एमपी की मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में हुआ 98.5 प्रतिशत सफल भुगतान

मुख्यमंत्री,शिवराज सिंह चौहान नेमुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में 1209 करोड़ 64 लाख रुपये की राशि बहनों के खाते में अंतरित क़ी

 

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 10 जून को “मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना” में 1209 करोड़ 64 लाख रुपये की राशि बहनों के खाते में अंतरित क़ी है। अंतरित राशि में 98.5% भुगतान सफल रहा है। शेष सभी 1.5 प्रतिशत मामलों को व्यक्तिगत रूप से चिन्हित किया गया है। समस्या का पता लगा कर आने वाले सप्ताह में सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिससे 25 जून के पहले हितग्राहियों के खाते में राशि जमा हो जाए।

प्रदेश में महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन, उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सतत् सुधार और परिवार के निर्णयों में उनकी भूमिका सुदृढ़ करने के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना प्रारंभ की गई है। योजना में बहनों के बैंक खाते में प्रतिमाह 1000 रूपये की राशि जमा की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहनों को प्रतिमाह मिलने वाली 1000 रूपये की राशि को बढ़ा कर क्रमशः 3 हज़ार किया जाएगा। आवश्यक वित्त व्यवस्था के फलस्वरूप योजना में 1000 रुपये के स्थान पर क्रमशः 1250 रूपये, इसके बाद 1500 रूपये, फिर 2000 और इसके बाद 2250 रुपये, 2500 रूपये और फिर 2750 रुपये करते हुए राशि को 3 हज़ार रूपये तक बढ़ाया जाएगा। इसी तरह योजना के लिए विवाहित पात्र बहन की न्यूनतम आयु 23 वर्ष के स्थान पर 21 वर्ष की गई है। वर्तमान में 23-60 वर्ष की विवाहित बहनें योजना में पात्र हैं। यदि किसी परिवार की 60 वर्ष से अधिक आयु की महिला को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना अथवा अन्य किसी योजना में प्रतिमाह 1000 रूपये से कम राशि प्राप्त हो रही हो तो अतिरिक्त राशि योजना में स्वीकृत की जाएगी जिससे उसे कुल 1000 रूपये की राशि प्राप्त हो सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना में ऐसे परिवार भी लाभान्वित होंगे जहाँ ट्रेक्टर हैं। ट्रेक्टर को चार पहिया वाहन की श्रेणी में नहीं माना जायेगा। अत: इन परिवार की बहनों को भी 1000 रूपये प्रतिमाह मिलेंगे।

लाड़ली बहना सेनाएँ भी बनेगी। बड़े ग्रामों में 21 सदस्य और छोटे ग्रामों में 11 सदस्य वाली सेना गठित होगी। लाड़ली बहन सेना अन्याय और शोषण के ख़िलाफ़ लड़ेगी। लाड़ली बहना सेना महिलाओं को उनके कल्याण की योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करेगी।

 

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