मध्यप्रदेश की पर्यटन, संस्कृति और अध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि मध्यप्रदेश पर्यटन विश्व पटल पर अग्रणी बनेगा। इसके लिए सभी के सांझे प्रयासों की आवश्यकता है। मंत्री सुश्री ठाकुर कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में ट्रेवल ट्रेड मीट को संबोधित कर रही थी। मध्यप्रदेश टूरिजम बोर्ड द्वारा प्रदेश के ट्रेवल एजेंट्स, टूर ऑपरेटर्स और होटल संचालकों को पर्यटन गंतव्यों के प्रति जागरूक करने, आगामी आयोजनों एवं ट्रेवल एग्जीबिशन में सहभागिता की जानकारी देने के लिए मीट की गई।
मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर अध्यात्मिक पर्यटन को तेजी से बढ़ावा देना होगा। पुरातन नदी माँ नर्मदा, उज्जैन एवं ओंकारेश्वर में दो ज्योर्तिलिंग, राहू गृह का जन्म स्थान कुक्षी जैसे कई पवित्र और यूनिक स्थान प्रदेश में है, जो विश्व में प्रख्यात हैं। इन सभी धरोहरों को शोकेस कर पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि मध्यप्रदेश में अन्य राज्यों की तुलना में पर्यटन की अधिक संभावनाएँ हैं। यहाँ प्राकृतिक पर्यटन के साथ ऐतिहासिक और पुरातात्विक धार्मिक, स्वास्थ्य और ग्रामीण पर्यटन भी है। इन सभी संभावनाओं पर परस्पर सहयोग से कार्य करना होगा।
जी-20 और प्रवासी भारतीय सम्मेलन की मेजबानी के लिए तैयार है मध्यप्रदेश
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति और प्रबंधक संचालक मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि वर्ष 2022-2023 में दो अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आयोजन प्रवासी भारतीय दिवस और जी-20 बैठक की मेजबानी मध्यप्रदेश करने वाला है। दोनों ही आयोजनों में समन्वय का दायित्व म.प्र. टूरिज्म को सौंपा गया है। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम इंदौर में 9 जनवरी 2023 को होगा। इसमें हजारों की संख्या में एनआरआई प्रदेश में आमंत्रित किए जायेंगे, जो सभी टूर ऑपरेटर, होटेलियर, ट्रांसपोर्टर के लिए व्यापार के लिहाज से बड़ा अवसर होगा। साथ ही विश्व के प्रमुख अर्थ-व्यवस्थाओं के समूह जी-20 देशों की बैठक की मेजबानी भारत को मिली है, जिसमें से कुछ बैठकें भोपाल, इंदौर और खजुराहो में होंगी।
प्रबंध संचालक पर्यटन निगम श्री एस विश्वनाथन ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में नए नवाचार किए गए हैं। पर्यटक को पर्यटन का 360 डिग्री आनंद का अनुभव कराने निगम ने पर्याप्त व्यवस्था की है। प्रदेश का नैसर्गिक सौंदर्य और जंगल पर्यटन पूरे देश में मशहूर है। साथ ही विभाग द्वारा संचालित की जा रही योजनाओं और प्रशासनिक सपोर्ट से आप सभी के कार्य को और आसान बनाया जा रहा है।
अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री विवेक श्रोत्रिय ने कहा कि म.प्र. में पर्यटन के लिहाज से असीम संभावनाएँ है। उदयगिरी की गुफा में श्रीगणेश का पहला स्थापत्य रूप हो या फिर विदिशा में नटराज की विशाल प्रतिमा। कई ऐसे गंतव्य हैं, जिनका आप सभी के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार हो तो ये क्षेत्र भी पर्यटन के नक्शे से जुड़ जाएंगे। इस दौरान प्रश्नोत्तर राउंड हुआ, जिसमें टूर ऑपरेटर्स ने टूरिज्म बोर्ड से अपनी अपेक्षाएँ और सुधार के लिए सुझाव भी बताए।
उप सचिव पर्यटन श्री सुनील दुबे सहित टूरिज्म बोर्ड के उप संचालक श्री युवराज पडोले, सुश्री दीपिका चौधरी, श्री उमाकांत चौधरी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।