मध्यप्रदेश के सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा है कि कृषकों को सुगमता से उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए वर्ष 2023-24 की कार्य-योजना अभी से तैयार करें। मंत्री डॉ. भदौरिया ने शनिवार को बैठक में विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए।
मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि उर्वरकों के अग्रिम भण्डारण के लक्ष्य में वृद्धि कर शत-प्रतिशत भण्डारण के प्रयास किए जाए। खरीफ के लिए लक्ष्य 8.40 लाख मी.टन के स्थान पर 10.90 लाख मी.टन अग्रिम भण्डारण किया जाना प्रस्तावित किया गया। अग्रिम भण्डारण का समय एक मार्च के स्थान पर एक फरवरी से हो, जिससे लंबी अवधि के लिए सम्पूर्ण भण्डारण किया जा सके।
मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि विपणन संघ के 280 डबल लॉक केन्द्र हैं, इनमें आवश्यकतानुसार बृद्धि की जा सकती है। वर्तमान में 110 विपणन समितियों द्वारा उर्वरक वितरण का कार्य किया जा रहा है, जिसे बढ़ा कर 160 विपणन समितियों से उर्वरक विक्रय कराया जायेगा। विपणन संघ से संबद्ध लगभग 110 अन्य समितियों यथा बीज उत्पादक समिति, फल-फूल उत्पादक समिति, फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी एवं अन्य सहकारी समितियों से कलेक्टर के अनुमोदन के बाद उर्वरकों का वितरण कराया जायेगा। ऐसे क्षेत्र जहाँ डबल केन्द्र अथवा समितियाँ समीप किसी स्थान पर उपलब्ध नहीं है, वहाँ विपणन संघ द्वारा सेल प्रमोटर नियुक्त कर उर्वरकों का वितरण कराया जायेगा, जिससे दूरस्थ क्षेत्र के किसानों को भी उर्वरक सुगमता से मिल सके।
विपणन संघ द्वारा सहकारिता क्षेत्र में उर्वरकों की उपलब्ध कुल मात्रा का 35 प्रतिशत उर्वरक का वर्तमान में नगद विक्रय किया जा रहा है, जिसे बढ़ा कर 50 प्रतिशत किया जायेगा। प्रमुख सचिव सहकारिता श्री विवेक पोरवाल, आयुक्त सहकारिता श्री आलोक कुमार सिंह और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।