प्रगति की पहली सीढ़ी शिक्षा, शिक्षित बालिका उन्नति का आधार: राज्यपाल
राज्यपाल ने शहरी क्षेत्र के निवासियों के साथ किया संवाद और दिए हित लाभ
मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि शिक्षा प्रगति की पहली सीढ़ी होती है। शिक्षित व्यक्ति जो भी काम करता है, वह दूसरों से बेहतर होता है। शिक्षा का प्रभाव व्यक्ति के दृष्टिकोण और रहन-सहन सभी में बदलाव लाता है। उन्होंने कहा कि बेटियाँ दो परिवारों को बनाती है। इसलिए बेटियों की शिक्षा पर बहुत अधिक ध्यान दिया जाना जरुरी है। राज्यपाल श्री पटेल आज बिजासन बस्ती में टीकाकरण शिविर का अवलोकन और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के हित लाभों का वितरण करने के बाद उपस्थित जन को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम में राज्यपाल श्री पटेल बच्चों के लिए फलों की टोकरियाँ ले कर पहुँचे।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि पिछले दिनों 100 सालों में पहली बार कोरोना रूपी विपदा ने सारी दुनिया को हिला कर रख दिया। अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश को भी झकझोर दिया। मानव समाज के लिए अत्यंत दुखदायक घटना ने हमें कई सीखें भी दी। हम सभी को ऑक्सीजन घटने से जान चली जाती है, इसका पता चला। ऐसी विषम परिस्थितियों में हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने “जान है तो जहान है” का मंत्र दे कर, भीड़ से बचने, घर पर रहने और अस्पताल में वेंटिलेटर, पीपीई किट, जिनके हमने नाम भी नहीं सुने थे, उपलब्ध करा कर कई घरों को बचा लिया है। महामारी पहले चरण में बड़े शहरों में और दूसरे चरण में गाँवों तक फैल गई, क्योंकि हमने खुद की चिंता में अनुशासन का सही ढंग से पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी से बचाव का एक ही मंत्र है, जान है तो जहान है। अपने जीवन की रक्षा हमें खुद करनी होगी। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ तीसरे चरण की चेतावनी दे रहे हैं। यह चरण नुकसान नहीं पहुँचा पाए, इसके लिए बहुत सावधानी रखने की जरूरत है। उन्होंने इस अवसर पर फ्रंटलाइन वर्कर्स की सेवाओं का स्मरण करते हुए, उनके प्रति सम्मान के भाव व्यक्त किए।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि केन्द्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा जो योजनाएँ लागू की गई हैं, वह सभी आगे बढ़ने में मदद के लिए हैं। उनका लाभ ले कर आगे बढ़ने के प्रयास करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को सफल बनाने के लिए पूरी ईमानदारी के साथ कार्य करना चाहिए। किसी योजना में कर्ज लिया है तो उसकी किश्तें समय पर देना चाहिए, क्योंकि यदि एक व्यक्ति गड़बड़ करेगा तो उससे बहुत सारे लोगों को नुकसान होगा। इसलिए जरूरी है कि खुद लाभ लेने के साथ ही दूसरों को भी आगे बढ़ने में मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में बच्चों को स्कूल बेग, कॉपी, पुस्तक और अन्य समग्रियाँ प्रदान की गई है। जिन्हें यह सामग्री मिली है, वह इनका उपयोग कर बेहतर शिक्षा प्राप्त करे, इसीमें योजना की सफलता है।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सरकार द्वारा बालिकाओं की शिक्षा-दीक्षा के लिए कई अनुदान और छात्रवृतियाँ दी जाती हैं, ताकि बेटियाँ बेहतर से बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने बालिकाओं की शिक्षा पर बहुत अधिक ध्यान दिया है। वे जब गुजरात में मुख्यमंत्री बने तब उन्होंने कन्याओं की शिक्षा के लिए बहुत प्रयास किए। बच्चों को शिक्षा का महत्व समझाना माता-पिता का दायित्व है। पढ़ाई के लिए नियमित अभ्यास जरूरी है।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कार्यक्रम के प्रारंभ में बिजासन बस्ती में हो रहे टीकाकरण शिविर का अवलोकन किया। श्री विनोद कुमार को टीकाकरण प्रमाण-पत्र दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, आयुष्मान कार्ड, लाड़ली लक्ष्मी प्रमाण-पत्र, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के स्वीकृति पत्र, आँगनवाड़ी बच्चों तथा किशोरी बालिकाओं को स्कूल किट वितरित किए।