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एमपी में दस्तक अभियान के तहत प्लानिंग और प्रशिक्षण पर ध्यान

अभियान कार्यशाला में स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े

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  • मध्यप्रदेश में दस्तक अभियान के पहले कार्य-योजना तैयार करने और अभियान से जुड़े अमले को प्रशिक्षण देने पर पर्याप्त ध्यान दिया जाये। दस्तक अभियान की कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने यह बात कही। अभियान की तैयारियों के सिलसिले में कार्यशाला की गई।

 

 

मध्यप्रदेश में दस्तक अभियान के पहले कार्य-योजना तैयार करने और अभियान से जुड़े अमले को प्रशिक्षण देने पर पर्याप्त ध्यान दिया जाये। दस्तक अभियान की कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने यह बात कही। अभियान की तैयारियों के सिलसिले में कार्यशाला की गई।

स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. खाड़े ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी स्वास्थ्य संसाधनों को ध्यान में रख कार्य-योजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि बेहतर प्लानिंग के साथ प्रशिक्षण पर भी ध्यान दिया जाये। गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण से क्रियान्वयन स्तर पर बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं। स्वास्थ्य आयुक्त ने कहा कि अभियान को वास्तविक रूप में परिणामदायक बनाना है। अभियान की पूरी प्रक्रिया का डॉक्यूमेंटेशन भी किया जाये।

स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. खाड़े ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में संदेश पहुँचाने के लिये सुलभ साधन का उपयोग कर प्रचार-प्रसार किया जाये। अभियान का व्यवस्थित डॉक्यूमेंटेशन भी करें। एमडी एनएचएम श्रीमती प्रियंका दास ने दस्तक अभियान संबंधी प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष हमें पूरी तैयारी के साथ अभियान को संचालित करना है। उन्होंने बताया कि अभियान में 5 वर्ष तक के बच्चों में प्रमुख बाल्यकालीन बीमारियों की सक्रिय पहचान और प्रबंधन किया जाना है, जिससे बाल मृत्यु दर में कमी लाई जा सके। अभियान में एएनएम, आशा और आँगनवाड़ी कार्यकर्ता का संयुक्त दल 5 वर्ष उम्र तक के बच्चों वाले परिवारों के घर जाकर बच्चों की स्वास्थ्य जाँच कर बीमारियों की पहचान, उचित उपचार तथा प्रबंधन सुनिश्चित करेगा। मुख्य रूप से शैशव एवं बाल्यकालीन निमोनिया की पहचान, प्रबंधन और रेफरल, गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय पहचान, रेफरल और प्रबंधन, 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों में गंभीर एनीमिया की सक्रिय स्क्रीनिंग और प्रबंधन, बच्चों में दिखाई देने वाली जन्मजात विकृतियों की पहचान आदि गतिविधियाँ दस्तक दल द्वारा की जायेंगी। दस्तक दल गृह भेंट के दौरान आंशिक रूप से टीकाकृत और छूटे हुए बच्चों के टीकाकरण की स्थिति की जानकारी लेगा। दस्तक दल दस्त रोग की रोकथाम के संबंध में जागरूकता बढ़ायेगा।

कार्यशाला में डायरेक्टर एनएचएम (टीकाकरण) डॉ. संतोष शुक्ला, उप संचालक आईईसी ब्यूरो डॉ. अर्चना पुंढीर, उप संचालक बाल स्वास्थ्य डॉ. हिमानी यादव, उप संचालक एनसीडी डॉ. आशीष सक्सेना, यूनीसेफ प्रतिनिधि डॉ. वंदना भाटिया, डिप्टी डायरेक्टर टीकाकरण डॉ. सौरभ पुरोहित और जिलों से आये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला टीकाकरण अधिकारी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

 

 

 

 

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