मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा ये हमारे लिए गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जी-20 की अध्यक्षता भारत को मिली है। जी-20 महत्वपूर्ण देशों का समूह है। जिसमें भारत, चीन, जापान, इटली, रूस जैसे 20 देश शामिल हैं। ये सभी देश विश्व की 85 प्रतिशत इकॉनॉमी फॉर्म करते हैं। जी-20 ऐसा महत्वपूर्ण मंच है, जहां वैश्विक चुनौतियों का समाधान सभी देशों द्वारा मिलकर ढूंढ़ा जाता है और भविष्य के ग्रोथ ड्राइवर्स पर विचार-विमर्श किया जाता है।
जी-20 की अध्यक्षता भारत ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ अर्थात् ONE EARTH, ONE FAMILY, ONE FUTURE के साथ कर रहा है। ऐसे समय में जब दुनिया उथल-पुथल से गुजर रही है, भारत की अध्यक्षता करना और ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के संदेश का प्रचार करना दुनिया के लिए गर्व की बात है।
मध्यप्रदेश आदिगुरु शंकराचार्य के आदर्शों पर आधारित एकात्म धाम विकसित कर रहा है। जो भारत के उस दर्शन का प्रतिनिधित्व करता है कि सम्पूर्ण विश्व हमारा परिवार है। सर्वे संतु सुखिन:, सर्वे संतु निरामया:। भारत का सौभाग्य होगा कि वो विश्व का आधात्यमिक गुरु और नैतिक शिक्षक बने।
जी-20 की बैठकों के लिए 42 देशों के 94 अंतरराष्ट्रीय और 100 अतिथि अन्य राज्यों से पधार रहे हैं। स्थानीय मेहमानों की संख्या भी 100 है इस तरह कुल 294 अतिथि होंगे। इनके साथ ही विश्वभर के प्रबुद्ध विद्वान होंगे जो भारत के दर्शन पर विचार-मंथन करेंगे।
भारत ने जी-20 के लिए अपनी प्राथमिकताओं में प्रौद्योगिकी और डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, विमन लेड डेवलपमेंट, फास्ट ट्रैक प्रोग्रोस ऑन हेल्थ एंड एजुकेशन, इनवायरमेंट एंड ग्रीन डेवलपमेंट एवं इन्क्लूसिव एंड सस्टेनेबल ग्रोथ को समाहित किया है।
विकास में तेजी लाने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचे और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की पहचान करना, उनके लिए पर्याप्त वित्त की व्यवस्था करना। इन क्षेत्रों में विकास के लिए पर्याप्त मात्रा में वित्त की व्यस्था और अन्य क्षेत्रों से साझेदारी बनाने की आवश्यकता है।
भारत, विश्व को वास्तविक लोकतंत्र का स्वरूप बताएगा, साथ ही इतने बड़े देश में कैसे घर-घर तक प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल कनेक्ट के माध्यम से सुविधाएं सुनिश्चित की हैं, विश्व पटल पर दिखाएगा। जी-20 में देश अपने त्योहार, कला और संस्कृति को प्रदर्शित करेगा, जिसमें मध्यप्रदेश का अहम रोल रहेगा। हमारे खजुराहो डांस फेस्टिवल के साथ-साथ जी-20 की बैठकें सुनिश्चित की गई हैं ताकि दुनिया हमारी कला और संस्कृति के साथ-साथ जी-20 के मुद्दों पर विमर्श करे। इसके अलावा इंदौर में जी-20 इम्पावर समिट, साइंस-20 समिट और इनवायरमेंट वर्किंग ग्रुप आदि की बैठकें होगी।
डिजिटल इकोनॉमी की दिशा में डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्टर (सार्वजनिक बुनियादी ढांचे) पर ध्यान देना आवश्यक है। भारत में सभी के लिए डिजिटल पहचान बनाने से बैंकों में सभी के खाते खोलेने में आसानी हुई। साथ ही डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से लोगों के खातों में बिना देरी के पैसों का भुगतान किया गया। डायरेक्ट ट्रांसफर बेनिफिट के माध्यम से देश के बड़े हिस्से की गरीबी दूर करने की दिशा में हम सक्षम और सफल रहे हैं।
माननीय प्रधानमंत्री जी ने जी-20 में जनभागीदारी के लिए आह्वान किया है, जिसके तहत यूथ को जोड़कर जी-20 पर परिचर्चा और अकादमिक संस्थाओं में संगोष्ठियां की जाएगी, जिससे आप सभी के विचार विश्व पटल पर आ सकें। मध्यप्रदेश को एक महत्वपूर्ण भामिका निभाने का अवसर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिया गया है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ‘नियम स्वीकार’ करने वाले ‘नियम बनाने’ वाला बन रहा है। भारत ने कोविड-19 महामारी से निपटने, भोजन, खाद और चिकित्सा उत्पादों की सप्लाई को राजनीति से दूर रखने में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रयासों को साबित किया है और मान्यता हासिल की है। भारत अब 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनने की तरफ अग्रसर है।
दुनिया के सामने आई समस्याओं को साथ मिलकर सुलझाया जा सकता है। वैश्विक दक्षिण और विकासशील देशों की जरूरतें बड़ी हैं और इन पर ज्यादा फोकस की आवश्यकता है। जी-20 वैश्विस विद्वानों और नीति-निर्माताओं को एक मंच देता है कि वे साथ आएं, विचार करें और समस्याओं का समाधान निकालें।
दुनिया महामारी के बाद मानसिकता में बदलाव की तैयारी कर रहे हैं। जीवन मूल्यों और भलाई के साथ सुशासन का एजेंडा वैश्विक विकास और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के विषय के लिए अधिक केंद्रीय हो गया है।
क्षमता निर्माण और जमीनी स्तर पर महिलाओं में उद्यमशीलता की भावना को प्रेरित करके आर्थिक और सामाजिक विकास का प्रतीक बनाने के लिए सशक्त और सक्षम बनाना है। सरकारों और विकासात्मक साझेदारों को ग्रामीण एवं स्व-सहायता समूहों के उत्पादों में विविधता लाने, रचनात्मक पहचान स्थापित करने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करने में मदद करनी चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि हम समावेशी, महत्वाकांक्षी, एक्शन ओरिएंटेड और निर्णायक बनना चाहते हैं, लेकिन आप सबको साथ लेकर। हम जी-20 और टी-20 समूह को एक जीवंत, गतिशील और सकारात्मक समूह बनाने के लिए आपका समर्थन चाहते हैं, जिससे वैश्विक विकास, स्थिरता और डिजिटल परिवर्तन ला सकें।