“लाड़ली लक्ष्मी उत्सव” में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा लाड़लियों के कल्याण के लिए 47 हजार 200 करोड़ रुपए सुरक्षित

 

मेरी बेटियों, मेरी बहनों औऱ माताओं में देवी मां विराजती हैं।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज “लाड़ली लक्ष्मी उत्सव” कार्यक्रम में बताया की मैं बचपन से देखता था, मां भी बेटे को ज्यादा प्यार करती थी, बेटी को कम करती थी, बेटा-बेटी मेें भेद होता था। बेटे के जन्म पर मुख मंडल खिल जाता था लेकिन, अब परिस्थितियां बदल रही है बेटियों से भेदभाव मन को पीड़ा देता है।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान कहा की मैं हमेशा सोचता था, वो दिन कब आएगा, जब बेटा-बेटी में भेद खत्म हो जाये।

एक तरफ मां-बहन और बेटियों के सम्मान की पराकाष्ठा है। दूसरी तरफ इनके साथ भेदभाव भी देखते हैं, जो मन को पीड़ा देता है। भारतीय संस्कृति में तो मां-बहन और बेटियों को उच्च स्थान दिया गया है। कहते हैं जहां महिलाओं का सम्मान होता है, वहां भगवान निवास करते हैं।

मुख्यमंत्री बनते ही मैंने सबसे पहले अफसरों से कहा कि ऐसी योजना बनाएं कि बेटियां जब पैदा हों तो लखपति पैदा हों, बहुत एक्सरसाइज करने के बाद लाड़ली लक्ष्मी योजना बनी।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया की आज मुझे कहते हुए खुशी है कि हमने लाड़लियों के कल्याण के लिए 47 हजार 200 करोड़ रुपए सुरक्षित रख दिए हैं, जो समय-समय पर इन्हें मिलना है।

भाव यही था कि बेटियां बोझ न बनें, वरदान बन जाएं।

यह केवल योजना नहीं है, समाज की दृष्टि बदलने का प्रयास है,जब मैं 2005 में मुख्यमंत्री बना औऱ मैंने 2006 में बेटियों के कल्याण के लिए काम करना शुरू किया, हमने संकल्प लिया कि ऐसी योजना बने कि मध्यप्रदेश में बेटियां लखपति पैदा हों।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा की बेटियों के सम्मान के बिना देश व समाज आगे नहीं बढ़ सकता।

बेटियां सब कर सकती हैं, वे सक्षम हैं। वे अफसर बनेंगी, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री भी बन सकती हैं।

बेटियों की बेहतर शिक्षा के लिए अब कॉलेज में एडमिशन लेने वाली लाड़ली लक्ष्मी बेटियों के लिए २५००० रुपये और दिए जाएँगे।

यह योजना नहीं है, मेरी अंतरात्मा से निकला हुआ भाव है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया की लाड़ली लक्ष्मी उत्सव दिवस के रूप में पंचायत, ग्राम और जिला स्तर पर मनाया जाएगा।

देश भर में ” लाड़ली लक्ष्मी दिवस ” का आयोजन उत्सव के रूप मे राज्य , जिला , ब्लॉक , ग्राम पंचायत स्तर पर मनाया जाएगा।

लाड़ली लक्ष्मी का शत – प्रतिशत टीका करण करना , उसे शत प्रतिशत एनीमिया मुक्त करना तथा लाड़ली लक्ष्मी के पोषण का ख्याल रखा जाना चाहिए।

मैंने तय किया कि ऐसी योजना बने, जिससे बेटी बोझ न मानी जाए, इससे ही लाड़ली लक्ष्मी योजना अस्तित्व में आई।

इस योजना के लिए हमने 47 हज़ार 200 करोड़ रुपए सुरक्षित कर दिया।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया की 9 वीं कक्षा की लाड़ली लक्ष्मी के खाते में ट्रांसफर करने के साथ एसएमएस अग्रेषित किया जाने का सुझाव है ताकि, वह शिक्षा विभाग के केरियर पोर्टल से जुड़कर कैरियर काउन्सिलिंग प्राप्त कर सके।

मैं मानता हूं कि मेरी बेटियों में देवी माता का वास है, मेरी बहनों में देवी माता का वास है। आप सबमें देवी माता का वास है।

मैं समस्त शक्ति स्वरूपा मां, बहन, बेटियों को “महानवमी” के पावन अवसर पर प्रणाम करता हूं।

प्रत्येक शासकीय विद्यालय में डिजिटल और फायनेंशियल लिटरेसी का सेन्टर स्थापित किया जाए, जहाँ पर अध्ययनरत बालिकाओं को प्रशिक्षित किया जा सके।

समस्त कन्या छात्रवासों में भी ऐसे सेन्टर्स स्थापित होने चाहिए।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा की महिला वित्त एवं विकास निगम व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए लाड़ली लक्ष्मियों हेतु पोर्टल तैयार करे , जिसके आधार पर उनकी अभिरूचि की पहचान कर 12 वी पास लाड़ली लक्ष्मियों को प्रशिक्षण दिया जाने का सुझाव है।

लाड़ली लक्ष्मी जो स्नातक या व्यावसायिक प्रशिक्षण नहीं लेना चाहती उन्हें कला प्रदर्शन के रूचि अनुसार उन्हें जोड़ा जाएगा।

18 वर्ष के उपर की प्रत्येक लाड़ली लक्ष्मी को ड्राइविंग लर्निंग लाइसेंस समूचित प्रशिक्षण दिया जाएगा।

आज हम फैसला कर रहे हैं, ऐसी बेटियां जो अनाथ हैं, उन्हें भी लाड़ली लक्ष्मी माना जाएगा। उन्हें भी लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ दिया जाएगा।

हमने तय किया है कि लाड़ली को जन्म के समय ही प्रमाण पत्र दे दिया जाएगा, उनका 10 प्रतिशत टीकाकरण होगा उन्हें, एनीमिया से मुक्त करना है और उनके पोषण का ध्यान रखना है।

हमारी ग्राम पंचायतों को बेटियों के जन्म की संख्या के आधार पर लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली ग्राम पंचायत घोषित करेंगे।

माता-पिता से आग्रह है कि बेटियों पर दबाव मत डालना कि यह बनो या वह बनो, वह जो बनना चाहें, उन्हें बनने देना।

ये बेटियां बहुत ऊपर जाएंगी और प्रदेश का और आपका भी नाम रोशन करेंगी।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा की समाज को संदेश देने के लिए हमने नवमी के दिन कार्यक्रम रखा की सिर्फ़ मामा की ज़िम्मेदारी नहीं है, पूरे समाज की है। यही बेटियां पूरे प्रदेश का नाम रोशन करेंगी।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया की वे – मेरी बेटियों मैं अंतरात्मा से तुमसे जुड़ा हूं, बेटियां लगातार आगे बढ़ती रहे, इसी में समाज का सशक्तिकरण है,नारी तुम केवल श्रद्धा हो, यह भाव मन में होगा तो देश आगे बढ़ेगा।

हमने लाड़ली लक्ष्मी क़ानून बना दिया है,जिसे कोई नहीं बदल पाएगा, और आपका भविष्य उज्जवल रहेगा।

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