आध्यात्म, जितना सनातन उतना प्रासांगिक- मंत्री पीसी शर्मा

आध्यात्म, जितना सनातन उतना प्रासांगिक- मंत्री पीसी शर्मा

26 नवम्बर, 2019
श्री पीसी शर्मा मंत्री, विधि एवं विधायी कार्य विभाग, जनसम्पर्क, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, विमानन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग, मुख्यमंत्री से संबद्ध विभागों से संबद्ध विधि एवं विधायी कार्य विभाग से संबंधित ने मंगलवार 26 नवम्बर 2019 को कांग्रेस मुख्यालय भोपाल में संवाददाताओं को से बातचीत करते हुए बताया कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ की आध्यात्म विभाग की अवधारणा लगभग 34 वर्ष पूर्व की है। जब वे लोकसभा में दूसरी बार चुनकर गये, तब उन्होंने सदन में नियम 377 के अधीन बोलते हुए कहा था कि भारत की आत्यामिक विरासत की रक्षा करना समाज और विशेष रूप से सरकार का कार्य है। वास्तविक आध्यामिक संस्थाओं और इस क्षेत्र में कार्य कर रहे व्यक्तियों को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए और इस प्रायोजनार्थ सरकार को आध्यात्मवादियों के लिए एक प्रामाणिक नीति बनाना चाहिए । वर्ष 1985 में लोकसभा में कही गई उक्त पंक्तियां आज भी संसदीय रिकार्ड का हिस्सा है। साथ ही यह हमारे वचनपत्र की प्रतिबद्धता भी थी। मेरा सौभाग्य है कि श्री कमलनाथ जी के इस पुण्य संकल्प को चरितार्थ करने में मैं अपना योगदान दे पाया हूं।

राम वन. गमन. पथ:-
मध्यप्रदेश की पावन भूमि का अलौकिक स्वरूप भगवान प्रभु श्रीराम के चरण कमल के प्रदेश में पड़ते ही साकार हो गया था। कमलनाथ सरकार प्रतिबद्ध है कि प्रदेश के वे पवित्र स्थल जैसे सतना, पन्ना, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर आदि जिले जहां भगवान श्रीराम ने अपने वनवास का समय व्यतीत किया था, प्रदेश कांगे्रस सरकार उन स्थलों को वही अलौकिक स्वरूप देने के लिए संकल्पित है। चित्रकूट-कामदगिरी, गुप्तगोदावरी, स्फटिक.शिला, अनुसूईया.आश्रम, हनुमान.धारा, दशरथ.गाठ इत्यादि स्थलों को धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित किया जायेगा। साथ ही भोपाल में समूचे राम वन.गमन.पथ की प्रतिकृति भी निर्मित की जायेगी।

मंदिरों, मठों, तीर्थ स्थलों का उन्नयन:-
प्रदेश में हमारी सरकार के अस्तित्व में आते ही मंदिरों में पूजा-अर्चना करने वाले पुजारियों की बेहतरी के लिए नीतियों को नये सिरे से निर्धारित किया एवं पुजारियों के मानदेय को तीन गुना कर दिया गया। सरकार द्वारा माँ नर्मदा, माँ क्षिप्रा, माँ मंदाकिनी एवं माँ ताप्ती जैसी जीवनदायिनी पवित्र नदियों की सुरक्षा एवं संरक्षण हेतु नदी न्यास का गठन किया गया है। इसके साथ ही मंदिर एवं मठों की व्यवस्थाओं को बनाये रखने हेतु मठ-मंदिर सलाहकार समिति का भी गठन किया गया है। विभिन्न मंदिरों के जीर्णाद्धार हेतु भी राशि प्रदान की गई है। साथ ही तीर्थदर्शन हेतु तीन विशेष ट्रेने चलायी गई हैं।

पत्रकारवार्ता के दौरान मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष और मंत्रियों की एक माह तक नियमित होने वाली प्रेस कांफ्रेंस के मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त समन्वयक अभय दुबे, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष सैयद जाफर समेत अनेक प्रवक्ता और पैनलिस्ट मौजूद थे।

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