प्रदेश सरकार ने नये नजरिये और दृष्टिकोण से चहुंमुखी विकास के लिए कार्य किया है – मुख्यमंत्री श्री नाथ
भोपाल। “प्रदेश सरकार ने नये नजरिये, नये दृष्टिकोण से प्रदेश के चहुंमुखी विकास की दिशा में कार्य किया है। व्यवसाय से जुड़ी सुगम, सरल प्रक्रिया एवं प्रदेश सरकार की उदार नीतियों से उद्योगपतियों एवं निवेशकों में मध्यप्रदेश के प्रति विश्वास बढ़ा है, जिससे बड़ा निवेश प्रदेश में आया है जो औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाने के साथ ही चिकित्सा व शिक्षा के क्षेत्र के विकास में सहायक होगा।” यह बात मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ द्वारा छिन्दवाड़ा जिले के ग्राम उमरहर में मॉडल गौ-शाला के लोकार्पण कार्यक्रम में आम जनता को संबोधित करते हुये कही गई। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने अपने प्रवास कार्यक्रम तहत ग्राम उमरहर में 30 लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित आदर्श गौ-शाला का लोकार्पण किया। इस अवसर पर सांसद श्री नकुल नाथ, प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री सुखदेव पांसे, प्रदेश के सामाजिक न्याय, नि:शक्तजन कल्याण और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री लखन घनघोरिया, पूर्व मंत्री श्री दीपक सक्सेना, चौरई विधायक श्री सुजीत चौधरी, राज्य कृषि सलाहकार परिषद के सदस्य श्री विश्वनाथ ओकटे, कलेक्टर डॉ.श्रीनिवास शर्मा, राजस्व अनुविभागीय अधिकारी श्री नम:शिवाय अरजरिया सहित अन्य जनप्रतिधियों एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजनों की उपस्थिति रही।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि युवाओं के भविष्य का निर्माण करना, वर्तमान में सबसे बड़ी चुनौती है जिसे प्रदेश सरकार द्वारा सकारात्मक रूप से लेकर नौजवानों के सुनहरे भविष्य के लिये विभिन्न योजनाओं- परियोजनाओं का तीव्र गति से क्रियान्वयन किया जा रहा है। युवाओं को रोजगार, स्व-रोजगार से जोड़ने के लिये शिक्षा के मानक में सुधार करने के साथ ही प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने की दिशा में सरकार ने कदम उठाये है जिसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अपने अल्प कार्यकाल में ही प्रदेश की जनता को दिये अपने वचनों को पूरा करने का कार्य किया गया है। वचनपत्र के अनुसार प्रदेश की प्रत्येक पंचायत मुख्यालय में आदर्श गौ-शाला का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। छिन्दवाड़ा जिले में ही 31 गौ-शालाओं का निर्माण किया जा रहा है, जिनका निर्माण कार्य प्रगति पर है जो गौ-माता के संरक्षण एवं पशुधन संवर्धन में लाभकारी होगा। इन गौ-शालाओं से गौ-मूत्र एवं गोबर के प्रसंस्करण एवं अन्य उत्पाद जैविक खेती को बढ़ावा देंगे तथा गौ-शाला से जुड़े व्यक्तियों की आय में वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों, युवाओं एवं आम जनों की सरकार है, जो घोषणा नहीं कर मूर्त रूप से कार्य करने पर विश्वास करती है जिसका छिन्दवाड़ा जिला उदाहरण है। जो अपने नये नजरिये व नये दृष्टिकोण से संपूर्ण प्रदेश के लिये मॉडल है। सरकार द्वारा छिन्दवाड़ा मॉडल की तर्ज पर मध्यप्रदेश को देश के लिये मॉडल बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ द्वारा किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा ड्रोन के माध्यम से कीटनाशक छिड़काव पध्दति की आधुनिक पध्दति की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया गया तथा विशेषज्ञों से इसकी जानकारी प्राप्त की गई।
सांसद श्री नकुल नाथ ने अपने उद्बोधन में कहा कि गौ-सेवा हमारी परंपरा ही नहीं अपितु हमारा कर्तव्य भी है। जिले में आदर्श गौ-शालाओं का निर्माण हो जाने से गौ-वंश के संरक्षण एवं संवर्धन के साथ ही प्रदेश का प्रत्येक ग्राम मथुरा, वृंदावन बन सकेगा। गौ-शालाओं में बनाये जा रहे विभिन्न प्रसंस्करण उत्पाद युवाओं की आय में वृद्धि करेंगे।
प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के निर्देशन में गौ-वंश संरक्षण की दिशा में प्रत्येक ग्राम पंचायत में आदर्श गौ-शाला के निर्माण किये जाने से आम जनों की आस्था एवं संवेदनाओं को शासन द्वारा सम्मान देने का कार्य किया जा रहा है। सरकार द्वारा अपने प्रदेशवासियों के कल्याण की दिशा में अपने अल्प कार्यकाल में अपने वचनों को निभाया गया है जिससे किसानों को कर्ज से मुक्ति मिली है, वहीं आम जनों के लिये रियायती बिजली बिल, दुगनी पेंशन राशि तथा कन्यादान योजना में 51 हजार की राशि मिलने से बड़ी राहत मिली है।
प्रदेश के सामाजिक न्याय, नि:शक्तजन कल्याण और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री लखन घनघोरिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि गौ-संरक्षण व गौ-पूजन पुरातन काल से ही हमारे धर्म में बसा है। प्रदेश के प्रत्येक ग्राम में गौ-शाला निर्माण किये जाने की योजना से शासन द्वारा गौ-माता के प्रति अपना सम्मान व्यक्त कर इसे चरितार्थ किया गया है। प्रदेश के पूर्व मंत्री श्री दीपक सक्सेना ने भी आदर्श गौ-शाला के ग्राम उमरहर में निर्माण किये जाने पर क्षेत्रवासियों को बधाई देकर क्षेत्र के प्रत्येक कृषक को माचागोरा बांध से जल प्रदाय योजना से सिंचाई हेतु जल उपलब्ध कराने के लिये मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा प्रतीकात्मक रूप से संगम स्व-सहायता समूह को कृषि क्षेत्र में बेहतर कार्य करने पर 2.50 लाख रूपये, अहिल्या स्व-सहायता समूह को एक लाख रूपये एवं श्री राहुल विश्वकर्मा को मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना के तहत केंटीन व्यवसाय हेतु एक लाख रूपये लागत की परियोजना के स्वीकृति पत्रों का वितरण किया गया।