एमपी बोर्ड के साथ-साथ सीबीएसई के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को भी मिलेंगे लैपटॉप
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा
विद्यार्थी राज्य की संपदा, वे प्रगति करेंगे तो राज्य प्रगति करेगा
मैं विद्यार्थियों के सपने को मरने नहीं दूँगा
विद्यार्थियों के सुरक्षित भविष्य के लिए हरसंभव प्रयास जारी
मुख्यमंत्री ने 78 हजार 641 विद्यार्थियों के खातों में 196 करोड़ की लेपटॉप की राशि अंतरित की
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विद्यार्थियों से कहा कि वे उन्हें बहुत प्यार करते हैं और उनके सपनों को कभी मरने नहीं देंगे। विद्यार्थी तेजी से आगे बढ़ें, उनका भविष्य सुरक्षित हो, इसके लिए हमारी सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। अगले साल से सभी टॉपर बच्चों को स्कूटी दी जाएगी। लैपटॉप देने की योजना एमपी बोर्ड के साथ-साथ सीबीएसई बोर्ड में भी लागू होगी।
“तुम चाहो तो ब्रह्मांड पर भी कमांड कर सकते हो”
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि हर व्यक्ति को भगवान ने समान बुद्धि दी है। यदि वह अपनी क्षमताओं का अधिकतम उपयोग करे तो कठिन से कठिन कार्य कर सकता है। “तुम चाहो तो ब्रह्मांड पर भी कमांड कर सकते हो।” पूरी एकाग्रता के साथ मेहनत करो, मामा तुम्हें अध्ययन के लिए हर आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराएगा। अपनी क्षमताओं का पूरा उपयोग करो और प्रदेश, देश, दुनिया में अपना नाम रोशन करो।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत लाल परेड ग्राउंड पर विद्यार्थियों से संवाद में यह बात कही। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कक्षा 12वीं में 75% या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को लैपटॉप खरीदने के लिए 25-25 हजार रुपए सिंगल क्लिक से अंतरित किए। उन्होंने प्रतीक स्वरूप संभाग के टॉपर विद्यार्थियों को चेक प्रदान किए। कार्यक्रम में 78 हजार 641 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के खातों में 196 करोड़ की राशि अंतरित की गई। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर विद्यार्थियों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सरस्वती वंदना के साथ कन्या-पूजन व दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार, विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, अन्य जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
विद्यार्थियों को मजबूरी में बीच में पढ़ाई नहीं छोड़ने देंगे
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन ने शैक्षणिक व्यवस्था बेहतर करने के लिए ग्राम स्तर तक प्रयास किए हैं। हमारा प्रयास है कि विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा के लिए उत्कृष्ट शाला भवन, नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें, गणवेश, साइकिल आदि के साथ-साथ निरंतर विद्युत आपूर्ति, स्कूल आने-जाने के लिए अच्छी सड़कें और स्तरीय अधोसंरचना उपलब्ध हो, जिससे वे अपनी पढ़ाई पर ध्यान केन्द्रित कर अपना भविष्य बेहतर बना सकें और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश और स्वर्णिम राष्ट्र के निर्माण में सहयोग दे सकें। विद्यार्थी राज्य की संपदा हैं, वे प्रगति करेंगे तो राज्य प्रगति करेगा, इसलिए राज्य शासन द्वारा विद्यार्थियों को हरसंभव सहयोग प्रदान किया जा रहा है। उच्च शिक्षा के लिए विद्यार्थियों की फीस की व्यवस्था भी की गई है। विद्यार्थियों को मजबूरी में पढ़ाई बीच में छोड़ने नहीं देंगे। इंजीनियरिंग, मेडिकल और अन्य विशेष अध्ययन के क्षेत्रों में जाने के इच्छुक विद्यार्थी परीक्षाओं की तैयारी करें, मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना तथा अन्य कार्यक्रमों और योजनाओं से उन्हें हरसंभव सहयोग दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान के उद्बोधन के प्रमुख बिंदु
शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर से बेहतर करना मेरा टारगेट
9.50 करोड़ का विराट परिवार है अपना मध्य प्रदेश
माता-पिता की तरह मुझे भी है विद्यार्थियों के केरियर की चिंता
मन लगाकर पढ़ाई करो, मामा हर आवश्यक सुविधा देगा
विद्यार्थी मध्य प्रदेश की पूंजी, उनसे ही प्रदेश का भविष्य
शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर से बेहतर करना मेरा टारगेट
विद्यार्थी स्वयं को आत्मविश्वास से भर लें, वे सब कुछ कर सकते हैं
युवाओं के लिए नौकरियां, स्व-रोजगार और प्रशिक्षण के साथ कमाई का अवसर
विद्यार्थियों के सुझाव आमंत्रित करने के लिए बनाएंगे पोर्टल
पढ़ाई के साथ स्वास्थ्य और खेलकूद पर ध्यान देना जरूरी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्यार्थियों को एकाग्रचित होकर पढ़ाई करने का सुझाव दिया। उन्होंने उत्साह व सकारात्मकता के साथ अपने भविष्य का निर्माण करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से स्वामी विवेकानंद के विचारों का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पढ़ाई के साथ अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना और खेलकूद-व्यायाम से संबंधित गतिविधियों में भाग लेना भी जरूरी है।
सम्मान योजना से विद्यार्थियों में अध्ययन के लिए प्रतियोगी भाव बढ़ा – मंत्री श्री परमार
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा आरंभ की गई विद्यार्थी प्रतिभा सम्मान योजना के परिणाम स्वरूप विद्यार्थी प्रतियोगी भाव से अध्ययन में आगे बढ़ रहे हैं। वर्ष 2009 में शुरू इस योजना से कक्षा 12 के बाद लैपटॉप प्राप्त होने से विद्यार्थियों को उच्चतर अध्ययन में सहायता मिली है।
संभाग के टॉपर विद्यार्थी हुए सम्मानित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कक्षा 12वीं में संभाग स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत संभाग के टॉपर विद्यार्थियों में उज्जैन संभाग में प्रथम स्थान पर आए शाजापुर मक्सी की खेम गुरुकुल अकादमी के श्री रितिक पटेल, जबलपुर संभाग से छिंदवाड़ा जिले के ज्ञानदीप उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमरवाड़ा की मौली नेमा, नर्मदापुरम संभाग से सेंट गुरू प्रसाद अग्रवाल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के नारायण शर्मा, भोपाल संभाग के लिए शासकीय सुभाष उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की सोनाली परमार, शहडोल संभाग से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमलाई के अमन कुमार पनिका, ग्वालियर संभाग से भिंड जिले के शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल की श्रुति श्रीवास्तव, रीवा संभाग से ड्रीमवैली पब्लिक इंग्लिश मीडियम स्कूल उचेहरा सतना की निकिता अग्रवाल, सागर संभाग से शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छतरपुर के हेमंत पटेल और इंदौर संभाग से शासकीय मल्टी मल्हार आश्रम हायर सेकेंडरी स्कूल इंदौर के आकाश पांडे को प्रतीक स्वरूप चेक तथा प्रशस्ति-पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी संभागों तथा जिलों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचवाया।