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टूरिज्म मध्य्रपेदश की ताकत है, “स्टार्ट योर बिजनिस इन थर्टी डेज” योजना – मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

जेईसी को विश्व-स्तरीय कॉलेज के रूप में स्थापित करेंगे : मुख्यमंत्री श्री चौहान

 

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के गौरवशाली 75वें वर्ष में प्रवेश पर अमृत महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की ओर एक कदम “सृजन” के तहत स्थापित सेन्टर फॉर इन्क्यूबेशन डिजाईन एण्ड इनोवेशन और नवीन टीचिंग ब्लॉक का भी शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के अमृत महोत्सव में शामिल होना मेरे लिये भी सौभाग्य का क्षण है। यह एक ऐतिहासिक अवसर है। इस कॉलेज ने कई नेशनल और इंटरनेशनल पर्सनेलिटीज दी हैं। कार्यक्रम में जबलपुर के प्रभारी मंत्री एवं लोक निर्माण, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री गोपाल भार्गव और तकनीकी शिक्षा, खेल-युवा कल्याण, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया भी मौजूद रहीं।

स्नातक स्तर पर दो नवीन शाखाएँ होंगी प्रारंभ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जबलपुर की इस धरोहर को हम विश्व-स्तरीय इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में स्थापित करने का प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जेईसी में स्नातक स्तर पर दो नवीन शाखाओं को प्रारंभ करने की जरुरत है। इसके लिये हमने वर्कआउट किया है। यहाँ आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स एवं डेटा साईंस और मेकाट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की शाखाएँ प्रारंभ की जायेंगी।

विद्यार्थियों से किया संवाद

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अमृत महोत्सव कार्यक्रम में युवा इंजीनियरिंग छात्रों के साथ संवाद भी किया। इस दौरान उन्होंने छात्रा आर्या सिंह ठाकुर, रितिका शर्मा, श्रीन दुबे, पूर्णिमा श्रीवास्तव और छात्र रजनीश कुशवाहा के प्रश्नों के जवाब दिये।

“स्टार्ट योर बिजनिस इन थर्टी डेज” योजना बनाई

संवाद के दौरान छात्रा आर्या सिंह ठाकुर ने प्रदेश में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने संबंधित प्रश्न मुख्यमंत्री से किया। इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। हमने उद्योग नीति को प्रोग्रेसिव और इन्वेस्टर फ्रेण्डली बनाया है। औद्योगिक निवेश के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करने की सतत् रूप से कोशिश की है। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की दिशा में हमने “स्टार्ट योर बिजनिस इन थर्टी डेज” की योजना भी बनाई है। अभी हमारे एमएसएमई के 13 नये क्लस्टर स्वीकृत हुए हैं और इनकी संख्या हम लगातार बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अभी तीन इंडस्ट्रियल कॉरीडोर बनाने का फैसला भी लिया है। पहला अटल एक्सप्रेस-वे, दूसरा जबलपुर-रीवा-सतना होते हुए सिंगरौली तक अलग-अलग इण्डस्ट्री के लिये कॉरीडोर स्थापित करना और तीसरा नर्मदा एक्सप्रेस-वे है। नर्मदा एक्सप्रेस-वे को हम अमरकंटक से प्रारंभ कर जबलपुर होते हुए गुजरात की सीमा तक ले जायेंगे और जगह-जगह लघु उद्योग, कुटीर उद्योग और बड़े निवेश के लिये औद्योगिक क्लस्टर का निर्माण करने का प्रयास करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रश्न के जवाब के दौरान युवाओं से रोजगार मांगने वाले नहीं, रोजगार देने वाले बनने का आव्हान भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इसके लिये राज्य सरकार युवाओं का हर संभव सहयोग करेगी। हमने फाईनेन्शियल सपोर्ट के लिये पूर्व में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना बनाई थी। इसको हम पुनर्जीवित करेंगे और अपने बेटे-बेटियों के लिये उद्योग लगाने के अवसर पैदा करेंगे।

प्रत्येक संभागीय मुख्यालय पर मॉडल आईटीआई की होगी स्थापना

युवाओं से संवाद के दौरान इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा रितिका शर्मा के स्किल्ड डेवलपमेन्ट संबंधी सवाल पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शिक्षा के तीन उद्देश्य है, ज्ञान देना, नागरिकता के संस्कार देना और कौशल देना। सामान्य मेनपावर और स्किल्ड मेनपावर के बीच के गैप को हमें भरना होगा। इसके लिये हमने प्रदेश के सभी संभागीय मुख्यालयों में मॉडल आईटीआई स्थापित करने की दिशा में काम प्रारंभ कर दिया है। साथ ही सिंगापुर के सहयोग से भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क की स्थापना का कार्य कर रहे हैं, जिसमें एक साथ 6 हजार बच्चों को एडमिशन मिलेगा और यह पार्क विश्व-स्तरीय होगा।

मन में चाह हो, तो राह को निकलना ही होता है

संवाद के दौरान छात्रा श्रीन दुबे ने मुख्यमंत्री श्री चौहान से कोरोना काल के दौरान उनकी ऊर्जा और सकारात्मकता के स्त्रोत के विषय में प्रश्न पूछा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ऑक्सीजन क्राईसिस के दौर की वो सात रातें बड़ी कठिन थीं। मैं सोया नहीं। मैंने खुद ऑक्सीजन टैंकर्स के ड्राईवर्स तक से बात की। उन्होंने कहा कि यदि मनुष्य मन में ठान ले, तो कुछ भी असंभव नहीं है। मन में चाह हो, तो राह को निकलना ही होता है। संकट के दौर से प्रदेश को निकालने का काम हमने अकेले नहीं किया है। इसमें जनता ने भी सहयोग किया। हमने जिला, ब्लॉक और ग्राम स्तरीय क्राईसिस मैनेजमेन्ट ग्रुप का गठन किया। सबने मिलकर प्रयास किया और जन-सहयोग से हमने इस लड़ाई को लड़ा और लड़ रहे हैं।

टूरिज्म मध्य्रपेदश की ताकत है

युवा संवाद के दौरान टूरिज्म डेव्हलपमेन्ट को लेकर प्रश्न किया गया। इस पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टूरिज्म मध्य्रपेदश की ताकत है। इसके पूर्व में भी हमने कई राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं। टूरिज्म के लिये बेहतर नीति तैयार करने का कार्य हमने किया है। विभिन्न इनोवेटिव आईडिया जैसे बफर में सफर, हॉट बलून आदि के माध्यम से टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है। हम रुरल टूरिज्म को भी डेव्हलप करने की दिशा में कार्य करने जा रहे हैं। हमारे द्वारा पर्यटन के विविध आयामों को ध्यान में रखते हुए इसे बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है।

प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने में समर्थ बनाने की दिशा में कर रहे कार्य

युवा इंजीनियर्स को स्टेबलिश करने की दिशा में राज्य शासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों के विषय में छात्र राजनीश कुशवाहा के सवाल पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमने मेधावी विद्यार्थियों के लिये मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना सहित विभिन्न योजनाएँ बनाई हैं। मुख्यमंत्री युवा कांन्ट्रेक्टर योजना भी इसका हिस्सा रही है। हम अपने प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने में समर्थ बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।

मंत्री श्री भार्गव ने किया संबोधित

जबलपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक अवसर और महत्वपूर्ण दिन है। शिक्षा उपयोगी हो, इस दिशा में सतत रूप से मध्यप्रदेश सरकार काम कर रही है। कौशल उन्नयन के क्षेत्र में भी हमने कार्य किया है। जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज एक ऐतिहासिक विरासत है। यहाँ के विद्यार्थियों ने बड़े-बड़े संस्थानों के साथ ही राजनैतिक क्षेत्र में भी अपना परचम लहराया है।

सबकी जुबान में हो जेईसी का नाम

तकनीकी शिक्षा मंत्री श्रीमती सिंधिया ने जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के सर्वांगीण विकास के लिये ऊर्जा के साथ काम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि हम इसे इंटरनेशनल स्तर पर लाने की दिशा में कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हमेशा हमें एजुकेशन के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिये प्रेरित किया है। उनके मार्गदर्शन में ही हम बच्चों को स्वयं का उद्यम स्थापित करने की दिशा में आगे ले जा रहे हैं। इस कॉलेज को ऐसा स्थापित करने का प्रयास करेंगे जिससे इसका नाम सभी की जुबान पर हो।

कॉलेज के प्रथम बैच के इंजीनियर श्री गुप्ता ने बताया इतिहास

जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज एल्युमिनीज एसोसिएशन के प्रथम बैच के इंजीनियर और संरक्षक इंजीनियर एस.के. गुप्ता ने जेईसी के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कॉलेज का नाम राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर रोशन करने वाले विद्यार्थियों के विषय में भी जानकारी दी।

अमृत महोत्सव कार्यक्रम को क्षेत्रीय विधायक श्री अशोक रोहाणी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर कॉलेज की ऐतिहासिक धरोहर पर भारतीय डाक विभाग द्वारा जारी डाक टिकट का विमोचन किया गया। अंत में कॉलेज के एल्युमिनी और एचसीएल के संस्थापक पद्मभूषण श्री अजय चौधरी ने वर्चुअली आभार व्यक्त किया।

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