मध्यप्रदेश की ग्रामीण आबादी के लिए 517 करोड़ की 513 जलप्रदाय योजनाएँ
मध्यप्रदेश की ग्रामीण आबादी शुद्ध पेयजल के लिए परेशान न हो इस दिशा में सरकारी प्रयास तेजी से जारी हैं। जहाँ जलस्त्रोत हैं, वहाँ उनका समुचित उपयोग कर आसपास के ग्रामीण रहवासियों को पेयजल प्रदाय किया जायेगा। जिन ग्रामीण क्षेत्रों में जलस्त्रोत नहीं हैं वहाँ यह निर्मित किए जायेंगे। समूची ग्रामीण आबादी के लिए यह व्यवस्था चरणबद्ध तरीके से अगले तीन सालों (2023 तक) में पूरा करने का लक्ष्य है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्वालियर-चम्बल संभाग के ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर दतिया, मुरैना तथा भिण्ड जिले में 513 ग्रामीण जलप्रदाय योजनाओं हेतु 516 करोड़ 79 लाख 21 हजार रूपये की स्वीकृतियाँ दी जा चुकीं हैं। विभाग के मैदानी अमले द्वारा जल जीवन मिशन के मापदण्डों के अनुसार कार्य भी प्रारम्भ कर दिये गए हैं।
राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश की समग्र ग्रामीण आबादी को घरेलू नल कनेक्शन से पेयजल की आपूर्ति किए जाने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल संरचनाओं की स्थापना एवं विस्तार के कार्य किए जा रहे हैं। इनमें ग्वालियर जिले की 104, गुना 127, शिवपुरी 48, दतिया 17, अशोकनगर 55, मुरैना 79 तथा भिण्ड की 83 जलसंरचनायें शामिल हैं। इन जिलों के विभिन्न ग्रामों में पूर्व से निर्मित पेयजल अधोसंरचनाओं को नये सिरे से तैयार कर रेट्रोफिटिंग के अन्तर्गत भी कार्य किया जा रहा है।