सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाएगी मध्यप्रदेश कांग्रेस, हमारे विधायकों को मुक्त किया जाए
सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाएगी मध्यप्रदेश कांग्रेस, हमारे विधायकों को मुक्त किया जाए
भोपाल, 12 मार्च, 2020
मध्यप्रदेश के अगवा किये गये विधायकों को जो कि कांग्रेस पार्टी के विधायक है उन्हें कर्नाटक के बंगलूरू में बंधक बनाया गया है वे फ्री नहीं हैं। कर्नाटक पुलिस का रवैया भी कांग्रेस के विधायकों के साथ और मध्यप्रदेश से मंत्री गए उनके साथ भी उत्पीडन का है। लिहाजा कांग्रेस पार्टी के पास एक ही विकल्प बचता है क्योंकि मध्यप्रदेश के विधायकों को बंगलूरू में बंधक बनाया गया है इसलिए मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में जाने का कोई औचित्य नहीं है। इसी प्रकार बंगलूरू के उच्च न्यायालय में जाने का कोई महत्व नहीं है। चूंकि मामला मध्यप्रदेश और कर्नाटक राज्य से जुड गया है और मध्यप्रदेश से यह मामला बाहर होने के कारण इस विषय पर न्याय के लिए भारत का सर्वोच्च न्यायालय ही बचता है। सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष यह मामला दाखिल करेंगे। यह बात राज्य सभा सांसद विवेक तनखा एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के राजीव गांधी सभा कक्ष में गुरूवार 12 मार्च 2020 को एक महत्वपूर्ण पत्रकार वार्ता में कही। पत्रकार वार्ता में आपरेशन मनीबैक की विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि भाजपा नेताओं का पहला अभियान फेल हुआ। तो उन्होंने आनन फानन में दूसरे अभियान को अंजाम दे दिया और हमारे दल के विधायक को अरविंद भदौरिया, उमाशंकर गुप्ता और सुदर्शन गुप्ता किसी से मिलने नहीं दे रहे हैं। कर्नाटक की पुलिस भी इनका साथ दे रही है। दिग्विजय सिंह और विवेक तनखा ने भाजपा द्वारा संविधान और लोकतंत्र की किस तरह से धज्जियां उडाई उसकी सिलसिलेवार जानकारी दी।
मध्यप्रदेश कांग्रेस ने बंगलूरू पुलिस पर अपनी पार्टी के नेता के उत्पीड़न का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने आरोप लगाया कि उनकी सरकार के दो मंत्री जीतू पटवारी और लाखन सिंह बंगलूरू गए थे।
इस दौरान उनका उत्पीड़न किया गया। हमारे पास जानकारी है कि हमारे मंत्रियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यदि पुलिस इस पर कार्रवाई नहीं करती है और हमारे मंत्रियों को नहीं छोड़ती है तो हम कोर्ट जाएंगे।
बेंगलोर में रिज़ॉर्ट में मंत्री जीतू पटवारी व लाखन यादव पहुँचे।
जहाँ विधायकों को भाजपा ने बंधक बना कर रखा गया है।
उनके साथ विधायक मनोज चौधरी के पिता नारायण चौधरी भी साथ थे।
पुलिस ने मंत्रियो के साथ अभद्र व्यवहार किया और गिरफ़्तार कर ले गयी।
विवेक तनखा और दिग्विजय सिंह ने बंगलूरू घटनाक्रम से संबंधित वीडिया भी जारी किये।
पत्रकार वार्ता में मंत्री पीसी शर्मा, मंत्री तरुण भनोट, मप्र कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा, मप्र कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अभय दुबे, मप्र कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता, मप्र कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा आदि उपस्थित थे ।