगावाट दर्ज हुई थी। प्रदेश में बिजली की सर्वाधिक माँग की शत-प्रतिशत आपूर्ति भी सुनिश्चित की गई।
मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जानकारी दी है कि मध्यप्रदेश के इतिहास में पुनः सर्वाधिक बिजली की माँग का नया रिकार्ड तीन दिन में गत दिवस 30 नवम्बर को बना। इस दिन अब तक सर्वाधिक 15 हजार 860 मेगावाट बिजली की माँग रही। इससे पहले प्रदेश में 27 नवम्बर को बिजली की सर्वाधिक माँग 15 हजार 748 मेगावाट दर्ज हुई थी। प्रदेश में बिजली की सर्वाधिक माँग की शत-प्रतिशत आपूर्ति भी सुनिश्चित की गई।
प्रदेश में दर्ज सर्वाधिक 18 हजार 860 मेगावाट बिजली की सर्वाधिक मांग में मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (जबलपुर, सागर एवं रीवा संभाग) में 4220 मेगावाट, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (भोपाल एवं ग्वालियर संभाग) में 4904 मेगावाट और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (इंदौर एवं उज्जैन संभाग) में 6398 मेगावाट दर्ज हुई। रेलवे को भी 339 मेगावाट बिजली दी गई।
प्रदेश में कैसे हुई बिजली सप्लाई
प्रदेश में 30 नवम्बर को जब बिजली की माँग 15 हजार 860 मेगावाट दर्ज हुई तो उस समय बिजली की सप्लाई में मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप एवं जल विद्युत गृहों का उत्पादन अंश 3585 मेगावाट, इंदिरा सागर-सरदार सरोवर-ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना का अंश 1190 मेगावाट, सेंट्रल सेक्टर का अंश 4232 मेगावाट और आईपीपी का अंश 2564 मेगावाट रहा। विद्युत ऊर्जा उत्पादन के अन्य स्त्रोतों से प्रदेश को 4288 मेगावाट बिजली मिली।