भारत में यूएएसजी और फ़िक्की वेबिनार व डिजिटल मंचों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाएगा
भोपाल, 09 जून 2020। इंटरनेट पर भारतीय भाषाओं की ना केबल वैश्विक स्वीकार्यता बड़ी है बल्कि भारतीय भाषाओं को टेक्नोलॉजी सपोर्ट और प्रमोट करे इस अभियान में आई टी और सोशल मीडिया सेक्टर के जानकार व संचालक आगे आ रहे हैं। यह जानकारी श्री हरीश चौधरी,प्रौद्योगिकी विश्लेषक,इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय,भारत सरकार और यूए अम्बेस्डर Shri Harish Chowdhary,Technology
Analyst, IG SIM, Ministry of Electronics & IT,Govt of india, Universal Acceptance Ambassador ने दी।
श्री चौधरी ने आज इंटरनेट पर वैश्विक स्वीकार्यता -Universal Acceptance on the Internet विषय पर एमपीपोस्ट के सकारात्मक डिजिटल जर्नलिज्म के दो दशक के अवसर पर विशेष सीरीज के तहत ऑनलाइन आयोजन फेसबुक लाइव के जरिये भारतीय भाषाओं के प्रभाव और मौजूदगी की विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया की क्षेत्रीय भारतीय भाषाओं को टेक्नोलॉजी समानरूप से प्रयोग करने का मौका दे इस काम में यूएएसजी निरंतर व्यापक स्तर पर प्रयास कर रहा है। इसी कढी में जल्द ही यूएएसजी फ़िक्की के सहयोग से जागरूकता अभियान वेबिनार और डिजिटल मंचों के माध्यम से भारत में प्रारंभ करने जा रहा है।
यूए अम्बेस्डर ने बताया की इस समय सोशल मीडिया के प्रमुख और बड़े प्लेटफार्म्स जैसे फेसबुक 100 से अधिक गूगल ट्रांसलेट 100 से अधिक व्हाट्सएप्प 30 से अधिक इंस्टाग्राम 33 से अधिक और ट्विटर,34 से अधिक वैश्विक भाषाओं को सपोर्ट कर रहे हैं।