मध्यप्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी से सुशासन की ओर बढ़ते कदम- पीसी शर्मा
26 नवम्बर, 2019
श्री पीसी शर्मा मंत्री, विधि एवं विधायी कार्य विभाग, जनसम्पर्क, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, विमानन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग, मुख्यमंत्री से संबद्ध विभागों से संबद्ध विधि एवं विधायी कार्य विभाग से संबंधित ने मंगलवार 26 नवम्बर 2019 को कांग्रेस मुख्यालय भोपाल में संवाददाताओं को से बातचीत करते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में दूरसंचार सेवा, इंटरनेट सेवा, अवसंरचना प्रदाताओं पर वायर लाइन या वायरलेस आधारित वाइस या डाटा पहुंच सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए अधोसंरचना की स्थापना को सुगम बनाने हेतु नीति-2019 तथा प्रक्रिया निर्धारित की गयीं जिसके तहत अब कंपनियां ऑनलाइन आवेदन कर जिला कलेक्टरों से भूमि उपयोग का लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।
प्रदेश में AI (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस), ML(मशीन लर्निंग), IOT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) जैसी नवीन तकनीकों का उपयोग कर शासकीय सेवाओं को बेहतर रूप दिए जाने के लिए NASSCOM के साथ एमओयू किया गया है।
प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए आईटी पॉलिसी में संशोधन कर इसे अधिक आकर्षित बनाया गया है।
राज्य में नये डाटा सेंटर की स्थापना में सहयोग प्रदान करने हेतु सूचना प्रौद्योगिकी की निवेश प्रोत्साहन नीति में संशोधन किया गया है। डाटा सेंटर क्षेत्र में नवीन निवेश को आकर्षित करने हेतु भूमि बैंक (Land BanK) बनाये जाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
मैप-आईटी के सहयोग से विभिन्न विभागों की Internal workflow एवं कम्प्यूटरीकृत का कार्य प्रगति पर है।
मप्र स्टेट इलेक्ट्रानिक्स डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन द्वारा स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क (स्वान) के उन्नयन का कार्य किया जा रहा है।
प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवीन एवं प्रभावी लागत तकनीकी का प्रयोग किया जा रहा है। जैसे एप्लीकेशन्स को होस्टिंग पर रखना।
पत्रकारवार्ता के दौरान मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष और मंत्रियों की एक माह तक नियमित होने वाली प्रेस कांफ्रेंस के मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त समन्वयक अभय दुबे, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष सैयद जाफर समेत अनेक प्रवक्ता और पैनलिस्ट मौजूद थे।