सदस्य सचिव मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड श्री चन्द्रमोहन ठाकुर ने बताया कि मिशन लाइफ में केन्द्र शासन द्वारा सुझाये गये 7 थीम के अनुसार प्रदेश में अब तक 1400 से अधिक पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम हो चुके हैं। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून तक इस तरह की 10 हजार गतिविधियाँ करने का लक्ष्य है। बोर्ड के 14 मैदानी कार्यालय इसे प्रदेश में अभियान की तरह संचालित कर आमजन को हर थीम के संबंध में लोगों के योगदान से जोड़ कर पर्यावरण-संरक्षण में उनके अमूल्य योगदान के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र में मिशन लाइफ के बारे में पहली बार प्रस्ताव रखा गया था, जिसको भारत के नेतृत्व वाले वैश्विक जन-आंदोलन के रूप में देखा गया। केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा मिशन लाइफ को जन-आंदोलन बनाने के लिए 7 थीम-जल-संरक्षण, ऊर्जा-संरक्षण, सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध, सस्टेनेबल फूड सिस्टम, अपशिष्ट को कम करना, हेल्दी लाइफ और ई-वेस्ट को कम करना में 25 तरह के कार्यक्रम सुझाये गये हैं। ये कार्यक्रम लोगों को जीवनशैली में छोटे-छोटे परिवर्तन कर पर्यावरण-संरक्षण के प्रति जागरूक करेंगे। देश में आगामी 5 जून तक ऐसे कार्यक्रम बड़ी संख्या में होने हैं।
गोबर धन में प्रथम पुरूस्कार एक लाख रूपये का
श्री ठाकुर ने बताया कि गो-शालाएँ गोबर, गो-मूत्र आदि अपशिष्ट से धन अर्जित कर संपन्न बनाने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा “आत्म-निर्भर गो-शाला” के लिए 12 से 26 मई 2023 तक हेकाथन का आयोजन किया गया। इसमें “वेस्ट-टू-वेल्थ-गोबर धन” विषय पर विशेषज्ञों, संस्थाओं, छात्र-छात्राओं आदि से ऑनलाइन प्रस्ताव माँगें गये। अब तक 28 प्रस्ताव प्राप्त हो चुकें हैं। प्राप्त प्रस्तावों का विशेषज्ञ समिति से परीक्षण करा कर 2 सर्वोत्तम सुझावों को क्रमश: एक लाख रूपये का प्रथम और 50 हजार रूपये का द्वितीय पुरूस्कार दिया जायेगा।