मध्यप्रदेश में स्कूल खोलने का निर्णय विशेषज्ञों से विचार-विमर्श करने के बाद लिया जायेगा – मुख्यमंत्री,शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की कोरोना की समीक्षा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना के एक्टिव केस तीन दिन से लगातार घट रहे हैं। प्रदेश के बड़े शहरों इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में कोरोना के केस कम होने लगे हैं। अस्पतालों में बहुत ही कम संख्या में कोरोना के मरीज भर्ती हैं। स्कूल खोलने के संबंध में विशेषज्ञों से विचार-विमर्श किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास में कोरोना के नियंत्रण एवं बचाव की समीक्षा कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी रायसेन से वर्चुअल शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्कूलों को खोलने पर चर्चा करते हुए कहा कि अन्य राज्यों में कोरोना की स्थिति देखते हुए आगे निर्णय लिया जायेगा। विशेषज्ञों से भी सलाह ली जायेगी। पूरा विचार-विमर्श करने के बाद ही स्कूल खोले जायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अभी 67 हजार 945 एक्टिव केस हैं। देश में भी कोरोना के केस कम होने लगे हैं। प्रदेश में कोरोना की टेस्टिंग अच्छी चल रही है। कोरोना मरीजों के ठीक होने की संख्या भी बढ़ रही है। अस्पतालों से मरीज लगातार डिस्चार्ज हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि होम आइसोलेशन के मरीजों को आवश्यक समझाइश और दवाइयाँ समय पर दी जायें। होम आइसोलेशन से अस्पतालों में मरीज बहुत कम संख्या में भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि 15-17 वर्ष के किशोरों का वैक्सीनेशन अच्छा कार्य हुआ है। वर्तमान में भोपाल की पॉजिटिविटी दर इंदौर से ज्यादा है। सीहोर सहित अन्य जिलों में अचानक पॉजिटिविटी रेट बढ़ गई है। आगामी 15 फरवरी तक कोरोना के प्रकरणों में कमी आने की संभावना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि चिंता की बात नहीं है, सतर्कता, सावधानी और कोरोना अनुकूल व्यवहार अपनाने तथा मास्क की अनिवार्यता निरंतर जारी रखें।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने कोरोना की स्थिति और उपचार व्यवस्थाओं का प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि अभी 72 लोग ऑक्सीजन बैड पर हैं और 150 आईसीयू में हैं। स्थिति नियंत्रण में है।