मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं प्रवक्ता और चुनाव आयोग कार्य प्रभारी एडवोकेट जे.पी.धनोपिया ने आज मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को शिकायत प्रेषित करते हुए कहा कि प्रदेश में उप सम्पन्न हो रहे उप चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता प्रभावशील है लेकिन प्रदेश की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार द्वारा उप चुनावों के दौरान आचार संहिता की खुलकर अवेहलना की जा रही है एवं हालात यह है कि थोक के भाव अधिकारियों के मनमर्जी से उप-चुनाव वाले क्षेत्रों में चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से स्थानांतरण किए जा रहे है जिसका ताजा उदाहरण 8 अक्टूबर को 42 नायब तहसीलदारों एवं 15 तहसीलदारों के स्थानांतरण की सूची जारी होना स्पष्ट करता है कि भाजपा सरकार चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के उद्देश्य से उन्हीं क्षेत्रों में जहां-जहां उप चुनाव हो रहे है वहां-वहां भाजपा के हित में काम करने वाले एवं भाजपा के विरूद्ध काम करने वाले अधिकारियों को चिन्हित कर स्थानांतरण किए जा रहे है। आश्चर्य इस बात का है कि माननीय चुनाव आयोग द्वारा उक्त प्रक्रिया पर रोक लगाने की कार्यवाही भी नहीं की जा रही है।
पृथ्वीपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा नेताओं के इशारे पर अधिकारी, कर्मचारियों को भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार न करने की सजा देने में स्थानीय अधिकारी पूरा सहयोग कर रहे है, जिसका उदाहरण पुरानी तारीखों में कर्मचारियों को स्थानांतरित किया जा रहा है जिसमें पृथ्वीपुर में वार्डन के पद पर पदस्थ श्रीमती विशना वर्मा को अपने पद से दिनांक 8.10.2021 को पुरानी तारीख का आदेश जारी कर हटा दिया गया है।
श्री धनोपिया ने: माननीय निर्वाचन आयोग से मांग की है कि आदर्श आचार संहिता प्रभावशील रहने वाले क्षेत्रों में अब मात्र 20 दिन शेष रह गए है तथा इस अवधि के दौरान कम से कम शासन द्वारा किए जा रहे स्थानांतरण पर रोक लगाया जाना न्यायोचित होगा जिससे कि लोकसभा एवं विधानसभा के उप चुनावों के मतदान पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़े तथा उप चुनावों का मतदान निष्पक्ष एवं स्वतंत्रत रूप से सम्पन्न हो सकें ।