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Dron- ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग के लिए ड्रोन स्कूल इंदौर का मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव इसी नवम्बर माह में शुभारंभ करेंगे

Madhya Pradesh मध्यप्रदेश, शासन को ड्रोन स्कूल इंदौर के लिए मान्यता मिली

 

भोपाल, 06 नवम्बर, 2024,( एमपी पोस्ट ) । मध्यप्रदेश के ग्रामीण युवाओं के लिए मध्यप्रदेश सरकार भोपाल के बाद दूसरा Drone School indore इसी माह इंदौर में प्रारंभ करने जा रही है । इसका शुभारंभ राज्य के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव इसी नवम्बर माह में कभी भी कर सकते हैं। एमपीपोस्ट को मिली अधिकृत जानकारी के अनुसार कृषि क्षेत्र में ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए डीजीसीए- डायरेक्टर जनरल सिविल एविऐशन – नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार से निर्धारित ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण RPTO – रिमोट पायलट ट्रेनिंग आर्गेनाइजेशन के माध्यम से ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग प्रदान करने के लिए कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय,मध्यप्रदेश,शासन को ड्रोन स्कूल इंदौर के लिए हाल ही में मान्यता प्राप्त हो चुकी है।

देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ड्रोन अभियान से प्रेरणा लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग देने के लिए इंदौर के लिए सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण करने के निर्देश दिए थे।जिसके बाद प्रदेश के नौजवानों को ड्रोन स्कूल इंदौर – RPTO – रिमोट पायलट ट्रेनिंग आर्गेनाइजेशन संचालन के लिए डीजीसीए से मान्यता मिल गई जो जल्द आकार लेने जा रहा है।

ड्रोन स्कूल की स्थापना के लिए कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय, मध्यप्रदेश शासन और सेंटर फॉर एयरोस्पेस रिसर्च रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन, एमआईटी कैंपस, अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई के साथ एक विधिवत एमओयू साइन किया गया है।

मध्यप्रदेश शासन की कृषि यंत्रीकरण क्षेत्र में “कौशल विकास योजना” के अंतर्गत इंदौर में शुरू होने जा ड्रोन स्कूल में 7 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जायेगा ।इस आरपीटीओ में 5 ड्रोन हैं और एक बैच में 20 प्रतिभागियों को ड्रोन पायलट लाइसेंस के लिए ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी ।

सेंटर फॉर एयरोस्पेस रिसर्च रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन, एमआईटी कैंपस, अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई डीजीसीए के मानदंड के अनुसार ड्रोन उड़ाने की कला सीखने की ट्रेनिंग देता है।

संचालक कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय, मध्यप्रदेश शासन, राजीव चौधरी के अनुसार ड्रोन स्कूल की फीस मात्र 15 हजार रुपए के आलावा जीएसटी अलग से देय होगा , जो कि न्यूनतम है, जबकि आम तौर पर ड्रोन पायलेट के प्रशिक्षण Drone Pilot Training की फीस औसतन 60 हजार रुपए से अधिक है।

इस RPTO – रिमोट पायलट ट्रेनिंग आर्गेनाइजेशन के लिए मध्यप्रदेश शासन का संचालनालय कृषि अभियांत्रिकी जल्द ही जनहित में एक विज्ञापन जारी कर कृषि क्षेत्र में ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए, मध्यप्रदेश के नौजवानों से ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग के लिए आवेदन आमंत्रित करने जा रही है। भारत सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में ड्रोन संचालन के लिए ड्रोन पायलट के वैध लायसेंस को रखने की बाध्यता रखी गई थी जिसे हाल ही में समाप्त कर दी है। 10 वीं पास आवेदक इसके पात्र होंगे।

इस RPTO – रिमोट पायलट ट्रेनिंग आर्गेनाइजेशन का संचालन कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय, मध्यप्रदेश शासन और अन्ना विश्वविद्यालय करेगा।

संचालनालय कृषि अभियांत्रिकी द्वारा किसान ड्रोन क्रय पर अनुदान प्राप्त करने के आवेदन आमंत्रित किये जा जाने की प्रक्रिया भी आरंभ होने जा रही है।अनुदान योजना के अंतर्गत व्यक्तिगत श्रेणी के कृषक। कस्टम हायरिंग केंद्र संचालक कृषक उत्पादक संगठन ( एफपीओ ) श्रेणियों के अंतर्गत कृषक ,केंद्र संचालक जल्द कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल farmer.mpdage.org पर आवेदन प्रस्तुत कर सकेंगे।

व्यक्तिगत श्रेणी के अंतर्गत लघु सीमांत ,महिला ,अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के कृषकों के लिए ड्रोन की कीमत का 50 प्रतिशत अधिकतम राशि रूपये 05 लाख, व्यक्तिगत श्रेणी के अंतर्गत अन्य वर्गों कृषकों एवं कस्टम हायरिंग केंद्र के संचालकों के लिए ड्रोन की कीमत का 40 प्रतिशत अधिकतम राशि रूपये 04 लाख , कृषक उत्पादक संगठन ( एफपीओ ) के लिए ड्रोन की कीमत का 75 प्रतिशत अधिकतम राशि रूपये 07 लाख 50 हजार अनुदान प्रदान किया जायेगा। इसीलिए ड्रोन पायलट के ट्रेनिंग का भी प्रावधान किया है।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव का कहना है की भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश युवाओं के सपने उनके, संकल्प को पूरा करने के लिए सरकार में 100 दिन की योजना के साथ ही 25 दिन का प्लान युवाओं के लिए अलग से बनाकर उस पर काम करने की प्रक्रिया से प्रेरणा लेकर मध्यप्रदेश के युवाओं के कल्याण के लिए एक मिशन के जरिये काम किया जा रहा है। ड्रोन क्रय कर अनुदान देने की योजना के लिए बजट की कोई कमी नहीं है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शासकीय विभाग जन-कल्याण के लिए ड्रोन तकनीक के अधिक उपयोग के लिए प्रयास बढ़ाएं।

ड्रोन की कई खासियत होती है, जैसे कि ड्रोन एक से लेकर 42 किलो तक का वजन उठा सकेंगे. खेतों के बड़े एरिया में बीज और कीटनाशक डालने और कृषि सर्वे में भी इनका उपयोग होगा। ड्रोन मेकिंग पढ़कर स्टूडेंट्स रिसर्च कर सकेंगे. सर्वे और जमीन नापने आदि में भी ड्रोन का उपयोग होगा। किसी खास जगह पर निगरानी के लिए पुलिस भी इसका इस्तेमाल कर सकेगी। इन सभी विधाओं में मध्यप्रदेश के नौजवानों को पारंगत किया जायेगा।

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