एमपी में बनेगा उद्यानिकी फसलों के लिए मार्केटिंग बोर्ड
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री,शिवराज सिंह चौहान की कुशवाहा समाज के महाकुंभ में घोषणा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सागर में लवकुश मंदिर के निर्माण और सामुदायिक धर्मशाला भवन के लिए 10 करोड़ रुपए राशि का चेक कुशवाहा समाज को सौंपा
भोपाल के भेल दशहरा मैदान में हुआ कुशवाहा समाज का महाकुंभ
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कुशवाहा समाज देशभक्त और परिश्रमी समाज है। समाज को संगठित रहकर आगे बढ़ना है। कुशवाहा समाज भारतीय संस्कृति का रक्षक है। इसी समाज से चंद्रगुप्त मौर्य और सम्राट अशोक जैसे रत्न निकले। फल-फूल, सब्जी के उत्पादन और व्यापार से जुड़े कुशवाहा समाज के हित में उद्यानिकी फसलों के लिए पृथक मार्केटिंग बोर्ड का गठन किया जाएगा, ताकि छोटे-छोटे किसानों को बिचौलियों से निजात मिल सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज भेल दशहरा मैदान में कुशवाहा महाकुंभ को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सागर में लवकुश मंदिर के निर्माण एवं सामुदायिक धर्मशाला के लिए 10 करोड़ रुपए की राशि का चैक कुशवाहा सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे.पी. वर्मा को सौंपा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा मध्यप्रदेश के कार्यालय के लिए भूमि आवंटन के संबंध में आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। दमोह जिले के सीएम राइज विद्यालय का नामकरण महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम पर किया जाएगा। महाकुंभ में पूरे प्रदेश से आए प्रतिनिधि शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान की महत्वपूर्ण घोषणाएँ
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मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कुशवाहा समाज ने राष्ट्र रक्षा के लिए अमूल्य योगदान दिया है। विदेशी हमलावारों को खदेड़ने में समाज बंधुओं ने परिश्रम किया है। स्वतंत्रता संग्राम में समाज की भागीदारी रही। महात्मा ज्योतिबा फुले और श्रीमती सावित्री फुले ने स्त्री शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कुशवाहा समाज के हित में सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। पूर्व में कुशवाहा समाज के कल्याण के लिए की गई घोषणाओं पर अमल किया गया है। सम्पूर्ण मानव समाज को ज्ञान और शिक्षा की रोशनी देने वाले समाज के महापुरुष श्री ज्योतिबा फुले और श्रीमती सावित्री बाई फुले के कृतित्व और व्यक्तित्व से प्रदेश की नई पीढ़ी को परिचित करवाने और उनसे प्रेरणा लेकर अपना भविष्य तय करने के लिए श्री ज्योतिबा फुले और श्रीमती सावित्री बाई फुले की जीवनी को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। राज्य शासन ने महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती मनाने का निर्णय लेने के साथ महात्मा फुले की जयंती पर प्रदेश में ऐच्छिक अवकाश घोषित किया है। महात्मा फुले की स्मृति को चिर स्थाई बनाने के लिए दमोह के हायर सेकेंडरी स्कूल का नाम महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम पर किया गया है। कुशवाहा कल्याण बोर्ड का गठन कर कुशवाहा समाज को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने की सौगात दी गई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कुशवाहा समाज का आव्हान करते हुए कहा कि समाज के युवाओं को कृषि उद्यानिकी के अलावा बिजनेस और लघु उद्यम के क्षेत्र में विकास के लिए प्रोत्साहित करें। विभिन्न योजनाओं से समाज के अधिकाधिक युवाओं को लाभान्वित किया जाएगा। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, सीखो-कमाओ योजना, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का समाज बंधु अधिक से अधिक लाभ लें। भोपाल में समाज के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास और उज्जैन में धर्मशाला की व्यवस्था के लिए प्रशासन द्वारा सहयोग दिया जाएगा।
कुशवाहा महाकुंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान का अभिनंदन
मुख्यमंत्री श्री चौहान का अखिल भारतीय कुशवाहा समाज ने अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के जनहित और समाज हित के कामों की लंबी श्रृंखला है। पहले की गई घोषणाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। कार्यक्रम के प्रारंभ मुख्यमंत्री श्री चौहान का समाजलनाके नक पगड़ी पहनाकर, पुष्पहारों और तलवार भेंटकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान को स्मृति-चिन्ह दिए गए। कन्या पूजन के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।
उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रदेश की परिवार की तरह सेवा करते है। उन्होंने कुशवाहा समाज के हित में ऐतिहासिक निर्णय लिये हैं। कुशवाहा कल्याण बोर्ड का गठन महत्वपूर्ण सौगात है। दमोह में महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम पर स्कूल का नाम रखा गया है। राज्य मंत्री श्री कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान उद्यानिकी फसलों के उत्पादन से जुड़े कुशवाहा समाज के हित में पृथक मंडी सहित अन्य सौगातें देने के लिए उत्सुक रहे हैं।
महाकुंभ में कुशवाहा महासभा के पदाधिकारी सर्वश्री जे.पी. वर्मा, श्रीमती राधा कुशवाहा, नारायण सिंह कुशवाहा, श्रीमती कुसुम कुशवाहा, नरेश कुशवाहा, राजकुमार कुशवाहा, नंदराम कुशवाहा, प्रभुदयाल कुशवाहा और अर्जुन पटेल आदि उपस्थित थे।