मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान होना है। चुनाव में स्वाभाविक है कि हर दल ने अपने अपने उम्मीदवार उतारे हैं । लेकिन आज जब हम एक ऐसे दौर में है जहां हम महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं, हर क्षेत्र में उनके प्रतिनिधित्व की बात करते हैं, वहाँ देखना दिलचस्प है कि विधानसभा चुनाव में कितने पुरुष, महिला और तृतीय लिंग के प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र भरा है। प्रदेश में कितने पुरुष और महिला वोटर्स हैं।
इतने मतदाता चुनेंगे भविष्य की सरकार
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आकडों के अनुसार प्रदेश में कुल 5,59,83,139 मतदाता हैं। इन पाँच करोड़ (तकरीबन) में से पुरुष मतदाताओ की संख्या 2,87,82,261 है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश ,अनुपम राजन ने बताया कि प्रदेश में 2,71,99,586 महिला मतदाता हैं। इसी के साथ 1,292 तृतीय लिंग मतदाता भी हैं।
उम्मीदवारों में लिंग विभाजन का यह है गणित
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन द्वारा की गई प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि प्रदेश में विधानसभा के लिए 2533 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ने की उम्मीदवारी जताई है। इसमें से 2280 उम्मीदवार पुरुष हैं और मात्र 252 प्रत्याशी महिला। उम्मेदवारी की ताल ठोंकने वाले 2280 प्रत्याशियों में से एक प्रत्याशी तृतीय लिंग से भी आते हैं, जो छतरपुर जिले बड़ा मलहरा विधानसभा क्षेत्र से खड़े हुए हैं।
बदलने होंगे हालात
प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 134 सीटों पर महिलाओ में अपनी उम्मीदवारी का नामांकन पत्र भरा है। लेकिन 96 सीटस ऐसी हैं जहां पर कोई भी महिला प्रत्याशी नहीं है। एमपी में यूं तो 2,71,99,586 महिला मतदाता हैं, जो कि प्रदेश की लगभग आधी (48.5%) मतदाता जनसंख्या के बराबर हैं पर प्रत्याशियों में महिलाओ का प्रातिनिधित्व सिर्फ 9.94% है । एक सभ्य समाज को चाहिए कि वह पुरुष और महिला दोनों को बराबर प्रतिनिधित्व करने का मौका दे और इसके लिए ज़रूरी कदम उठाए।