जनसेवा का महायज्ञ सिद्ध हो रही हैं विकास यात्राएँ
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विकास यात्राओं में अनेकों नवाचार हो रहे हैं। यह जनसेवा का महायज्ञ बन गई हैं। छतरपुर जिले में श्रद्धांजलि योजना शुरू कर जन-कल्याण का नवाचार शुरू किया गया है। इसमें यदि किसी परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु होती है तो परिवार के बिना आवेदन किए शासकीय योजनाओं के लाभ तत्काल उनके घर पर व्हाट्सएप और ई-मेल से देने की जिम्मेदारी प्रशासन ने अपने हाथों में ली है। एक ही दिन में मृत्यु प्रमाण-पत्र के अलावा, संबल योजना और उपयुक्त पेंशन के लाभ बिना आवेदन लिए दिए जा रहे हैं। दिव्यांगजन के लिए शिविर लगा कर उपकरण वितरित करने का काम भी किया जा रहा है। धार जिले में ड्रोन आधारित नैनो यूरिया के छिड़काव से खेती को बढ़ावा देने का काम जारी है। उमरिया जिले में अति गंभीर कुपोषित बच्चों का समुदाय आधारित देखभाल अभियान कसम अर्थात् कम्युनिटी केयर फॉर सैम चाइल्ड का कार्य चल रहा है। बड़वानी में मिशन बाल शक्ति के अंतर्गत कुपोषित बच्चों के पोषण पुनर्वास के लिए उन्हें ड्राय फूट और शुद्ध घी से निर्मित लड्डू बाँटने का अभियान जन-सहयोग से चलाया जा रहा है। एनीमिया मुक्त अभियान में बेटियों और बहनों के ब्लड टेस्ट कर उन्हें आवश्यक परामर्श तथा आयरन फ्लोरिक एसिड गोलियों का वितरण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि डिण्डौरी में मिलेट उत्पादों के स्टॉल, जैविक खेती को प्रोत्साहन, स्कूलों और छात्रावासों के बच्चों की परीक्षा की तैयारी और विकास यात्रा आने के पहले पात्र हितग्राहियों को चिन्हित करने लोक कल्याण शिविर लगाये जा रहे है। डिण्डौरी में अच्छा कार्य करने वाले कोटवार, आँगनवाड़ियों कार्यकर्ताओं और रसोइयों का सम्मान भी किया जा रहा है। नर्मदापुरम में सहारा अभियान चल रहा है, जिसमें दिव्यांगजन को श्रवण, लेंस और आवश्यकतानुसार उपकरणों का वितरण किया जा रहा है। जिले में विकास वृक्ष अभियान में प्रत्येक गाँव में 10 पेड़ लगाने का क्रम जारी है। हरदा जिले में सायबर सखी, सायबर जागरूकता लाने का प्रयास कर रही हैं। इसी प्रकार खरगोन में सिकल सेल एनीमिया मुक्ति अभियान के लिए गतिविधियाँ जारी हैं।