8 देशों के राजदूत और उच्चायुक्तों ने खजुराहो नृत्य समारोह के साक्षी बने
विशेष आमंत्रण पर 8 देशों के राजदूत तथा उच्चायुक्त सपरिवार सैर कर हुए मंत्र-मुग्ध
खजुराहो नृत्य समारोह और ओरछा के प्रसिद्ध गंतव्यों का लिया आनंद
एमपीपोस्ट, 24 फरवरी 2022 ,भोपाल। मध्यप्रदेश की विश्व पर्यटन नगरी खजुराहो में 48वें खजुराहो नृत्य समारोह में मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग के विशेष आमंत्रण पर कोरिया, अर्जेंटिना, वियतनाम, ब्रूनेई, फिनलेंड, मलेशिया, थाईलेंड और लाओस के राजदूत और उच्चायुक्त सह-परिवार शामिल हुए। प्रदेश के पर्यटन तथा संस्कृति का लुफ्त उठाते हुए सभी ने खजुराहो और ओरछा के मंदिरों तथा अन्य प्रमुख गंतव्यों के इतिहास को जाना। साथ ही पन्ना टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी और खजुराहो नृत्य समारोह के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनंद लिया। भव्य नृत्य समारोह, खजुराहो और ओरछा के आकर्षक मंदिर एवं विविध पर्यटन गतिविधियों ने राजदूतों और उच्चायुक्तों का मन मोह लिया।
खजुराहो के मंदिरों की भव्यता और नृत्य मेरे परिवार का न भूलने वाला पल
– अर्जेंटीना के राजदूत डॉ. हुगो जेवियर गोबी
अर्जेंटीना के राजदूत डॉ. हुगो जेवियर गोबी ने बताया कि खजुराहो नृत्य समारोह का अनुभव बहुत शानदार रहा। समारोह का सुमधुर संगीत, खजुराहो के मंदिरों की भव्यता और सुंदर नृत्य ने मेरे परिवार का न भूलने वाला पल बना दिया है। ओरछा विजिट के दौरान मंदिरों की वास्तुकला को करीब से समझने का अवसर मिला। साथ ही रूरल होम-स्टे और विलेज टूर से मध्यप्रदेश की स्थानीय संस्कृति, यहाँ के निवासियों की जीवंतता और आपसी सद्भाव से मन अभिभूत हो गया। इस अद्भुत यात्रा का अनुभव देने के लिए उन्होंने पर्यटन विभाग को धन्यवाद दिया।
खजुराहे नृत्य समारोह देश और विदेश की प्रतिभाओं के लिए उपयुक्त मंच : थाईलेंड की राजदूत पट्टारत होंगटोंग
भारतीय संस्कृति में नृत्य की कला और सुंदरता की प्रसंशा करते हुए थाईलेंड की राजदूत पट्टारत होंगटोंग ने कहा कि खजुराहो नृत्य समारोह देश और विदेश की प्रतिभाओं के लिए एक उपयुक्त मंच है। मंदिरों के बीच रोशनी से सजा मंच, ऊर्जावान संगीत और विभिन्न वाद्य यंत्रों पर कलाकारों के एक साथ थिरकते शरीर को देखना अपने आप में अद्भुत एहसास है। उन्होंने कहा कि ओरछा में भगवान राम और लक्ष्मी मंदिर की भव्यता और वहाँ होने वाले धार्मिक अनुष्ठान को देखना उनके यादगार पलों में शामिल हो गए। बाई साइकिल टूर के दौरान गेहूँ के खेतों के बीच गुज़रते हुए सूर्योदय और सूर्यास्त को देखना उन्हें एक सिनेमेटिक-व्यू की तरह लगा। मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग की हॉस्पिटेलिटी सर्विसेज और स्थानीय लोगों के आत्मीय व्यवहार ने उन्हें अपनेपन का एहसास कराया, जिससे उनकी यह यात्रा और भी खास हो गई।
लाओस के निवासियों को दूँगा खजुराहो और ओरछा आने की सलाह : ब्रूनेई के उच्चायुक्त दातो अल्हुद्दीन मोहम्मद ताहा ब्रूनेई के उच्चायुक्त दातो अल्हुद्दीन मोहम्मद ताहा ने खजुराहो नृत्य समारोह और ओरछा की यात्रा को बहुत दिलचस्प बताया। उन्होंने कहा कि वे यहाँ पुन: आना चाहेंगे और कुछ दिन रुक कर आसपास के क्षेत्रों और स्थानीय संस्कृति के बारे में जानेंगे। उन्होंने कहा कि वापस जाकर लाओस के निवासियों और पर्यटकों को मध्यप्रदेश आकर एक बार खजुराहो और ओरछा की यात्रा करने की सलाह भी दूंगा। श्री ताहा की पत्नी ने कहा कि मध्यप्रदेश ऐतिहासिक इमारतों के बीच नृत्य और संगीत के साथ बाय साइकिल टूर, रूरल होम-स्टे, संग्रहालय भ्रमण सहित इतनी सारी गतिविधियाँ एक यात्रा में एक साथ मिलना मुश्किल होता है। उन्हें खुशी हुई कि वह दोनों इस यात्रा का हिस्सा बने। मध्यप्रदेश शासन और पर्यटन विभाग को इस रोमांचक और अद्भुत यात्रा को ऑर्गनाइज करने के लिए उन्होंने बहुत-बहुत धन्यवाद दिया।
मलेशिया के उच्चायुक्त हामिद अब्दुल हिदायत की पत्नी ने खजुराहो में बाय साइकिल टूर के दौरान कहा कि खजुराहो स्वच्छ और हरियाली युक्त है। यहाँ की सुहानी सुबह का अपना ही आनंद है। उन्हें यहाँ बहुत अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उन्हें इस अद्भुत यात्रा में शामिल होने का मौका मिला।
वियतनाम के राजदूत श्री फाम सान चाऊ, लाओ राजदूत श्री बौनेमे चौआंगहोम, फिनलेंड राजदूत ऋत्वा कौक्कू-रोंडे और मलेशिया के उच्चायुक्त श्री हामिद अब्दुल हिदायत ने सपत्नीक खजुराहो नृत्य समारोह और ओरछा में सांस्कृतिक एवं पर्यटन गतिविधियों का लुफ्त उठाया।
टूरिज्म बोर्ड ने राजदूतों तथा उच्चायुक्तों को खजुराहो के मंदिरों के भ्रमण तथा उनके इतिहास की जानकारी के साथ कुटनी द्वीप का भ्रमण, पन्ना के जंगलों में सफारी कराई। साथ ही ओरछा के राम राजा मंदिर, जहाँगीर पैलेस, चतुर्भुज मंदिर और लक्ष्मी नारायण मंदिर के भ्रमण के साथ लाडपुरा खास ग्राम में विकसित होम-स्टे में ग्रामीण पर्यटन तथा स्थानीय संस्कृति से परिचय कर प्रदेश की ग्रामीण संस्कृति का भी अनुभव कराया।
प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन श्री शिव शेखर शुक्ला तथा राजदूतों के बीच हुई चर्चा के दौरान सभी अतिथियों ने खजुराहो और ओरछा यात्रा कार्यक्रम को अत्यंत ही प्रभावी तथा लाभकारी बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से पर्यटकों को प्रदेश की स्थानीय संस्कृति, इतिहास को जानने का मौका मिलता है। सभी राजदूतों ने यह आश्वासन भी दिया कि वे अपने-अपने देशों में मध्यप्रदेश के पर्यटन गंतव्यों को बढ़ावा देने और अपने देश के पर्यटकों और ट्रैवल ऑपरेटरों को द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। उन्होंने कहा कि इन विश्व स्तरीय सांस्कृतिक उत्सवों का आयोजन कर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार की पहल सराहनीय है। राज्य में विभिन्न पर्यटन गतिविधियों का प्रदर्शन करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मेहमानों को आमंत्रित कर उनका अपने देश, प्रदेश तथा संस्कृति से परिचय कराना निश्चित ही प्रदेश की पर्यटन गतिविधियों को देश और विदेश में प्रसारित करेगी और पर्यटकों को आकर्षित करेगी।