मध्यप्रदेश हेल्थ डेस्टिनेशन और आयुष का हब बन सकता है- निवेशकों का मत
मोहित मल्होत्रा- डाबर इंडिया के सीईओ ने कहा डाबर मध्यप्रदेश से बहुतायत में औषधीय उत्पाद लेता है, कटनी में हमारा बड़ा हब है। आंवला हम मध्यप्रदेश से ले रहे है, मध्यप्रदेश में डाबर की सबसे बड़ी ग्लोबल फैक्ट्री इंदौर में 50 एकड़ बन रही है। 500 मैट्रिक उत्पाद मध्यप्रदेश से लेते हैं ,मध्यप्रदेश आयुष का हब बन सकता है।बेयर हॉउस की फेसलिटी मिल जाय।
फ़ूड प्रोसेसिंग मध्यप्रदेश में होने लगे तो मध्यप्रदेश इस क्षेत्र में अव्वल हो सकता है।
राजीव वासुदेवन- सीएमडी आयुर्वेद ग्रुप, बैंगलोर के मुताबिक़
अभी मध्यप्रदेश में 7 आयुवेर्दिक सरकारी और 13 प्राइवेट अस्पताल हैं।
मध्यप्रदेश में हेल्थ डेस्टिनेशन बनाया जा सकता है।
अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर देने होंगे। जिससे यहां पढ़ने आने वाले बच्चे अपना भविष्य देख सकें।
इससे रोजगार के अवसर और निवेश के अवसर बढ़ेंगे।
गिरीश कुबेर- वनवासी कल्याण आश्रम ने कहा की
ग्राम सभाओं के साथ मिलकर हम काम करेंगे तो कई औषधियों का ज्ञान हमें मिल सकता है।
ग्रामीणों को मोटिवेट करेंगे , इससे वह अपनी जमीन में औषधियां लगाएंगे।
कुछ मीडिएटर संस्थाओं को हमे साथ लाना चाहिए। पायलेट प्रोजेक्ट की तरह हम इसे लें।
इससे आदिवसियों के बीच भी अच्छा संदेश जाएगा। कम्यूनिटी फारेस्ट को भी साथ जोड़ना चाहिए।
रंजीत पुराणिक- श्री धुतपापेश्वर लिमिटेड मुंबई का कहना था की
मध्यप्रदेश देश का दिल है, यह अब ग्रीन लँग्स ऑफ इंडिया बने।
नीमच अश्वगंधा की ग्लोबल मंडी है। औषधी, वनस्पति और मंडी के क्षेत्र में देश में उदाहरण मध्यप्रदेश बनेगा
पन्ना जिले का आंवला देश में सबसे अच्छी क़्वालिटी का है
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