एमपी के खंडवा लोकसभा उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल ने मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की उपस्थिति में भरा फर्जी नामांकन पत्र कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से भाजपा प्रत्याशी का नामांकन फार्म निरस्त करने की मांग की – कांग्रेस के महामंत्री एवं प्रवक्ता और चुनाव आयोग कार्य प्रभारी एडवोकेट जे.पी.धनोपिया
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं प्रवक्ता और चुनाव आयोग कार्य प्रभारी एडवोकेट जे.पी.धनोपिया ने आज मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को शिकायत प्रेषित करते हुए कहा कि प्रदेश में उप सम्पन्न हो रहे उप चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता प्रभावशील है। लोकसभा खंडवा उप चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार ज्ञानेश्वर पाटिल ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा की उपस्थिति में जो नामांकन फार्म प्रस्तुत किया है वह चुनाव प्रक्रिया का मजाक है, क्योंकि भाजपा प्रत्याशी ने नामांकन फार्म में अपना नाम पता लिखने के अलावा कुछ नहीं लिखा है और पूरे नामांकन फार्म को लाईन से काट दिया गया है । हालांकि जानकारी अनुसार उन्होंने शायद बाद में दूसरा नामांकन फार्म भी जमा करा दिया है । इससे स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने जो फार्म रिटर्निंग आफिसर के समक्ष प्रस्तुत कराया है वह गलत है एवं निरस्ती योग्य है, लेकिन प्रश्न यह उठता है कि आखिर मुख्यमंत्री की उपस्थिति में चुनाव प्रक्रिया का मजाक क्यों उड़ाया गया है ?
श्री धनोपिया ने कहा कि खंडवा लोकसभा उप चुनाव के भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल ने नामांकन फार्म के साथ जो शपथ पत्र अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करना होता है उसमे ंगलत जानकारियां उल्लेखित की है और महत्वपूर्ण तथ्यों को छिपाया है। उन्होंने मध्यप्रदेश राज्य पॉवरलुम बुनकर सहकारी संघ, बुरहानपुर एवं म.प्र. राज्य सहकारी बैंक में लाखों रूपये के डिफाल्टर होने के साथ ही कर्ज प्रकरणों एवं सम्पत्ति बंधक आदि की जानकारी नहीं दी है । इसी प्रकार उन्होंने करीब 50 करोड़ रूपये से ज्यादा का जिला सहकारी बैंकों के भुगतान में भ्रष्टाचार किया है जिसमें उनके विरूद्ध एफ.आई.आर. करने के संबंध में फाईल अपैक्स बैंक, भोपाल में भेजी गई है, लेकिन खंडवा लोकसभा उप चुनाव में उन्हें प्रत्याशी बनाने के उद्देश्य से उक्त फाईल को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है जो कि सरासर चुनाव प्रक्रिया का मजाक बनाने के उद्देश्य से किया गया है।
श्री धनोपिया ने माननीय निर्वाचन आयोग से मांग कि है कि भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल के द्वारा तथ्यों को छिपाने एवं गलत जानकारियां देने के कारण उनके द्वारा प्रस्तुत नामांकन फार्म को निरस्त किया जावे तथा उनके विरूद्ध लंबित आपराधिक प्रकरणों की कार्यवाही को शीघ्र पूरा कराने के लिए आदेशित किया जावे ।