डिजिटल लोकतंत्र विषय पर विश्व के पहले फेसबुक लाइव संवाद में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त, श्री.ओ.पी. रावत ने कहा

डिजिटल लोकतंत्र विषय पर विश्व के पहले फेसबुक लाइव संवाद में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त, श्री.ओ.पी. रावत ने कहा

भारत विश्व में डिजिटल डेमोक्रेसी का नमूना पेश करे, मौका है मध्यप्रदेश के 24 विधान सभा उपचुनाव और बिहार के विधान सभा चुनाव

भोपाल, 05 जुलाई, 2020 । भारत विश्व में डिजिटल डेमोक्रेसी का नमूना पेश करे, मौका है मध्यप्रदेश के 24 विधान सभा के उपचुनाव और बिहार के विधान सभा चुनाव ,क्योंकि सॉउथ कोरिया में 15 अप्रैल को चुनाव हुये तब कोरोना पीक पर था। यह बात भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त, श्री.ओ.पी. रावत ने एमपीपोस्ट के सकारात्मक डिजिटल जर्नलिज्म के दो दशक के अवसर पर विशेष सीरीज के तहत भारत में डिजिटल लोकतंत्र” विषय पर विश्व के पहले फेसबुक लाइव संवाद में 05 जुलाई 2020 को विशेष वक्त के रूप में ने कही।

ओपी रावत ने फेसबुक लाइव के दौरान बताया कि भारत जैसा विशाल लोकतांत्रिक देश डिजिटल डेमोक्रेसी के क्षेत्र में नया आयाम गढ़ सकता है। इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया दुनिया के उन चुनाव आयोग में शामिल है जो सबसे ज्यादा नवाचार और चुनाव प्रक्रिया में निरंतर सुधार करता रहता है। उन्होंने कहा कि जब दुनिया में कोरोना अपने चरम में था तब अप्रैल माह के मध्य में दक्षिण कोरिया ने संसदीय चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न करवाया है। भारत में बहुत संसाधन जैसे कॉमन सर्विस सेंटर का डिजिटल डेमोक्रेसी में उपयोग किया जा सकता है।

श्री रावत ने कहा की भारत भी डिजिटल डेमोक्रेसी के माध्यम से दुनिया के सामने कोरोना काल को मौका मानते हुए एक उदाहरण प्रस्तुत कर सकता है। कुछ समय में मध्य प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों में उपचुनाव होने हैं वहीं बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में चुनाव आयोग आगामी चुनाव को देखते हुए अभूतपूर्व काम कर सकता है इससे सभी को मदद मिलेगी आम नागरिक , राजनैतिक पार्टियाँ और इससे जुड़े लोग ।

डाटा मैनिपुलेशन और फेक न्यूज़ के संबंध में श्री रावत ने कहा की यह दोनों ही विषय बहुत गंभीर है और चुनाव आयोग निरंतर इसमें सुधार कर रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में हम सभी ने डिजिटल प्रक्रियाओं की भूमिका को बखूबी देखा है।

उन्होंने कहा की डिजिटल डेमोक्रेसी में फेक न्यूज़ से निपटने के लिए ज्यादा से ज्यादा फैक्ट चेक का इंतज़ाम करना होगा।

उन्होंने भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा डिजिटल क्षेत्र में किए गए नवाचारों के बारे में बताते हुआ कहा की सी -विजिल एप्प ,क्यू मैनेजमेंट, सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग चुनाव में पेड न्यूज़ को रोकने में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ,सर्विस क्लास के वोटर्स को ई -मेल से वोट करने का अधिकार जैसे कई जनहितैषी कार्य किये हैं।


आज हम ऐसे मोड़ पर खड़े हैं.आने वाले कुछ वर्षों में हम जो फ़ैसले लेंगे, उनकी दशकों बाद इतिहासकार निश्चित रूप से समीक्षा करेंगे. क्योंकि आज की बात एक इतिहास बनने जा रही है, नई जेनेरशन इस बात की पड़ताल करेगी कि किस तरह डिजिटल तकनीक ने व्यक्तियों, समुदायों, राष्ट्रों ने उस विश्व को नए सिरे से परिभाषित किया और भारत में डिजिटल डेमोक्रेसी पर सबसे पहले संवाद किसने शुरू किया जो उन्हें विरासत में मिलेगा ।

जो प्रक्रियाएं किसी दौर में राष्ट्रीयता के अधिकार क्षेत्र में आती थीं, वो बड़ी तेज़ी से अब डिजिटल दुनिया का हिस्सा बनती जा रही हैं. फिर चाहे राजनीतिक संवाद हो, व्यापार एवं वाणिज्य हो या फिर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसले. इससे विश्व में एक ऐसी परिस्थिति विकसित हो रही हैं.

पूर्व मुख्यचुनाव आयुक्त ने फेक़ न्यूज़, और पैड न्यूज़ डिजिटल डेमोक्रेसी के लिए बड़ा खतरा। ख़तरा डेटा साझा करने के तौर तरीके एवं साइबर दुनिया की अखंडता को चोट पहुंचाने का प्रयास. जहां ज़्यादातर देश आज भी महत्वपूर्ण मूलभूत ढांचे को क्षति पहुंचने को लेकर ही आशंकित हैं, एक आम इंसान डिजिटल डेमोक्रेसी व डिजिटलकीरण की इस तेज़ प्रक्रिया में बिल्कुल पीछे न छूट जाएगा यह भी एक बड़ी चुनौती है पर बातचीत की।

मॉडरेटर और एमपीपोस्ट के संस्थापक संपादक सरमन नगेले के साथ फेसबुक लाइव के जरिये भारत में डिजिटल लोकतंत्र” विषय पर विश्व का पहला फेसबुक लाइव संवाद विस्तार से जानकरी दी और सवाल कर्ताओं के ज़बाव देते हुए लोगों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया।

कृपया फेसबुक लाइव देखने के लिये दी गई फेसबुक पेज लिंक :- https://www.facebook.com/Mppostnews/videos/3029030407174958/ पर जाएँ।

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